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(Video) डेली करेंट अफेयर्स (Daily Current Affairs) : अमेरिका में राष्ट्रपति पद की लड़ाई और 25वां संविधान संशोधन (Presidential Battle in America and 25th Constitution Amendment) - 07 January 2021

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(Video) Daily Current Affairs for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, BPSC, MPSC, RPSC & All State PSC/PCS Exams - 07 January 2021



अमेरिका में राष्ट्रपति पद की लड़ाई और 25वां संविधान संशोधन

  • 7 जनवरी (आज ही के दिन) 1789 को अमेरिका में सबसे पहले राष्ट्रपति के लिए चुनाव हुआ था और जॉर्ज वॉशिंगटन को देश के पहले राष्ट्रपति के तौर पर चुना गया था। इसमें जॉर्ज वाशिंगटन अकेले उम्मीदवार थे और उनके खिलाफ कोई चुनाव में नहीं उतरा था।
  • अमेरिका को विश्व का सबसे पुराना लोकतंत्र माना जाता है। यहां राष्ट्रपति शासन पद्धति और संसदीय लोकतंत्र को अपनाया गया है। यहां की संसद में दो सदन होते हैं। पहला सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव होता है, जिसके सदस्यों की संख्या 435 है। दूसरा सदन सीनेट है जिसमें 100 सदस्य होते हैं। यह भारत की राज्यसभा की तरह होती है। इसके अलावा तीन सदस्य अमेरिका के 51वें राज्य कोलंबिया से आते हैं, जिससे कुल संख्या 538 हो जाती है।
  • अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के लिए आवश्यक है कि व्यक्ति जन्म से नागरिक हो और वह 14 साल से देश में रह रहा हो। उसकी न्यूनतम आयु 35 वर्ष होनी चाहिए। राष्ट्रपति का चुनाव 538 इलेक्टर्स करते हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए कम से कम 270 इलेक्टोरल मत हासिल करना आवश्यक होता है। अमेरिकी कोई व्यक्ति सिर्फ दो बार राष्ट्रपति बन सकता है।
  • अमेरिकी संसद (कांग्रेस) के दोनों सदन जहां पर है उसे कैपिटल बिल्डिंग (Capitol Hill or Builing) कहते हैं। भारत में जिस तरह रायसीन हिल्स है जहां राष्ट्रपति भवन, संसद भवन और नॉर्थ तथा साउथ ब्लॉक हैं उसी तरह कैपिटल हिल क्षेत्र भी है। इस हिल का महत्त्व बहुत ज्यादा है और यह लोकतंत्र का प्रतीक (मंदिर) भी माना जाता है।
  • हाल ही में अमेरिका 46वें राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए। इस चुनाव में डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन थे जबकि रिपब्लिकन पार्टी की ओर से वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावेदारी की थी।
  • इस चुनाव में जो बाइडन ने 306 इलेक्टोरल वोट प्राप्त हुये हैं, जबकि डोनाल्ड ट्रंप को मात्र 232 इलेक्टोरल वोट प्राप्त हुए थे। इस तरह बहुमत जो बिडेन को मिल चुका है।
  • इलेक्टोरल वोट (कॉलेज) दरअसल एक तरह से राष्ट्रपति के उम्मीदवारों (डेमोक्रेट या रिपाब्लिकन) के प्रतिनिधि होते हैं। जनता यहां इलेक्टोरल कॉलेज का चुनाव करती है और इलेक्टोरल कॉलेज/वोटर्स राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। मतलब यह भी वोटिंग करते हैं।
  • चुनाव में जो इलेक्टोरल वोट किसी राष्ट्रपति को प्राप्त हुए हैं वह सही हैं कि नहीं इसकी पुष्टि अमेरिकी कांग्रेस या सदन द्वारा की जाती है अर्थात संसद में इन वोटों की गिनती होती है।
  • इलेक्टोरल कॉलेज के मतदान के नतीजे वाशिंगटन भेजे गये थे और 6 जनवरी को कांग्रेस के संयुक्त सत्र में अधिकारिक तौर उनकी गिनती होनी थी। इसके बाद अधिकारिक तौर पर वर्तमान उप-राष्ट्रपति यह घोषणा करता है कि अगला राष्ट्रपति कौन होगा। वर्तमान समय में जो बिडेन के नाम की घोषणा माइक पेंस को करना था। इसके बाद बिडेन को नये राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने का रास्ता खुल जाता।
