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Blog / 12 Nov 2019

(इनफोकस - InFocus) कुकी जनजाति (Kuki Tribe)

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(इनफोकस - InFocus) कुकी जनजाति (Kuki Tribe)



सुर्खियों में क्यों?

आइये सबसे पहले जानते हैं कि यह जनजाति सुर्खियों में क्यों हैं हाल ही में मणिपुर में कुकी जनजाति और नागा जनजाति के बीच बढ़ते तनाव के कारण कुकी जनजाति ने प्रधनमंत्री मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है। जिससे यह जनजाति चर्चा में है।

कौन है कुकी लोगः

कुकी भारत, बांग्लादेश और म्यांमार में पाये जाने वाले कुछ जनजातियों के समूह को कहते है।

  • ये जनजातियाँ सामान्यता पहाड़ी क्षेत्रों में ही निवास करती हैं
  • कुकी की लगभग 50 जनजातियों को Schedule tribes यानि ST catagory में रखा गया है।
  • अरूणांचल प्रदेश को छोड़कर कुकी लगभग हर उत्तरपूर्वी राज्य में पाई जाती है।

पृष्ठभूमिः

  • कुकी जनजाति का इतिहास वैसे तो बहुत प्राचीन है लेकिन लगभग 33 ई. के आसपास के दो कुकी राजाओं का उल्लेख इतिहास में मिलता है।
  • ब्रिटिश लेखक एडम स्काट के मुताबिक पहली बार कुकी जनजाति का उल्लेख ब्रिटिश रिकार्ड में 1773 ई. में दर्ज किया गया।
  • 1917 से 1919 के बीच कुकी लोगो ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह भी किया जिसके बाद उनके इलाके को छीनकर उसे ब्रिटिश भारत व ब्रिटिश बर्मा में विभाजित कर दिया गया।
  • वर्तमान समय में ज्यादातर कुकी क्रिश्चन है जबकि पहले वे अपने पारम्परिक धर्म को मानते थे।

नागा और कुकी में तनाव का कारणः

  • नागा और कुकी के बीच तनाव कोई नया मुद्दा नहीं है बल्कि यह दशकों से चला आ रहा है।
  • ऐसा माना जाता है कुकी मणिपुर में 18वीं शताब्दी के अन्त में म्यांमार से आये थे और वहीं पर आस-पास के गाँवों में बस गये थे। इन गाँवों में पहले से ही नागाओं की आबादी रहती थी और यह इन दोनों के बीच तनाव का एक कारण था।
  • परन्तु वर्तमान में इस तनाव का कारण मणिपुर सरकार के द्वारा लिया गया एक फैसला है जिसमें उसने कुकियों के द्वारा बनाये गये एक स्मारक को ढहाने की बात कही है। यह स्मारक कुकियों द्वारा अंग्रेजों के खिलापफ विद्रोह की यादगार के तौर पर स्थापित किया गया था।
  • नागाओं ने हमेशा से ही इस स्मारक का विरोध् किया है।
  • 17 अक्टूबर को 'Anglo-Kuki War' के 100 वर्ष पूरे होने पर मणिपुर के कांगपोकपी जिले में एक समारोह का आयोजन किया गया था।