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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 15 May 2020

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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 15 May 2020



उत्तर भारत में गर्मी कम क्यों ?

  • भारत में कर्क रेखा इसे लगभग दो भागों में विभाजित करती है कर्क रेखा से उत्तर का भाग उपोष्ण कटिबंध और दक्षिण का भाग उष्ण कटिबंध के रूप में जाना जाता है !
  • एवं उपोषण कटिबंध का मौसम सूर्य के किरणों के उत्तरायण एवं दक्षिणायन होने के कारण प्रभावित होता है अर्थात उत्तरायण की स्थिति में गर्मी एवं दक्षिणायन की स्थिति में शीत ऋतु का समय होता है !
  • भारतीय मौसम विभाग (IMD) चार ऋतु का वर्णन करता है !
  1. शीत ऋतु (Winter)- दिसंबर से मार्च तक- उत्तर भारत का औसत तापमान 10-14 डिग्री सेल्सियस तक होता है !
  2. ग्रीष्म ऋतु (Summer)- अप्रैल से जून, औसत तापमान 32-40 डिग्री सेल्सियस तक !
  3. वर्षा ऋतु (Monsoon)- जुलाई- सितंबर तक !
  4. शरद ऋतु (Autumn)- अक्टूबर - नवंबर !
  • उत्तर भारत में 21 मार्च के बाद तापमान बढ़ने लगता है मई तक तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है ! और इस समय तक उत्तर भारत में Heat Wave चलने लगती है !
  • यह बढ़ता तापमान निम्न वायुदाब का कारण बनता है ! जिसकी वजह से मानसून पवने आकर्षित होती हैं !
  • इस समय उत्तर भारत में होने वाली वर्षा को Pre-Monsoon Rainfall के नाम से जानते हैं !
  • इससे कुल वर्षा का लगभग 10% प्राप्त होता है ! मानसूनी वर्षा से 74% और लौटते हुए मानसून से लगभग 13% वर्षा प्राप्त होती है !
  • सभी कारक ( तापमान का आगमन, मानसूनी हवाएं, वायुदाब, गर्म पवने, पश्चिमी विक्षोभ) और परिस्थितियां जब सामान्य होती हैं तो मौसम का पूर्वानुमान आसान होता है और जलवायु संतुलित होती है !
  • इस बार का मौसम ( खासकर गर्मी ) कैसा होगा इसके विषय में अप्रैल के प्रारंभ में यह अनुमान व्यक्त किया था कि इस बार अप्रैल, मई और जून का माह पिछले साल से लगभग 0.5-1 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा गर्म होंगे !
  • यहां यह ध्यान देना आवश्यक है कि वर्ष 2019 में रिकॉर्ड की गई गर्मी अब तक की सबसे ज्यादा गर्मी का मौसम था !
  • पिछले साल मई माह में तापमान दिल्ली में इस समय तक 43-44 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच गया था और 15 मई तक औसत तापमान लगभग 41-42 डिग्री सेल्सियस तक था !
  • वहीं इस साल तक यह तापमान 36-37 डिग्री सेल्सियस तक औसतन बना हुआ है !
  • इस माह में एकाद दिन तापमान 40 से ऊपर गया लेकिन उसके अगले दिन वर्षा भी हो गई !
  • यह भी ध्यान देने योग्य है कि इस समय तक पिछले साल गर्मी में तेजी से जहां बर्फ पिघल रही थी वहीं इस साल हिमाचल उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र में बर्फबारी हुई है जो कि एक असामान्य घटना है !
  • इस कम गर्मी, बर्फबारी और IMD का अनुमान गलत होने के प्रमुख कारण पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) को माना जा रहा है !
  • इसी कारण मार्च और अप्रैल माह में IMD के अनुसार भारत में Heavy Rainfall के 354 इवेंट्स हुए !
  • जबकि इसकी वजह से पश्चिमी भारत में जनवरी, फरवरी और कभी-कभी मार्च में बारिश होती है जबकि इस साल अभी भी बारिश हो रही है !
  • वेस्टर्न डिस्टरबेंस से तात्पर्य उस वायुमंडल घटना से है जो पछुआ पवनों द्वारा भूमध्य सागर के ऊपर विकसित होती है और इससे उत्पन्न हवा जिन क्षेत्रों में भी पहुंचती है वहां का मौसम परिवर्तित हो जाता है !
  • इसकी उत्पत्ति भूमध्यसागरीय क्षेत्र में ठंडी एवं गर्म वायु राशि के मिलने और चक्रवात की दशा विकसित होने पर और इस चक्रवाती हवा का पछुआ हवाओं के प्रभाव में पूरब की ओर बढ़ने से होती है !
  • यह भूमध्य सागर, कैस्पियन सागर के ऊपर से होते हुए पश्चिमी भारत तक पहुंचते हैं और वर्षा तथा बर्बादी का कारण बनते हैं !
  • शीतकालीन इस वर्षा से पश्चिमी भारत के गेहूं, दलहन, तिलहन आदि के लिए लाभकारी होता है !
  • पश्चिमी तथा उत्तर- पश्चिमी भारत में रबी फसल की उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने में उपयोगी होता है !
  • यह मानसून को प्रभावी बनाए रखने एवं उत्तर भारत के पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी के लिए सहायक होता है !
  • इस पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता और आवृत्ति ज्यादा होने के कारण अधिक वर्षा और बर्फबारी देखने को मिल रही है फलस्वरूप उत्तर भारत में ठंड का अनुभव गर्मी के मौसम में भी हो जा रहा है !
  • पश्चिमी विक्षोभ की अधिक तीव्रता के पीछे एक प्रमुख कारण Atlantic Multidecadal Oscillation को माना जा रहा है !
  • इस Oscillation की वजह से जब अटलांटिक और भूमध्य सागर का तापमान बढ़ जाता है तो पश्चिमी विक्षोभ अत्यधिक प्रभावी हो सकता है !
  • वर्ष 2000 से ही तापमान बढ़ रहा है जिसकी वजह से पश्चिमी विक्षोभ की क्रियाविधि भी बढ़ रही है !
  • आने वाले समय में यह मानसून को प्रभावित कर सकता है क्योंकि गर्मी जितनी ज्यादा होगी, वायुदाब उतना ही निम्न होगा और मानसून उतना ही प्रभावी !
  • T↑- LP, T↓ - HP, HP PGF  LP

