Home > InFocus

Blog / 26 Aug 2020

(इनफोकस - InFocus) स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 (Swachh Survekshan 2020)

image


(इनफोकस - InFocus) स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 (Swachh Survekshan 2020)



सुर्खियों में क्यों?

  • हाल ही में, केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणामों की घोषणा की. यह देश के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण का पांचवाँ संस्करण है।

सर्वेक्षण से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु

इस कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा किया जाता है।

  • इसकी शुरूआत स्वच्छता मिशन में विशाल जन भागीदारी सुनिश्चित करने के मकसद से की गई थी।
  • साथ ही, भारत के सबसे स्वच्छ शहर बनने की दिशा में शहरों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा की भावना विकसित करना भी इसके उद्देश्यों में शुमार है।
  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है.
  • इस बार इसमें कुल 4242 शहरों, 62 छावनी बोर्डों और 92 गंगा तटीय शहरों की रैंकिंग की गई है।

सर्वेक्षण के महत्वपूर्ण निष्कर्ष

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के मुताबिक, इंदौर इस साल भी टॉप पर है, वहीं गुजरात का सूरत शहर दूसरे स्थान पर काबिज है।

  • गौरतलब है कि इंदौर पिछले तीन साल से टॉप पर था और यह उसका लागातार चौथा साल है।
  • इससे पहले चार बार इस तरह का सर्वेक्षण हो चुका है।
  • सर्वेक्षण के पहले संस्करण में सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मैसुरू ने हासिल किया था।
  • सरकार की इस लिस्ट में तीसरा स्थान नवी मुंबई का है।
  • गंगा किनारे बसे शहरों में उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी पहले स्थान पर है।
  • बिहार की राजधानी पटना रैंकिंग में सबसे नीचे है।
  • सर्वेक्षण में 100 से ज्यादा शहरों वाले राज्य में सबसे साफ राज्य छत्तीसगढ़ है.
  • 100 से कम शहरों वाले राज्य में सबसे साफ राज्य का खिताब झारखंड को हासिल हुआ है।
  • सबसे स्वच्छ छावनी जालंधर कैंट है।
  • एक लाख से ज्यादा आबादी वाला सबसे स्वच्छ शहर शाहजहांपुर है।
  • एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ शहर का खिताब उत्तराखंड के नंदप्रयाग को हासिल हुआ है।

स्वच्छ सर्वेक्षण लीग

भारत सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में शहरों के ज़मीनी प्रदर्शन के लगातार मूल्यांकन और स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिये स्वच्छ सर्वेक्षण लीग शुरू किया था।

  • इसमें तीन तिमाहियों में शहरों और कस्बों का एक त्रैमासिक स्वच्छता मूल्यांकन किया गया।
  • जिसके 25 फ़ीसदी आँकड़े इस साल के अंतिम स्वच्छ सर्वेक्षण नतीजे में शामिल किये गए।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 की कुछ खासियत

‘स्वच्छ महोत्सव’ के नाम से आयोजित कार्यक्रम में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शहरों और राज्यों को कुल 129 पुरस्कार प्रदान किए गए।

  • 28 दिन तक चले इस सवेर्क्षण के दौरान एक करोड़ 70 लाख नागरिकों ने स्वच्छता ऐप पर रजिस्टर किया है।
  • सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से भी ज्यादा लोग इससे जुड़े।
  • साढे पांच लाख से ज्यादा सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण योजनाओं से जुड़े.
  • ऐसे 21 हजार जगहों की पहचान की गई, जहां कचरा पाये जाने का अंदेशा सबसे ज्यादा है।
  • कचरा उठाने वाले 84 हजार से ज्यादा अनौपचारिक लोगों को मुख्यधारा में शामिल किया गया।
  • स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के लिये भारत सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के कई सहयोगी संगठन एक साथ आए। इसमें यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और गूगल जैसी बड़ी संस्थाएं भी शामिल हैं।