  • डोनाल्ड ट्रंप और उनके समर्थक कई दिनों से उप-राष्ट्रपति पर कई तरह के दबाव डाल रहे हैं कि वह डोनाल्ड ट्रंप के नाम की घोषणा कर दें।
  • डोनाल्ड ट्रंप शुरू से ही इन चुनावों में धांधली का आरोप लगाते रहे हैं और अपने को विजेता बताते रहे हैं। ट्रंप ने इसके लिए कोर्ट का भी सहारा लिया लेकिन अभी तक वह इसके पक्ष में कोई सबूत नहीं दे पाये हैं।
  • ट्रंप शुरू से ही यह कहते आये हैं कि वह या उनके समर्थक आसानी से शक्ति/पद को हस्तांतरित नहीं होने देंगे और इसके लिए वह अंत तक संघर्ष करेंगे।
  • डोनाल्ड ने पूरे चुनाव के दौरान कई बार झूठे तथ्यों का सहारा लिया है और अपने समर्थकों को मोबलाइज करने का प्रयास किया है। 6 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने कैपिटल बिल्डिंग से थोड़ी दूर पर एक रैली का आयोजन किया। इस रैली को संबोधित करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इस चुनाव में धांधली हुई है और हम लोग विजेता हैं। संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि आइये हम मार्च करते हैं और अपना हक लेते हैं।
  • इसके बाद रैली में शामिल भीड़ जो डोनाल्ड ट्रंप का शुरू से समर्थन करती है, वह उग्र हो गई और उसने कैपिटल बिल्डिंग की ओर मार्च किया और पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था से संघर्ष करते हुए वह कैपिटल बिल्डिंग में घुस गये।
  • भीड़ सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रजेंटटिव की बिल्डिंग में घुस गई। उसके बाद यहां हिंसा भड़क गई और एक महिला की मृत्यु हो गई। कुछ अराजक तत्व और उपद्रवी ऑफिस से सामान उठा लाए।
  • यहां संसद का संयुक्त सेशन चल रहा था इसलिए यहां के प्रतिनिधियों को अंदर सुरक्षित स्थान पर ले जाना पड़ा और माहौल बिल्कुल भय वाला उत्पन्न हो गया था।
  • यह भीड अपने को देश भक्त बता रही थी और लोकतंत्र का रक्षक साबित करने का प्रयास कर रही थी लेकिन इस घटना ने अमेरिकी लोकतंत्र का शर्मिंदा किया है।
  • हिंसा रुकने के बाद सीनेट ने जो बाइडन को राष्ट्रपति घोषित कर दिया है और वाशिंगटन डीसी में 15 दिन के लिए इमरजेंसी घोषित कर दिया।
  • ट्रंप के द्वारा हिंसा को और न बढ़ाया जाये इसके लिए ट्विट्र, फेसबुक और इंस्टाग्राम ने ट्रंप के अकाउंट को ब्लॉक कर दिया।
  • जो बाइडेन ने अपने बयान में कहा, ‘‘यह कोई विरोध नहीं है। यह एक विद्रोह है।’’ बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप से हंगामा खत्म करने की अपील करने के लिए भी कहा। बाइडेन ने कहा, ‘मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आह्नान करता हूं कि वह अपना शपथ पूरा करें और इस घेराबंदी को खत्म करने की मांग करें।’ बाइडेन ने आगे कहा, ‘मैं साफ कर दूं कि कैपिटोल बिल्डिंग पर जो हंगाम हमने देखा हम वैसे नहीं हैं। ये वह लोग हैं, जो कानून को नहीं मानते हैं।’
  • अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यह देश के लिए ‘बेहद अपमान ओर शर्मिंदगी’ का पल है। ओबामा ने एक बयान में कहा, ‘‘इतिहास कैपिटल में हुई आज की हिंसा की घटना को याद रखेगा जिसे वैध चुनावी नजीजे के बारे में लगातार निराधार झूठ बोलने वाले एक निवर्तमान राष्ट्रपति ने भड़काया। यह अमेरिका के लिए बेहद अपमान और शर्म की बात है।’’
  • अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू ने कहा, ‘‘यह सब दिल तोड़ने वाला है। यह कैसे किसी ‘बनाना रिपाब्लिक’ (कमजोर लोकतंत्र) में चुनाव परिणाम को विवादित बना दिया जाता है, हमारे लोकतांत्रिक गणराज्य में नहीं, चुनाव के बाद से ही कुछ नेताओं के अमर्यादित व्यवहार, हमारी संस्थाओं, हमारी परंपराओं और कानून लागे करने वाली हमारी एजेंसियों के प्रति अनादर के भाव से मैं हतप्रभ हूं।’’
