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Blog / 16 Nov 2019

(इनफोकस - InFocus) राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल - 2019 (National Health Profile - 2019)

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(इनफोकस - InFocus) राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल - 2019 (National Health Profile - 2019)



चर्चा में क्यों हैं?

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने 30 अक्टूबर, 2019 को 14 वाँ राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल (NHP), 2019 जारी किया।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल को, केंद्रीय स्वास्थ्य खुफिया ब्यूरो (CBHI) द्वारा तैयार किया गया है, इसमें देश की जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक स्वास्थ्य स्थिति, स्वास्थ्य वित्त संकेतक, स्वास्थ्य बुनियादी ढाँचे एवं मानव संसाधनों के स्वास्थ्य पर व्यापक जानकारी शामिल है।

मुख्य बिंदु:

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल, सरकार को देश की स्वास्थ्य आवश्यकताओं और मुद्दों को समझने और क्षेत्र-विशिष्ट कार्यक्रम रणनीतियों को विकसित करने में मदद करती है।

ये आंकड़े नीति-निर्माताओं को साक्ष्य-आधारित नीतियाँ बनाने एवं विभिन्न योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन में सहायता कर सकते हैं।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल-2019 प्रमुख संकेतकों जैसे जनसांख्यिकीय संकेतक, सामाजिक-आर्थिक संकेतक एवं स्वास्थ्य स्थिति संकेतक के तहत महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जानकारी पर प्रकाश डालता है।

जनसांख्यिकीय संकेतकों में जनसंख्या संबंधी महत्वपूर्ण आँकड़े शामिल हैं, सामाजिक-आर्थिक संकेतकों में रोजगार, शिक्षा, आवास और सुविधाएँ और स्वच्छता शामिल हैं, इसमें पेयजल भी शामिल है।

स्वास्थ्य स्थिति संकेतक में सामान्य संचारी और गैर-संचारी रोगों की व्यापकता शामिल है, हालांकि यह डेटा न केवल राष्ट्र में स्वास्थ्य संकेतकों को समझने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि स्थिति पर नजर रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

NHP 2019 देश में विभिन्न स्वास्थ्य परिणामों में महत्वपूर्ण प्रगति को इंगित करता है, इसके अलावा, प्रोफाइल का स्वास्थ्य वित्त खंड स्वास्थ्य बीमा और स्वास्थ्य पर व्यय का अवलोकन प्रदान करता है, जिसमें सार्वजनिक और आउट ऑफ पॉकेट व्यय (OOP) दोनों शामिल हैं।

मुख्य विशेषताएँ

NHP के अनुसार 51 करोड़ लोगों में से जो गैर-संचारी रोग क्लीनिक में शामिल हुए थे, 4.75% मधुमेह से पीड़ित थे, 0.3% लोगों में हृदय रोग, 6.19% उच्च तनाव एवं 0.26% सामान्य कैंसर से पीड़ित थे।

अभी तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार भारत में जीवन प्रत्याशा 1970-75 में 49.7 वर्ष से बढ़कर 2012-16 में 68.7 वर्ष हो गई है, जिसमे महिलाओं की जीवन प्रत्याशा 70.2 वर्ष और पुरुषों की 67.4 वर्ष है।

स्वास्थ्य प्रोफाइल 2019 के अनुसार शिशु मृत्यु दर में काफी गिरावट आई है, यह 2016 में 33 प्रति 1000 जीवित जन्म पर था। यह आंकड़ा अब ग्रामीण में 37 और शहरी में 23 है। 2016 में कुल प्रजनन दर 2.4 थी, ग्रामीण क्षेत्र में यह 3 एवं शहरी में 2.5 हो गई है।

डेंगू और चिकनगुनिया सार्वजनिक स्वास्थ्य की चिंता का एक बड़ा कारण है। 1991 से 2017 तक देश में जन्म दर, मृत्यु दर और प्राकृतिक विकास दर में लगातार कमी आई है, 2017 में भारत ने प्रति 1000 जनसंख्या पर 20.2 जन्म दर दर्ज की, मृत्यु दर 63 और प्राकृतिक विकास दर 13.9 प्रति 1000 जनसंख्या थी।

केंद्रीय स्वास्थ्य ब्यूरो (CBHI) क्या है?

केंद्रीय स्वास्थ्य ब्यूरो (CBHI), 1961 में स्थापित, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की स्वास्थ्य बौद्धिक शाखा है। यह पूरे देश में एक मजबूत स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली हेतु एक दृष्टि है।

यह राष्ट्रीय संस्थान एक वरिष्ठ प्रशासनिक स्तर (Senior Administrative Grade) के चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में केंद्रीय स्वास्थ्य सेवाओं (CHS) के सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रशासन में विशेषज्ञता प्राप्त है।

CBHI का मिशन है "स्वास्थ्य क्षेत्र में साक्ष्य आधारित निर्णय लेने के लिए सुविधा स्तर तक देश के प्रत्येक जिले में स्वास्थ्य सूचना प्रणाली को मजबूत करना"।

यह साक्ष्य आधारित नीतिगत निर्णयों, योजना व अनुसंधान गतिविधियों हेतु देश के स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित आंकड़ों का संग्रह, विश्लेषण व प्रसार करता है।