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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स

डेली न्यूज एनालिसिस में आपका स्वागत है!
यह UPSC/PSC करेंट अफेयर्स के लिए एक सर्वश्रेष्ठ एवं विश्वसनीय स्त्रोत है। विगत वर्षों की परीक्षाओं में करेंट अफेयर्स सबसे महत्वपूर्ण और अंकदायी खंड के रूप में उभरा है, इसलिए UPSC/PSC की यात्रा को सफल बनाने के लिए करेंट अफेयर्स का स्पष्ट, सारगर्भित और परीक्षा अनुरूप अध्ययन आवश्यक है।

यहाँ यह समझना आवश्यक है कि :

‘‘सफलता निरंतर तैयारी पर निर्भर करती है। बिना सही तैयारी के किए गए प्रयास में असफलता मिलने की संभावना बनी रहती है।’’
इसी आवश्यकता को पूरा कने के लिए हमारी अनुभवी और दक्ष करेंट अफेयर्स टीम एक अनूठा और विशिष्ट कार्यक्रम संचालित कर रही है, जो संघ लोक सेवा आयोग और राज्य लोक सेवा आयोगों की परीक्षाओं के लिए आवश्यक करेंट अफेयर्स की मांग को समग्रता में पूर्ण करता है।

डेली न्यूज एनालिसिस की विशेषताएँ :

  • यह कार्यक्रम अभ्यर्थियों को सरल, अपडेटेड व समेकित करेंट अफेयर्स को सुबह 12:30 बजे तक प्रदान करके अद्यतन सूचना केंद्र के रूप में आपका सहयोग करता है।
  • यह कार्यक्रम यूपीएससी / पीसीएस पाठ्यक्रम के अनुरूप दैनिक समाचारों का विश्लेषण द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस, बिजनेस स्टैंडर्ड और पीआईबी जैसे शीर्ष स्रोतों से प्रस्तुत करता है। हमारे व्यापक कवरेज में संविधान व राजव्यवस्था, शासन-प्रशासन,अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय संबंध तथा खेल आदि विषय शामिल हैं।
  • हमारे प्लेटफ़ॉर्म का यूजर फ्रेंडली डिज़ाइन आपके दैनिक करेंट अफेयर्स की तैयारी को अधिक प्रभावी व समेकित बनाता है। साथ ही इसका विस्तृत विश्लेषण अभ्यर्थियों की सामान्य अध्ययन की तैयारी को भी सही मार्गदर्शन प्रदान करता है।

आप अपनी UPSC/PSC की तैयारी की कठिन डगर को सुगम बनाने के लिए तथा अपने ज्ञान और आत्मविश्वास के साथ स्वयं को सशक्त बनाने एवं दैनिक समाचार विश्लेषण के माध्यम से प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त करने के लिए आज ही ध्येय IAS के डेली न्यूज एनालिसिस से जुड़ें और हर एक दिन सूचित रहें, आगे रहें !

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 04 Nov 2025

संरक्षण से भागीदारी तक: जैवमंडल संरक्षण के प्रति भारत का दृष्टिकोण

प्रत्येक वर्ष 3 नवंबर को विश्व ‘अंतरराष्ट्रीय जैवमंडल आरक्षित दिवस’ (International Day for Biosphere Reserves) मनाया जाता है, जो उन क्षेत्रों को रेखांकित करता है जहाँ प्रकृति और मानव के बीच संतुलित सहअस्तित्व होता है। ये आरक्षित क्षेत्र मात्र संरक्षित क्षेत्र नहीं हैं,ये  जीवंत उदाहरण हैं कि कैसे जैव विविधता संरक्षण और सामुदायिक कल्याण साथ-साथ चल सकते हैं। भारत ने अपनी विशाल पारिस्थितिक विविधता के साथ ऐसे आरक्षित क्षेत्रों का एक मजबूत नेटवर्क बनाया है, जो वैज्ञानिक अनुसंधान, पारंपरिक ज्ञान और सतत आजीविका को जोड़ता है।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 29 Oct 2025

चिप डिज़ाइन से संप्रभुता तक: सेमीकंडक्टर आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत का निर्णायक कदम

हाल ही में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा घोषणा की कि देश का पहला स्वदेशी रूप से डिज़ाइन किया गया 7-नैनोमीटर प्रोसेसर ‘शक्ति’ वर्ष 2028 तक तैयार हो जाएगा।यह भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है। यह परियोजना आईआईटी मद्रास द्वारा संचालित है जो भारत के लिए उन्नत सेमीकंडक्टर डिज़ाइन के क्षेत्र में प्रवेश को चिह्नित करती है। 7 नैनोमीटर चिप डिज़ाइन क्षेत्र में लंबे समय से ताइवान, दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे वैश्विक देश अग्रणी हैं।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 28 Oct 2025