  • संयुक्त राष्ट्र ने वाशिंगटन हिंसा पर चिंता व्यक्ति की- संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियों गुतारेस के प्रवक्ता स्टीन दुजारिक ने कहा, ‘महासचिव वाशिंगटन डीसी के यूएस कैपिटल में हुए घटनाओं से दुखी हैं। ऐसी स्थिति में, यह महत्वपूर्ण है कि राजनीतिक नेता अपने समर्थकों को हिंसा से दूर रहने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया और कानून के शासन में विश्वास करने के लिए राजी करें।’
  • पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘वाशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा की खबर से दुखी हूं। शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता का हस्तांतरण होना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी तरीके से प्रभावित नहीं होने दिया जा सकता है।’
  • अमेरिका के लगभग 250 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब राष्ट्रपति ने हार से मानने से इंकार कर दिया हो और संसद को घेर लिया हो। कुछ लोग इसे कब्जा करना बता रहे हैं।
  • डेमोक्रेटिक पार्टी के 17 सांसदों ने और अमेरिका के अटॉर्नी जनरल ने उप-राष्ट्रपति माइक पेंस से कहा है कि 25वें संविधान संशोधन के जरिए ट्रंप को हटाने की प्रक्रिया तुरंत प्रारंभ कर दिया जाये। कई अमेरिकी लोगों का मानना है कि ट्रंप को तुरंत हटा देना चाहिए क्योंकि ट्रंप राष्ट्र विरोधी कार्य कर रहे हैं।
  • वर्ष 1963 में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी की अचानक हत्या कर दी गई। हत्या के साथ यह खबर भी आई कि उप-राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन भी घायल हो गये हैं।
  • इस समय तक अमेरिका में ऐसा कोई प्रावधान नहीं था कि राष्ट्रपति की अचानक मौत, हत्या, इस्तीफा या उनका पद संभालने में असमर्थ रहने पर उनका उत्तराधिकारी कौन होगा।
  • केनेडी की हत्या के दो साल बाद 1965 में अमेरिकी संसद ने 25वें संविधान संशोधन का प्रस्ताव रखा और दो साल बाद अर्थात 1967 में इसे मंजूरी मिल गई।
  • 25वां संविधान संशोधन राष्ट्रपति पद और उसकी गरिमा की सुरक्षा करता है। यदि कोई राष्ट्रपति शारीरिक या मानसिक रूप से असक्षम हो जाता है तो उसे इस पद से हटाया जा सकता है।
  • 25वें संविधान संशोधन का सेक्शन-4 अमेरिका में उन स्थितियों के विषय में है जब कोई राष्ट्रपति अपना कार्यभार चलाने में असमर्थ हो जाये। इसमें शारीरिक या मानसिक विकलांगता शामिल है।
  • इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति पद के लिए खतरनाक रूप से अनुपयुक्त हो तो उसे भी सेक्शन 4 के तहत हटाया जा सकता है।
  • इसके तहत राष्ट्रपति को पद से हटाने के लिए मंत्रिमंडल को बहुमत से और उस-राष्ट्रपति के साथ मिलकर इस आशय के पत्र पर हस्ताक्षर करना होगा कि राष्ट्रपति अपने कर्तव्यों का पालन करने में असमर्थ है।
  • दूसरे शब्दों में इसके माध्यम से कैबिनेट और उपराष्ट्रपति को यह घोषणा करना होता है कि मौजूदा राष्ट्रपति अपने संवैधानिक कर्तव्यों एवं संवैधानिक शक्तियों का पालन करने में असमर्थ है।
  • इस पर हस्ताक्षर या स्वीकृति मिलने के बाद उप-राष्ट्रपति ही कार्यकारी राष्ट्रपति बन जाता है।
  • इस दौरान राष्ट्रपति को भी एक मौका दिया जाता है कि वह लिखित में अपना बचाव कर सकें। हालांकि राष्ट्रपति के बचाव के फैसले पर भी अंतिम निर्णय कैबिनेट को ही करना होता है।
  • सत्ता हस्तांतरण के लिए आगे बढ़ने से पहले सीनेट और प्रतिनिधि सभा में दो-तिहाई बहुमत की वोटिंग का फार्मुला अपनाया जाता है लेकिन इन सबसे बीच उप-राष्ट्रपति कार्यकारी राष्ट्रपति के तौर पर अपना कम जारी रखना होता है।
  • यदि डोनाल्ड ट्रंप को 25वें संविधान संशोधन के आधार पर हटाया जाता है तो वह पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे।