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Blog / 23 Jun 2020

(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) वैश्विक निवेश रिपोर्ट 2020 और भारत (World Investment Report 2020 and India)

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(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) वैश्विक निवेश रिपोर्ट 2020 और भारत (World Investment Report 2020 and India)



माना इस साल की शुरुवात कोरोना वायरस से शुरू हुई जिसके कारण देश की अर्थवयवस्था पर बहुत असर पर रहा है.......लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर भी आई है....भारत पिछले साल नौवां सबसे ज्यादा FDI हासिल करने वाला देश बना.....हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के व्यापार एवं विकास सम्मेलन ने बीते सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की….

इस रिपोर्ट के अनुसार भारत 2019 में 51 इक्यावन अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी FDI हासिल करने साथ वर्ष के दौरान दुनियाभर में नौवें नंबर पर रहा....इससे पिछले साल 2018 में भारत को 42 बयालीस अरब डॉलर का FDI प्राप्त हुआ था.....तब भारत FDI पाने वाले शीर्ष 20 देशों में 12वें नंबर पर रहा था.....

आज DNS कार्यक्रम में हम चर्चा करेंगे UNCTAD की विश्व निवेश रिपोर्ट पर ... और साथ ही जानेंगे UNCTAD से जुडी कुछ मत्वपूर्ण बातों को ...

संयुक्त राष्ट्र संघ की व्यापार इकाई की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.... भारत को साल 2019 के दौरान दुनियाभर में अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफडीआई पाने वाले देशों में नौवें नंबर पर रहा..साथ ही इस रिपोर्ट में यह भी कहाँ गया कि भारत में कोविड-19 के बाद कमजोर लेकिन सकारात्मक आर्थिक वृद्धि हासिल होने और भारत के व्यापक बाजार देश के लिए निवेश आकर्षित करते रहेंगे....

2018 में 42 अरब डॉलर का FDI मिला था

UNCTAD यानि संयुक्त राष्ट्र के व्यापार एवं विकास सम्मेलन की विश्व निवेश रिपोर्ट 2020 में जहाँ एक और भारत के 2019 में 51 अरब डालर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हासिल की बात की गयी वहीं आपको बता इससे पिछले साल 2018 में भारत को 42 बयालीस अरब डॉलर का एफडीआई प्राप्त हुआ था.....तब भारत एफडीआई पाने वाले शीर्ष 20 देशों में 12वें नंबर पर रहा था.....

विकासशील एशिया क्षेत्र में भारत सबसे ज्यादा एफडीआई प्राप्त करने वाले शीर्ष पांच देशों में शामिल रहा....रिपोर्ट में 2020 में दुनियाभर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 40 फीसदी तक गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है....यह गिरावट 2019 में हुए 1,540 अरब डॉलर के प्रवाह के मुकाबले आ सकती है...

अगर ऐसा होता है तो यह 2005 के बाद पहला अवसर होगा कि दुनिया के देशों में एफडीआई पहली बार एक हजार अरब डॉलर के आंकड़े से नीचे आ जाएगा....दक्षिण एशिया के देशों में भी एफडीआई में 2020 के दौरान गिरावट आने का अनुमान है...

क्या है संयुक्त राष्ट्र के व्यापार एवं विकास सम्मेलन

संयुक्त राष्ट्र के व्यापार एवं विकास सम्मेलन की स्थापना 30 दिसम्बर, 1964 चौंसठ को महासभा द्वारा पारित प्रस्ताव के अंतर्गत की गयी थी.....आपको बतादें इसका मुख्यालय जेनेवा में है...अंकटाड में सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्यों के अतिरिक्त स्विट्जरलैंड एवं वेटिकन सिटी का भी प्रतिनिधित्व रहता है...इसके मुख्य अंगों में व्यापार एवं विकास बोर्ड (144 सदस्य), वस्तुओं व सेवाओं के व्यापार, निवेश तकनीक व उससे जुड़े वित्तीय मामले तथा व्यापार प्रोत्साहन व विकास से सम्बंधित तीन आयोग और एक सचिवालय शामिल हैं...इस सम्मेलन का आयोजन प्रत्येक चार वर्षों में एक बार होता है...

UNCTAD की कार्यप्रणाली

भिन्न समाजिक –आर्थिक व्यवस्थाओं वाले विशेषकर अल्पविकसित देशों के आर्थिक विकास को तीव्र करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाना है....अंतरराष्ट्रिय व्यापार और आर्थिक विकास से सम्बंधित समस्याओं के लिए सिद्धांत और नीति बनाना...समस्याओं के क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र व्यवस्था के अन्दर अन्य संस्थानों के क्रिया कलापों से समन्वय करना और उसकी समीक्षा करना....समान व्यापार सरकारों की तत्संबंधी विकास निति और क्षेत्रीय आर्थिक समूह के लिए एक केंद्र के रूप में मौजूद होना...

UNCTAD उद्देश्य

अंकटाड का उद्देश्य अल्पविकसित देशों के त्वरित आर्थिक विकास हेतु अंतरराष्ट्रीय व्यापार को प्रोत्साहित करना, व्यापारको प्रोत्साहित करना, व्यापार व विकास नीतियों का निर्माण एवं क्रियान्वयन करना, व्यापार व विकास के सम्बंध में संयुक्त राष्ट्र परिवार की विभिन्न संस्थाओं के मध्य समन्वय की समीक्षा व संवर्द्धन करना तथा सरकारों एवं क्षेत्रीय आर्थिक समूहों की व्यापार व विकास नीतियों में सामंजस्य लाना है....

155 भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में दी सवा लाख नौकरियां

इसी बीच भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने एक सर्वे में बताया कि 155 कंपनियों ने अमेरिका में 22 अरब डॉलर का निवेश किया है..इससे वहां 1.25 लाख नौकरियां पैदा हुईं....2020 नाम से जारी रिपोर्ट में सीआईआई ने कहा कि ये कंपनियां अमेरिका के सभी 50 राज्यों में कारोबार करती हैं। सबसे ज्यादा नौकरियां टेक्सास (17,578)अठ्त्र्र , कैलीफोर्निया (8,271इकाह्त्र्र ), न्यूजर्सी (8,057सत्तावन ), न्यूयॉर्क (6,175) पचत्तर और फ्लोरिडा (5,454) चौवन में मिली हैं....

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के न्यूजर्सी, टेक्सास, कैलीफोर्निया, न्यूयॉर्क, इलिनॉइस और जॉर्जिया में भारतीय कंपनियों की संख्या सबसे ज्यादा है। इन कंपनियों में शामिल 77 फीसदी का कहना है कि अगले 5 साल में वे अमेरिका में निवेश को और बढ़ाएंगी, जबकि 83 तिरासी फीसदी ने और ज्यादा कर्मचारियों को भर्ती करने की योजना बताई है। अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय के कार्यकारी डिप्टी सचिव डायन फरेल ने कहा कि यह रिपोर्ट भारतीय कंपनियों की सफलता दर्शाती है और बताती है कि अमेरिका कारोबार करने के लिए बेहतर जगह है।