हरित भारत की ओर: वैश्विक वन परिदृश्य में भारत का उभरता नेतृत्व

भारत ने पर्यावरण संरक्षण में एक महत्वपूर्ण वैश्विक उपलब्धि हासिल की है। खाद्य और कृषि संगठन (FAO) द्वारा जारी ग्लोबल फॉरेस्ट रिसोर्सेज असेसमेंट (GFRA) 2025 के अनुसार, भारत अब कुल वन क्षेत्र में विश्व में 9वें स्थान पर पहुंच गया है और वार्षिक शुद्ध वन क्षेत्र वृद्धि में लगातार तीसरा स्थान बनाए हुए है। बाली में आयोजित ग्लोबल फॉरेस्ट ऑब्ज़र्वेशन्स इनिशिएटिव (GFOI) प्लेनरी के दौरान प्रकाशित यह रिपोर्ट भारत की वनीकरण, सतत वन प्रबंधन और जलवायु कार्रवाई के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 27 Oct 2025

डीपफेक विनियमन: एआई गवर्नेंस हेतु भारत की सक्रिय पहल

पिछले कुछ वर्षों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) ने ऑनलाइन जानकारी बनाने और साझा करने के तरीके को बदल दिया है। यह लिख सकता है, चित्रकारी कर सकता है, बोल सकता है और यहां तक कि मनुष्यों की नकल भी कर सकता है। लेकिन इसी तकनीकी ने डीपफेक के रूप में एक खतरनाक समस्या भी पैदा की है। ये ऐसे वीडियो, चित्र या ऑडियो क्लिप हैं जो पूरी तरह से वास्तविक दिखते हैं लेकिन ये नकली होते हैं, जिन्हें एआई का उपयोग करके बनाया गया है। वे आसानी से लोगों को गुमराह कर सकते हैं और गलत जानकारी फैला सकते हैं। इस बढ़ते दुरुपयोग को नियंत्रित करने के लिए भारत सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 में संशोधन का मसौदा प्रस्तावित किया है। इन नियमों का उद्देश्य यूट्यूब और इन्स्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह अनिवार्य करना है कि एआई से बनाए गए कंटेंट को स्पष्ट रूप से लेबल किया जाए।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 14 Oct 2025

डिजिटल संप्रभुता की ओर: भारत का क्वांटम साइबर मिशन

भारत ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा महत्त्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस निर्णय से देश क्वांटम तकनीक की मदद से “क्वांटम-प्रतिरोधी” सुरक्षा प्रणाली की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हाल ही में सच्ची यादृच्छिक संख्याओं की खोज और “क्वांटम साइबर रेडीनेस” श्वेतपत्र का प्रकाशन यह दर्शाता है कि भारत अब भविष्य के क्वांटम युग के लिए तकनीकी और नीतिगत दोनों स्तरों पर तैयार हो रहा है। यह कदम न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि रणनीतिक रूप से भी भारत की डिजिटल संप्रभुता, डेटा सुरक्षा और तकनीकी नेतृत्व को मज़बूत करने की दिशा में एक बड़ा परिवर्तन है।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 09 Oct 2025

भारत में स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर की पहल: स्वच्छ ऊर्जा और परमाणु आत्मनिर्भरता की दिशा में एक रणनीतिक छलांग

भारत का स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन एक निर्णायक चरण में प्रवेश कर रहा है, जहाँ सरकार स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMRs) छोटे, फैक्ट्री में निर्मित, स्वच्छ, सुरक्षित और लचीले परमाणु ऊर्जा स्रोत को बढ़ावा दे रही है। एक बड़े विकास के तहत, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, टाटा पावर, अदाणी पावर, हिंदाल्को इंडस्ट्रीज, जेएसडब्ल्यू एनर्जी और जिंदल स्टील ने भारत स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर्स (BSMRs) स्थापित करने के लिए न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) के साथ साझेदारी में रुचि दिखाई है।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 07 Oct 2025

“वैश्विक शासन संकेतकों की पुनर्कल्पना: निष्पक्ष मूल्यांकन प्रणाली की ओर भारत की पहल”

भारत ने ब्रुसेल्स स्थित अंतर्राष्ट्रीय प्रशासनिक विज्ञान संस्थान (IIAS) की अध्यक्षता में एक नए अंतर्राष्ट्रीय शासन सूचकांक के निर्माण का प्रस्ताव रखा है। यह प्रस्ताव विभिन्न वैश्विक शासन और लोकतंत्र सूचकांकों में भारत के गिरते प्रदर्शन और उनकी कार्यप्रणाली, आँकड़ों के स्रोतों और पारदर्शिता को लेकर उसकी दीर्घकालिक चिंताओं की पृष्ठभूमि में आया है।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 03 Oct 2025

