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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 16 June 2020

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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 16 June 2020



बोको हराम

  • जो भी अल्लाह की कही बातों पर अमल नहीं करते हैं वे पापी हैं !
  • मुसलमानों को धर्मनिरपेक्ष शिक्षा लेना वर्जित है, मतदान या किसी भी प्रकार के पश्चिमी राजनीतिक सामाजिकगतिविधि में शामिल होना वर्जित है, पैंट पहनना, टी शर्ट पहनना वर्जित है !
  • जन्नत में जाने के लिए पापियों को बेरहमी से मारना,गला काट देना, आत्मघाती हमला का सहारा लेना सब जायज है !
  • एक ऐसे देश का निर्माण करना है जिसे अल्लाह को मानने वाले लोग चलाएं तथा वहां पर अल्लाह को मानने वाले लोग रहते हो !
  • उपरोक्त सभी लाइनों (बातों) का संबंध दुनिया के सबसे अधिक खूंखार आतंकी संगठन बोको हराम से है !
  • बोको का मतलब फर्जी या नकली तथा हराम का अर्थ वर्जित अर्थातउस चीज का प्रयोग न करने से है जिसकी इस्लाम में मनाही है !
  • उपरोक्त सभी बातें बोको हराम के अनुसार इस्लाम में वर्जित है !
  • नाइजीरिया के उत्तरी राज्य Borno-State वह क्षेत्र है जहां इसकी उत्पत्ति हुई और इसके सबसे घातक प्रभाव को झेला है !
  • मुस्लिम धर्मगुरु मोहम्मद यूसुफ ने 2002 में बोको हराम का गठन किया था !
  • संगठन का आधिकारिक नाम जमाते एहली सुन्ना लिदावती वल जिहाद है जिस का सामान्य अर्थ है पैगंबर मोहम्मद कीशिक्षा और जिहाद को फैलाने वाले प्रतिबद्ध लोगों का समूह !
  • प्रारंभ में यूसुफ ने एक धार्मिक कॉन्प्लेक्स बनाया जिसमें एकमस्जिद भीथी तथा बच्चों को यूसुफ के अनुसार धार्मिक शिक्षा दी जाती थी !
  • प्रारंभ में नाइजीरिया और पड़ोसी देशों के परिवारों ने भी अपने बच्चों को यहां भेजा !
  • लेकिन यूसुफ की मंशा सिर्फ शिक्षा देना नहीं था !
  • उसने इस कॉम्प्लेक्स का प्रयोग ऐसे बच्चों और बच्चियों को अपने से जोड़ने के लिए किया जो जिहाद कर सकते थे !
  • धीरे-धीरे यह संगठन बढ़ने लगा और इसका आतंक भी !
  • यह वहां की पुलिस और सेना से लड़ते, पश्चिमी शिक्षा और वेशभूषा वाले लोगों को मारते, बच्चियों और महिलाओं को अगवा करते आदि !
  • वर्ष 2009 में बोको हराम ने एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर कई पुलिसवालों को मार दिया !
  • इसके बाद पुलिस और सेना द्वारा हजारों बोको हराम समर्थकों को मारा गया तथा मोहम्मद यूसुफ को भी पकड़ लिया गया और बाद में मार दिया गया !
  • इसके बाद नेतृत्व अबू बकर शिकाऊ के हाथ में आ गया ! यह सबसे खतरनाक आतंकियों की सूची में सबसे ऊपर है !
  • वर्ष 2014 में इसके नेतृत्व में एक स्कूल से लगभग 300 लड़कियों को किडनैप किया गया !
  • आगे चलकर यह 6 साल तक के बच्चों का प्रयोग आत्मघाती हमलों में करने लगा !
  • वर्ष 2014 में आतंकी घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या के हिसाब से नाइजीरिया दूसरे स्थान पर था !
  • नाइजीरिया की सीमाएं चाड़, कैमरून और नाइजर से लगती है ! बोको हराम का आतंक इन सभी देशों में है !
  • मार्च 2020 में इस संगठन ने चाड़ के लगभग 100 सशस्त्र बलों की हत्या कर दी थी !
  • 13 जून 2020 को दो आतंकी घटनाओं के माध्यम से Borno-State के 60 से अधिक लोगों को मार दिया गया और घायलों की संख्या इससे ज्यादा है !
  • यह हमला इस्लामिक स्टेट इन वेस्ट अफ्रीका नामक संगठनद्वारा किया गया था !
  • यह बोको हराम का ही एक धड़ा है ! जिसने पिछले माह में भी हमला कर 69 लोगों को मार दिया था !

