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Blog / 06 Aug 2019

(इनफोकस - InFocus) सुर्खियों में अनुच्छेद 370 (Article 370)

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(इनफोकस - InFocus) सुर्खियों में अनुच्छेद 370 (Article 370)


अनुच्छेद - 370

  • सुर्ख़ियों में क्यों
  • क्या है अनुच्छेद - 370
  • क्यों अनु. 370 हटना चाहिए
  • अनुच्छेद - 370 की प्रासंगिता

सुर्ख़ियों में क्यों?

  • हाल ही में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए केंद्र सरकार ने संकल्प पत्र प्रस्तुत किया
  • संकल्प पत्र में जम्मू कश्मीर राज्य को केंद्र शासित राज्य बनाने की सिफारिश की गई है
  • अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है

यहां यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि-

  • 26 अक्टूबर 1947 को महाराजा हरी सिंह ने भारत में शामिल होने के लिए विलय पत्र (इंस्ट्रूमेंट ऑफ़ एक्सेशन) पर दस्तख़त किए
  • 1950 में भारत के संविधान की पहली अनुसूची में भाग - ख राज्य में जम्मू कश्मीर को शामिल किया गया
  • राष्ट्रपति के आदेश पर जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू हुआ

क्या है अनुच्छेद - 370?

  • अनुच्छेद - 370 भारतीय संविधान का एक विशेष अनुच्छेद है, जो जम्मू कश्मीर राज्य को कुछ मामलों को छोड़कर स्वायत्ता प्रदान करता है
  • भारतीय संसद को जम्मू कश्मीर के मामले में सिर्फ रक्षा, विदेश मामले और संचार के विषय में कानून बनाने का अधिकार है
  • जम्मू कश्मीर राज्य को भारतीय संविधान से छूट मिली हुई है और राज्य को अपना अलग संविधान बनाने की इजाज़त भी दी गई है
  • संघ द्वारा बनाया गया कोई क़ानून केवल राष्ट्रपति के ही आदेश से एवं राज्य विधानसभा की मंज़ूरी जम्मू-कश्मीर में लागू हो सकता है
  • जम्मू कश्मीर राज्य की एक अलग दंड संहिता और एक अलग ध्वज रखने का अधिकार है
  • जम्मू - कश्मीर की विधानसभा का भी कार्यकाल 6 साल का होता है
  • राज्य का नाम और इसकी सीमाओं को बिना विधायिका की सहमति के बिना नहीं बदला जा सकता है
  • 1976 में बना भारतीय शहरी भूमि क़ानून भी जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं किया जा सकता है
  • राज्य में अशांति और हिंसा की गतिविधियां होने पर भी राष्ट्रपति ख़ुद से आपातकाल नहीं लगा सकते
  • संविधान की धारा 360 के तहत वित्तीय आपातकाल को भी जम्मू कश्मीर राज्य में नहीं लगाया जा सकता है

क्यों अनु. 370 हटना चाहिए?

  • जम्मू कश्मीर को मिला ये विशेष दर्जा अस्थायी था जोकि 26 जनवरी 1957 को जम्मू - कश्मीर संविधान सभा भंग होने के साथ ही ख़त्म हो गया था।
  • अनुच्छेद 370 में स्थायी निवासियों को लेकर शामिल अनुच्छेद 35 A को लेकर भी सवाल उठते रहे हैं
  • इसके कारण भारत के नागरिकों के बीच में विभेद होता है एवं संविधान प्रदत्त मूल अधिकारों का उल्लंघन होता है
  • यह आजादी के बाद कश्मीर में आए शरणार्थियों के अधिकारों को सीमित करता है
  • इसके कारण जम्मू कश्मीर राज्य के विकास में बाधा पहुंची है एवं इससे राज्य में निवेश के अवसर सीमित हुए हैं
  • इसके कारण वहां के लोगों को केंद्र सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिलता है।
  • इसके कारण ही जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों को मज़बूती मिली है।

अनुच्छेद - 370 की प्रासंगिता

  • अनुच्छेद 370 कश्मीर और केंद्र के बीच संबंधों में एक सेतु का काम करता है।
  • यह कश्मीरी संस्कृति एवं नृजातीयता पहचान को बनाए रखने में मदद करता है
  • अनुच्छेद 370 को हटाने से जम्मू और कश्मीर में अलगाववादियों द्वारा इसके दुरुपयोग की संभावना बढ़ जाएगी
  • जम्मू और कश्मीर में सरकार द्वारा विश्वास बहाली के लिए उठाए गए प्रयास कमजोर हो जाएंगे