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Blog / 23 Aug 2019

(इनफोकस - InFocus) सोशल मीडिया और आधार लिंक (Social Media and Aadhar Link)

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(इनफोकस - InFocus) सोशल मीडिया और आधार लिंक (Social Media and Aadhar Link)


सोशल मीडिया और आधार

  • सुर्खियों में क्यों?
  • आधार लिंक क्यों?
  • आधार लिंक क्यों नहीं?
  • क्या होना चाहिए?

सुर्खियों में क्यों?

  • सोशल मीडिया अकाउंट्स को आधार नंबर से जोड़ने के लिए बॉम्बे और एमपी हाई कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई हैं
  • इन याचिकाओं के खिलाफ फेसबुक और वाट्सएप ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है
  • अटार्नी जनरल ने घृणित सामग्रियों एवं फेक न्यूज के प्रसार पर रोक लगाने के लिए आधार को जोड़ना आवश्यक बताया
  • उदा. के लिए ब्लू व्हेल में ‘क्यूरेटर’ के निर्देशों के चलते कई बच्चों की जान गई लेकित क्यूरेटर कौन था यह पता नहीं चल पाया
  • इसलिए यह पता लगाना जरूरी है कि सोशल मीडिया पर इस तरह के संदेशों का प्रवर्तक कौन है
  • इससे घृणित सामग्रियों एवं फेक न्यूज फैलाने वाले व्यक्ति की पहचान करके जवाबदेह ठहराया जा सकेगा।
  • घृणित सामग्रियों में देश विरोधी, आतंकवाद, अपमानजनक और पोर्नोग्राफिक सामग्री शामिल है

आधार लिंक क्यों?

  • सोशल मीडिया के दुरुपयोग के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं -
  1. सोशल मीडिया पर फेक न्यूज (येलो जर्नलिज्म) से सामाजिक सौहार्द को खतरा
  2.  नफरत फैलाने वाले संदेशों के मामलों में प्रतिवर्ष 19 से 30 प्रतिशत की वृद्धि
  3. असामाजिक तत्व गलत मकसद से इसका इस्तेमाल करते हैं.
  4. सोशल मीडिया की व्यापक पहुच के कारण स्टेट और नॉन-स्टेट एक्टर्स की इसमें रूचि
  5. आतंकवादी एवं कट्टरपंथी विचारधारा के प्रसार हेतु सोशल मीडिया का दुरुपयोग
  6. धार्मिक, राजनीतिक या वैचारिक एजेंडे की पूर्ति हेतु सोशल मीडिया का दुरुपयोग
  • देश में 3.5 करोड़ ट्विटर एकाउंट और 32.5 करोड़ फेसबुक एकाउंट इनमें से 10 फीसद एकाउंट फेक
  1. नामचीन लोगों और बड़ी हस्तियों समेत संवैधानिक संस्थाओं के नाम पर सैकड़ों फेक एकाउंट
  2. इन फर्जी एकाउंट पर जारी फर्जी खबरें मूलरूप से कई दंगों और हिंसक वारदातों के लिए जिम्मेदार
  • सोशल मीडिया पर कई सारे फेक अकाउंट सक्रिय हैं जो अपने निहित एजेंडे के तहत वांछित सूचनाओं का प्रसार करते हैं
  • माइक्रोसॉफ्ट ने एक सर्वे में दावा किया था कि फेक न्यूज के मामले में भारत दुनिया भर में शीर्ष पर है
  • सोशल मीडिया कंपनियां प्रायः गोपनीयता का हवाला देते हुए जांच में सहयोग नहीं करती हैं
  • व्हाट्सएप जैसे प्लेटफार्म पर सूचनाओं पर नियंत्रण रखना मुश्किल
  1. सूचनाओं का इनस्क्रिप्शन
  2. सर्वर अन्य देशों में स्थित होना
  • फेक न्यूज़, धार्मिक उन्माद और अफवाह के संदर्भ में सोशल मीडिया कंपनियां अपने मध्यस्थ भूमिका बताते हुए इसे किनारा कर लेती है
  • सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर अंकुश लगाने के लिए अपराधी की पहचान जरूरी

आधार लिंक क्यों नहीं?

  • डेटा की सुरक्षा एक प्रमुख चिंता है, उदाहरण के लिए कैंब्रिज एनालिटिका का मामला
  1. कैंब्रिज एनालिटिका का मामले में अमेरिकी चुनाव प्रभावित किए गए
  2. कैंब्रिज एनालिटिका को डाटा फेसबुक से प्राप्त हुआ
  • निजता से जुड़े मुद्दे ( सुप्रीम कोर्ट ने भी आधार मामले में निजता को वरीयता प्रदान की)
  • ऑनलाइन गतिविधियों की निगरानी से प्राप्त डाटा के मुद्रीकरण से ‘सर्वेलान्स कैपिटलिज़म’ को बढ़ावा मिलेगा
  • सरकार की भूमिका सशक्त होगी एवं ‘सर्वेलान्स डेमोक्रेसी का सृजन होगा

क्या होना चाहिए?

  • कोर्ट, ट्राई एवं सरकार के सम्मिलित प्रयासों से केवाईसी की प्रक्रिया को दुरुस्त करना
  • केवाईसी के अन्य विकल्पों में ड्राइविंग लाइसेंस, पैन, वोटर कार्ड, मोबाइल नंबर इत्यादि का इस्तेमाल
  • एक मोबाइल नंबर से किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था
  • डाटा की सुरक्षा के संदर्भ में श्री बीएन कृष्णा समिति की रिपोर्ट को लागू करना
  • फेक न्यूज़ जैसे मुद्दों से निपटने के लिए उपयुक्त कानून को लागू किया जाना