जेट- ज़ीरो योजना

  • ग्रीन हाउस गैसें वह गैसें हैं जिनकी मात्रा में वृद्धि से पृथ्वी के वायुमंडल का तापमान बढ़ता है !
  • किसी बढे हुए तापमान को ग्लोबल वार्मिंग तथा ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम में होने वाले परिवर्तन को जलवायु परिवर्तन नाम दिया जाता है !
  • लंबे समय से पूरा विश्व इन गैसों के उत्सर्जन में कमी करने का प्रयास कर रहा है ! इसी क्रम में यू. के. ने यह घोषित किया था कि वह अपने देश को वर्ष 2050 तक शुद्ध शून्य अर्थव्यवस्था (Net-Zero Economy) के रूप में परिवर्तित करेगा !
  • इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए UK ने अनेक प्रयास किए हैं इसी को आगे बढ़ाते हुए UK ने जेट जीरो (Jet Zero) योजना पर कार्य करने की घोषणा की है !
  • इस पहल का मुख्य उद्देश्य अटलांटिक पारगमनीय उड़ानों को कार्बन मुक्त बनाना है !
  • इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए जेट जीरो काउंसिल (Jet-Zero Council) का गठन किया गया है !
  • इस काउंसिल के माध्यम से उद्गम क्षेत्र से जुड़े लोगों, पर्यावरण समूहो, सरकारी संगठनों एवं सभी हित धारकों को एक मंच पर लाना है !
  • यहां यह ध्यान देना आवश्यक है कि कुल वैश्विक तापन में वाणिज्यिक उड्डयन क्षेत्र का योगदान 5% है जबकि CO2 उत्सर्जन में इसका योगदान लगभग 2.4% है !
  • लंबे समय से इलेक्ट्रॉनिक उड्डयन एवं हरित उड्डयन की बात की जा रही थी, इसमें जीरो जेट उड्डयन सहायक हो सकता है !
  • आने वाले समय में इस प्रकार की पहल यदि विश्व के अन्य देशों द्वारा की जाती है तो यह बहुत सहायक हो सकता है !
  • नागरिक उड्डयन से होने GHGs उत्सर्जन में यात्री परिवहन का योगदान 81% तथा 19% योगदान माल परिवहन का है इसलिए यात्री विमानों में यह परिवर्तन ज्यादा लाभदायक होगा !
  • कुल उड्डयन द्वारा होने वाले उत्सर्जन में 70% का योगदान CO2 का होता है ! हमें यह पता है कि यह प्रमुख ग्लोबल वॉर्मिंग गैस है !
  • इसके अलावा इस (उड्डयन) उत्सर्जन में जलवाष्प एवं नाइट्रस गैस सम्मिलित होती है !
  • इन्हें के साथ कुछ कणकीय पदार्थ भी निकलते हैं ! इसके अंतर्गत हाइड्रोकार्बन, सल्फेट्स एवं कालिख को शामिल किया जाता है !
  • सफेद रंग के कणकीय पदार्थ जहां प्रकाश का परावर्तन करते हैं वही काले रंग के कणकीय पदार्थ प्रकाश का अवशोषण किया जाता है ! जिस प्रकार कणकीय पदार्थ होंगे उनका प्रभाव भी उसी अनुरूप है !
  • यहां यह ध्यान देना आवश्यक है कि बिल्कुल नवीन प्रयास नहीं है ! वर्ष 2016 से अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन CO2 के स्तर को कम करने का प्रयास कर रहा है !
  • इस संगठन ने भविष्य में बनने वाले या बन रहे विमानों के संदर्भ में अपनी गाइडलाइन जारी कर रखा है ! जिसके अंतर्गत कम CO2 उत्सर्जन की बात की गई है !
  • U.N. की रिपोर्ट के अनुसार सितंबर 2019 में 66 देशों ने 2050 तक कार्बन उत्सर्जन शून्य करने पर अपनी सहमति दे दी थी !
  • यहां पर नवंबर 2019 में न्यूजीलैंड द्वारा जारी किए गए 'जीरो कार्बन' बिल को समझना भी आवश्यक है !
  • न्यूजीलैंड इस बिल के माध्यम से 2050 तक कार्बन उत्सर्जन को पूर्णत: समाप्त करने का लक्ष्य रखा है !
  • नए नियम में यह निर्धारित किया गया है कि आने वाले वर्षों में न्यूजीलैंड मिथेन को छोड़कर अन्य किसी भी GHG का उत्सर्जन नहीं करेगा !
  • हालांकि मीथेन की उत्सर्जन मात्रा में सतत रूप से कटौती की जाएगी और 2050 तक 47% मिथेन उत्सर्जन कम किया जाएगा !

