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Blog / 18 Jan 2020

Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 18 January 2020

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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 18 January 2020



FUCTION OF RBI

  • RBI देश का केन्द्रीय बैंक है, जिसकी स्थापना 1935 में बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट, 1934 के तहत हुई थी।
  • स्थापना के समय अधिकांश शेयर धारक गैर सरकारी थे।
  • 1 जनवरी 1949 को इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया।
  • 3 प्रमुख कार्य
  1. देश के विकास के लिए मौद्रिक नीति का निर्माण एवं विनियमन
  2. महंगाई नियंत्रण एवं प्रोत्साहन
  3. विदेशी विनिमय दर को मैनेज करना।
  • अन्य कार्य
  1. Bankers Of the Banks, Issuance Of Currency.
  2. Supervisory Work, KYC Regulation And Supervision.
  3. Regulator Of Banking System, Bankers Of Government.
  • किसी भी देश के केन्द्रीय बैंक की एक प्रमुख जिम्मेदारी वित्तीय स्थिरता बनाये रखना हाता है।
  • बैंकों की साख के पीछे RBI की जिम्मेदारी होती है।
  • सामान्यतः यह देखा जाता है कि जब एक बैंक दिवालिया होता है तो न सिर्फ उसके उपभोक्ताओं का विस्वास कम होता है बल्कि वित्तीय प्रणाली ही खतरे में पड़ जाती है।
  • जब कोई बैंक दिवालिया होने की ओर बढ़ता है तो अंत तक RBI उसे पैकेज, विनियमन, समन्वय के माध्यम से बचाने का प्रयास करता है।
  • विकास एवं संवृद्धि तथा महंगाई पर नियंत्रण एक दूसरे के पूरक कभी- कभी विरोधी होते हैं।
  • इन दोनों के बीच समन्वय बनाने का प्रयास RBI अपने मौद्रिक नीति के माध्यम से करता है।
  • किसी भी बैंक के लिए इन दोनों में समन्वय बनाना कठिन हाता है इसीलिए 1990 के बाद पश्चिम के कई देशों में वहाँ के केन्द्रीय बैंक को सिर्फ एक जिम्मेदारी तक सीमित कर दिया गया। वह था महंगाई पर नियंत्रण।
  • RBI की भूमिका भी इसी तरह सीमित करने की बात LPG का मोंडल अपनाने के बाद कई विशेषज्ञ कर रहे थे।
  • 2016 में जो MPC (मोनिट्री पोलिसी कमेटी) भी बनी थी, उसकी जिम्मेदारी के केन्द्र भी महंगाई नियंत्रण को रखा गया ।
  • कई समीक्षक यह मान रहे हैं कि RBI द्वारा महंगाई नियंत्रण पर ज्यादा ध्यान देने के कारण वह अन्य भूमिकाएं सही से नहीं निभा पर रही है।
  • इसी का नतीजा है कि कई बैंक एवं वित्तीय संस्थान डूबने की कगार पर आ गये हैं।
  • I Land FS, PMC एवं Sri Guru Ratghavendra Sahakara Bank इसी के उदाहरण हैं।
  • RBI अनेक प्रकार के रिस्ट्रीक्शन के माध्यम से इन्हें बचाने का प्रयास कर रही है, लेकिन समीक्षकों का मानना है कि RBI को पहले ध्यान देन चाहिये था।
  • महंगाई नियंत्रण में यदि हम RBI की भूमिका देखें तो यह पता चलता है कि 3 साल तक तो महंगाई नियंत्रण में रही लेकिन दिसंबर 2019 यह 6 साल के उच्चतम स्तर 7.35% तक पहुँच गई।
  • एक और मुद्दा यह सोचने वाला है कि RBI डिमांड को कंट्रोल कर सकती है, लेकिन सप्लाई उसके हाथ में नहीं है।
  • समीक्षकों ने RBI की एक भूमिका जो करेंसी छापने को लेकर है, उस पर प्रश्न चिन्ह खड़े किये हैं।
  • वर्तमान समय में बाजार में छोटे नोटों का अभाव देखा जा रहा है।