Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 10 April 2020
पिछड़ी बस्तियों में लॉक डाउन
- कोरोनावायरस विश्व की सबसे बड़ी त्रासदी की ओर बढ़ रही है ! आज इससे संक्रमित लोगों की संख्या 16 लाख से ज्यादा हो चुकी हैं तो 95 हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है !
- इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं है सिवाय सोशल डिस्टेंसिंग के !
- पूरे विश्व में सोशल डिस्टेंसिंग के प्रयास किए जा रहे और उसी के एक भाग में भारत में भी लॉक डाउन के माध्यम से इसे मेंटेन करने का प्रयास किया जा रहा है !
- भारत के लिए यह बीमारी बहुत बड़ी चुनौती है जिसका प्रमुख कारण यह है कि यहां बहुत बड़ी आबादी सघन क्षेत्रों या ऐसे इलाकों में रहती है जहां 1 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में कई हजार लोग रहते हैं !
- इसका अच्छा उदाहरण मुंबई का धारावी क्षेत्र है जहां विश्व का सर्वाधिक जनघनत्व पाया जाता है और एक कमरे (8*10) में सात से आठ लोग रहते हैं !
- भारत के सभी महानगरों में इस प्रकार के क्षेत्र हैं जहां प्रतिदिन मजदूरी करके जीवन यापन करने वाली आबादी रहती है !
- यहां न सिर्फ आबादी ज्यादा है बल्कि गरीबी, अशिक्षा और जागरूकता का अभाव एवं मजबूरी भी है !
- MOHFW ( हिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर ) के 1 नियम को लेकर इसकी जटिलता को समझा जा सकता है !
- यह नियम किसी Home Quarantined व्यक्ति के लिए है !
- ऐसे व्यक्ति को Well-Ventilated Single Room में रहना चाहिए जिसके साथ टायलेट अटैच हो या फिर उसका सेपरेट टॉयलेट हो !
- यदि किसी व्यक्ति के पास एक ही कमरा है तो परिवार के सदस्यों के बीच कम से कम 1 मीटर की दूरी होनी चाहिए !
- उस व्यक्ति को परिवार के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों से दूर रहना चाहिए !
- घर में घुसना, टहलना नहीं चाहिए !
- किसी सामाजिक, धार्मिक समारोह में भागीदारी नहीं करनी चाहिए !
- उन व्यक्तियों के कपड़े, बर्तन आदि अलग से धुले जाएं !
- भारत में मात्र 5% लोगों या परिवार के पास ऐसे घर हैं जिसमें 5 खांचे हैं !
- वही भारत में परिवार के अंतर्गत 5 लोगों को शामिल किया जाता है !
- भारत में 70% लोग ऐसे घरों में रहते हैं जिसमें एक या दो कमरे होते हैं !
- भारत में एक करोड़ घर ऐसे हैं जिनमे कोई दुकान है या किसी अन्य प्रकार की एक्टिविटी होती है !
- आंकड़ों से पता चलता है कि होम क्वारंटीन के नियमों का पालन करने वाले घरों की संख्या मात्र 15% है और 85% घरों में यह सुविधा नहीं होती है इसलिए सरकार को बड़ी संख्या में क्वारंटीन सेंटर बनाने पड़ रहे हैं !
- गरीबी में महामारी ज्यादा घातक और भयावह रूप धारण कर सकती है !
- भारत में 6800 Covid-19 के केस आ चुके हैं और 200 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है !
- 1365 से अधिक केस महाराष्ट्र में आ चुके हैं और सर्वाधिक लोगों की मृत्यु महाराष्ट्र में हुई है !
- मुंबई भारत की वित्तीय राजधानी है जहां पूरे विश्व से लोग लॉक डाउन से पहले आ रहे थे ! तो साथ ही यहां जनसंख्या भी बहुत अधिक है ! यहां सर्वाधिक 700 से अधिक केस मिले हैं वहीं इसके बाद अधिक केस पुणे में लगभग 200 मिले हैं !
- मुंबई की 40% से अधिक आबादी 10-12 प्रतिशत भाग पर बसे मलिन बस्तियों में निवास करती है !
- ऐसा ही एक प्रमुख मलिन बस्ती धारावी है जो दुनिया के सबसे बड़ी मलिन बस्ती के रूप में माना जाता है !
- यह क्षेत्र मात्र 2.16 वर्ग किलोमीटर में फैला है जहां 12 से 15 लाख लोग निवास करते हैं जो विश्व में सर्वाधिक जनघनत्व वाला है !
- यहां गलियां 2 से 3 फीट चौड़ी होती हैं !
- एक अनुमान के अनुसार यहां एक व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 30 व्यक्तियों के संपर्क में आता है !
- यह क्षेत्र पहले भी महामारीओं से सर्वाधिक प्रभावित हो चुका है !
- यहां 1896 में प्लेग की महामारी से लगभग मुंबई की आधी आबादी कम हो गई थी, उस समय भी सर्वाधिक मृत्यु इसी क्षेत्र में हुई थी !
- धारावी में सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारंटीन सबसे बड़ी चुनौती है क्योंकि आबादी बहुत ज्यादा है और आवश्यक वस्तुओं के लिए निकली संख्या भीड़ में तब्दील हो जाती है !
- महाराष्ट्र की 66% झुग्गियों में परिवार के पास सिर्फ एक कमरा होता है !
- मेडिकल सुविधाओं को यहां पहुंचा पाना बहुत कठिन हो जाता है !
- साफ सफाई की व्यवस्था अति दयनीय है ! हर घर के बाहर कूड़ा मिलना एक सामान्य बात है !
- यहां एक सामुदायिक शौचालय पर लगभग 500 लोग निर्भर रहते हैं !
- सामुदायिक शौचालय के निकास की व्यवस्था भी यहां ठीक नहीं है !
- यहां कई प्रकार की आर्थिक क्रियाएं भी होती हैं जिसके कारण यहां से बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही होती है !
- यहां के अधिक बिजनेस बिना लाइसेंस के चलते हैं जिसके कारण यहां मेडिकल टीम को अपने यहां कार्य करने वालों की सही जानकारी उपलब्ध नहीं करवाते हैं !
- यहां प्रशासन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति अब स्वयं कर रहा है लेकिन पूरी तरह सफल नहीं हो पा रहा है !
- धारावी से बाहर अनेक क्वारंटीन सेंटर बनाने का प्रयास भी सरकार कर रही है !
- धारावी भारत का एकमात्र ऐसा जगह नहीं है पूरे भारत के प्रत्येक महानगर की यह तस्वीर है !
- भारत में भविष्य के महा मारियो से निपटने के लिए इस पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है !