ब्राजील की कोरोना चूक

  • ब्राजील दक्षिण अमेरिका का सबसे विशाल और महत्वपूर्ण देश है !
  • यह चिल्ली और इक्वाडोर को छोड़कर बाकी सभी दक्षिण अमेरिकी देशों के साथ सीमा साझा करता है तथा इस महाद्वीप का सबसे बड़ा व्यापारिक देश है !
  • यह दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा देश है जहां लगभग 20.93 करोड़ जनसंख्या निवास करती है !
  • कुछ समय पहले यह देश अमेजन वनों में आग लगे होने के कारण चर्चा में था ! जो विश्व का लगभग 20% ऑक्सीजन प्रदान करते हैं !
  • इस आग से एक जो प्रमुख चुनौती सामने आई थी वह थी यहां की जनजातियों के ऊपर उत्पन्न हुआ खतरा !
  • यहां लगभग 305 जन जातियां निवास करती हैं, जिनकी संख्या लगभग 9 लाख है और कुल संख्या का 0.4% है !
  • Guarani, Yanomami , Tikuna, Akuntsu, Awa, प्रमुख जनजातियां हैं !
  • वर्तमान समय में कोरोनावायरस का नया हॉटस्पॉट, जो दुनिया का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट भी बन सकता है वह है ब्राजील !
  • ब्राजील में 203165 कोरोनावायरस संक्रमित केस हैं और 14000 लोगों की मृत्यु हो चुकी है !
  • कई विशेषज्ञों का मानना है कि यहां मौतों का आंकड़ा बहुत जल्द लाखों में हो सकता है ! इसका कारण यह बताया जा रहा है कि यहां का शीर्ष प्रशासन ने लापरवाही दिखाई और स्वास्थ्य सुविधाएं बहुत पिछड़ी है !
  • राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो कोरोना को एक छोटी सी बीमारी बता रहे थे और इसे सर्दी बुखार वाला वायरस कह रहे थे !
  • आज की कंडीशन यह है कि यहां लाशों को सामूहिक रूप से दफनाया जा रहा है और सड़कों पर लाशें पड़ी हैं !
  • यहां प्रतिदिन 700-800 मौतें हो रही हैं !
  • यहां लॉक डाउन के नियम बहुत शिथिल रखे गए और उनका पालन नहीं किया गया !
  • यहां के राष्ट्रपति स्वयं घूम रहे हैं और मौज मस्ती कर रहे हैं !
  • इनका मानना है कि यदि व्यक्ति फिट है तो कोरोनावायरस से कोई दिक्कत नहीं होगी !
  • मौतों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि “ तो क्या” मतलब उनके लिए बड़ी बात नहीं है !
  • कुछ राज्यों ने लॉक डाउन रखा है वह उनका विरोध कर रहे हैं !
  • इनका मानना है कि ब्राजील वर्ष 2016 में मंदी से बाहर आया है इसलिए आर्थिक गतिविधियां जरूरी हैं अन्यथा कोरोना इससे बुरी स्थिति उत्पन्न कर सकता है !
  • सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करवाने की बात पर इन्होंने स्वास्थ्य मंत्री लुई हेनरिक को बर्खास्त कर दिया !
  • कोरोना अब जनजातियों के बीच पहुंच गया है और वह अपने स्तर पर उससे निपट रहे हैं लेकिन उनकी संवेदनशीलता ज्यादा है !
  • यहां 13 मिलियन जनसंख्या अर्द्ध गंदी बस्ती ( स्लम एरिया ) में रहती है जिसे "Favelas" कहते हैं !
  • यहां का भूगोल, जंगल, नदी, पहाड़, पठार जटिल होने के कारण स्वास्थ्य सुविधाएं बहुत असमान है !
  • अधिकांश देशों के साथ सीमा साझा करने के कारण इसका प्रचार पूरे लैटिन अमेरिका में हो सकता है !
  • यहां की जलवायु उष्ण कटिबंधीय है जिससे जल जनित बीमारियां और कोरोनावायरस एक साथ घातक रूप दिखा रहे हैं !
  • खाद्य सुरक्षा, गरीबी, असमानता, कुपोषण अन्य विकासशील देशों की तरह यहां व्याप्त है !