बैंकों के निजीकरण का विचार

  • भारतीय बैंकों के सामने अनेक चुनौतियां हैं जिनके समाधान के संदर्भ में समय-समय पर अनेक सरकारी विचार सामने आते रहते हैं !
  • इसी क्रम में एक नया विचार बैंकिंग क्षेत्र को स्ट्रैटेजिक सेक्टर में शामिल करने और बाद में उनका निजीकरण कर देने के संदर्भ में है !
  • हाल में आ रही सूचनाओं के अनुसार सरकार यदि ऐसा करती है तो चार पब्लिक सेक्टर बैंकों के अलावा अन्य सभी बैंकों का निजीकरण कर देगी !
  • सरकार किसे बैंकिंग सुधार के संदर्भ में देख रही है !
  • सरकारी बैंक NPA, काम के बोझ, समय पर भुगतान ना होने, सरकारी हस्तक्षेप, प्रबंधन में कम स्वायत्तता आदि जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं !
  • सरकार का यह विचार है कि इन बैंकों का निजीकरण इनकी संख्या में आधारभूत परिवर्तन लाया जाए !
  • यहां पर हमें थोड़ा सरकारी बैंकों की भूमिका समझने की आवश्यकता है !
  • दीर्घकालिक ऋण, सरकारी बैंकों द्वारा ही दिए जाते हैं !
  • MSME कृषि एवं व्यापार संबंधी नीतियों एवं सरकारी योजनाओं का कार्यान्वयन इन्हीं के द्वारा होता है !
  • ग्रामीण एवं सुदूर क्षेत्रों को बैंकिंग सेक्टर से इनके द्वारा ही जोड़ा गया है !
  • सरकारी बैंक ही वह स्थान है जो सिर्फ फायदे के लिए अपनी सेवाएं नहीं देते हैं !
  • निजी बैंकों की स्थिति पर विचार किया जाए तो यहां पर भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है !
  • Yes Bank का उदाहरण हमारे सामने है जिसे डूबने से बचाने का प्रयास किया जा रहा है !
  • निजी क्षेत्र के बैंकों के उच्च पदों पर बैठे लोगों पर कई बार भ्रष्टाचार और बैंकिंग एथिक्स का पालन न करने का आरोप लग चुका है !
  • नोटबंदी के समय कई प्राइवेट बैंकों के नाम सामने आए जिन्होंने इस समय भ्रष्टाचार किया !
  • दरअसल निजी बैंकिंग सेक्टर यदि सही कार्य कर रहा है तो वह सिर्फ इस वजह से क्योंकि वह शीर्ष पदों पर किसे बैठाना है, बिजनेस कैसे करना है, किस प्रकार के मानव संसाधन को अपने से जोड़ना है, लोन किसे देना है या किसे नहीं, आदि जैसे प्रश्नों का निर्णय लेने में स्वतंत्र है जबकि सरकारी बैंक इन्हीं के अभाव का सामना कर रहा है !
  • इसके तहत डिफाल्टर हो चुकी कंपनी की संपत्ति बेच कर पैसा निकालने का प्रयास किया जाता है !
  • बैंकों को इस संदर्भ में स्वायत्तता देने की आवश्यकता है जिससे वह दिवालिया हो चुके कंपनी से नेगोशिएट कर सके और मान्य हो !
  • सरकारी बैंकों का गवर्नेंस अभी भी चुनौती बनी हुई थी ! बैंक बोर्ड ब्यूरो इसलिए लाया गया था लेकिन यह सही से अपने दायित्व नहीं निभा पा रहा है !
  • यदि निजी करण ही एक विकल्प हो सकता है तो इसका ट्रायल एकाद बैंक के संदर्भ में करने की आवश्यकता है !
  • बैंकों को सरकारी सामाजिक योजनाओं से पड़ने वाले दबाव से मुक्त करने की आवश्यकता है !