आत्मनिर्भर भारत से वैश्विक नेतृत्व तक: सेमीकंडक्टर क्रांति की ओर

2021 में इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) की शुरुआत और ₹76,000 करोड़ के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा के साथ भारत ने वैश्विक सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में औपचारिक प्रवेश किया। मात्र चार वर्षों में, भारत चिप्स का उपभोक्ता भर होने से आगे बढ़कर अपने स्वदेशी डिज़ाइन, पैकेजिंग सुविधाओं और विनिर्माण क्षमताओं का विकास कर चुका है। हाल ही में आयोजित सेमिकॉन इंडिया 2025 सम्मेलन ने इन उपलब्धियों को प्रदर्शित किया और भारत की यह महत्वाकांक्षा स्पष्ट की कि वह एक वैश्विक सेमीकंडक्टर महाशक्ति बने।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 01 Oct 2025

भारत की नदी प्रदूषण चुनौती: प्रवृत्तियाँ, कारण और प्रतिक्रियाएँ

भारत की नदियाँ हमेशा से पारिस्थितिकी, अर्थव्यवस्था और संस्कृति का केंद्र रही हैं। हालाँकि, वे बढ़ते प्रदूषण भार से गंभीर दबाव में हैं। हाल ही में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की एक मूल्यांकन रिपोर्ट (सितंबर 2025) ने इस संकट की गहराई को उजागर किया है। महाराष्ट्र ने सर्वाधिक प्रदूषित नदी खंडों (54) की संख्या दर्ज गयी है, इसके बाद कई अन्य राज्य आते हैं। यद्यपि पिछले मूल्यांकन की तुलना में प्रदूषित खंडों की संख्या में मामूली गिरावट हुई है, परंतु समग्र स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 23 Sep 2025

भारत में अपशिष्ट जल प्रबंधन: चुनौतियाँ, नीतियाँ और आगे की राह

जल जीवन का आधार है। यह हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखता है, हमारे खेतों को सींचता है, उद्योगों को ऊर्जा देता है और प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्रों को जीवित रखता है। फिर भी, जल 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बनता जा रहा है। भारत की स्थिति विशेष रूप से गंभीर है। यह देश विश्व की लगभग 18% आबादी का समर्थन करता है लेकिन इसके पास केवल 4% वैश्विक मीठे जल संसाधन हैं। यह असंतुलन भारत को लगातार दबाव में रख रहा है। वर्षों से, तेज शहरीकरण, बढ़ते उद्योग और बढ़ती आबादी ने स्वच्छ जल की मांग को तीव्रता से बढ़ा दिया है। इसी समय, जलवायु परिवर्तन और अनियमित वर्षा पैटर्न ने जल की उपलब्धता को और भी अनिश्चित बना दिया है।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 19 Sep 2025

भारत की भूतापीय ऊर्जा नीति 2025: भूमिगत ऊष्मा से सतत भविष्य की ओर

भारत ने जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध अपनी लड़ाई के हिस्से के रूप में दुनिया के सबसे महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों में से कुछ तय किए हैं, जिसका स्पष्ट लक्ष्य 2070 तक नेट ज़ीरो अर्थव्यवस्था बनना है। इस यात्रा में, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जलविद्युत और बायोएनर्जी जैसे स्रोत अग्रणी रहे हैं और अब भारत के नवीकरणीय ऊर्जा मिश्रण की रीढ़ बन चुके हैं। लेकिन एक और प्राकृतिक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है जो भारत में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, परंतु अब तक इसका उपयोग बहुत कम हुआ है जिसे भू-तापीय ऊर्जा कहा जाता है, यानी पृथ्वी के भीतर गहराई में संग्रहीत ऊष्मा।.

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स / 17 Sep 2025

“प्लास्टिक संकट: पर्यावरण, स्वास्थ्य और विकास पर वैश्विक चुनौती”

आज प्लास्टिक प्रदूषण केवल कूड़े से भरी सड़कों या जाम नालियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक संकट है जिसका पारिस्थितिकी तंत्र, जलवायु, मानव स्वास्थ्य और सतत विकास पर प्रभाव पड़ रहा है। इसका प्रसार इतना व्यापक है कि आर्कटिक के हिमखंडों, माउंट एवरेस्ट की चोटी, मानव फेफड़ों और यहाँ तक कि माँ के दूध में भी प्लास्टिक के कण पाए गए हैं। माइक्रोप्लास्टिक को अब प्रदूषकों का एक नया वर्ग माना जाता है, जिसका महत्व ग्रीनहाउस गैसों और स्थायी कार्बनिक प्रदूषकों (पीओपी) के बराबर है। कई अन्य प्रदूषकों के विपरीत, प्लास्टिक का कोई प्राकृतिक विघटन चक्र नहीं होता है, जिसका अर्थ है कि उनका संचय प्रभावी रूप से स्थायी है।.

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