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Blog / 26 Apr 2019

(डेली न्यूज़ स्कैन (DNS हिंदी) ट्रेडिशनल नॉलेज डिजिटल लाइब्रेरी (Traditional Knowledge Digital Library)

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(डेली न्यूज़ स्कैन (DNS हिंदी) ट्रेडिशनल नॉलेज डिजिटल लाइब्रेरी (Traditional Knowledge Digital Library)


मुख्य बिंदु:

भारत हमेशा से परम्परागत यानि Traditional Knowledge का गढ़ रहा है। शिक्षा से लेकर चिकित्सा तक, तकनीकि से लेकर विज्ञान तक भारत ने हमेशा ज्ञान के भण्डार को दुनिया के सामने रखा है, परन्तु समय के साथ यदि ज्ञान को संरक्षित न किया जाये तो यह ज्ञान का भण्डार खाली होने लगता है या यूँ कहें कि यह ज्ञान लुप्त होने लगता है।

इसी परम्परागत ज्ञान के भण्डार को संरक्षित यानि Preserve करने के लिए भारत सरकार के अन्तर्गत आने वाले AYUSH मंत्रालय ने CSIR के साथ मिलकर Traditional Knowledge Digital Library का निर्माण किया है।

अपने DNS के आज के म्चपेवकम में हम जानेंगे कि क्या है Traditional Knowledge Digital Library.

आयुष Ministry और CSIR यानि कि Council of Scientific and Industrial Research, New Delhi ने संयुक्त रूप में, परम्परागत चिकित्सा एवं Modern Science के Area में इसको Integrate करके, अनुसंधान या Research और Education के Purpose से इसे बनाया है।

क्या है TKDL?

  • TKDL, परम्परागत ज्ञान, खासकर औषधीय पौधों और उसके गुणों का भारतीय चिकित्सा में योगदान का एक क्पहपजंस संग्रह है।
  • ये एक प्रकार की Digital Library है, जिसके परम्परागत ज्ञान को Digital form में ही डाला गया है।
  • सबसे पहले इसे 2001 में शुरू किया गया था।
  • इस Library का उद्देश्य प्राचीन और Traditional Knowledge को Bio-piracy, एवं गैर-कानूनी Patents (पेटेंट्स) से रोकना है।
  • यहाँ इन सूचनाओं को Electronic form में अर्न्तराष्ट्रीय मानकों पर Classified Protection में रखा जाता है, जिसको चोरी न किया जा सके।
  • इसी जगह से भी जान लेना जरूरी होगा कि Bio-piracy क्या है?
  • Bio-piracy स्वाभाविक रूप से होने वाली आनुवांशिक या Genetic materials और Bio-chemical form का Commercial exploitation या व्यावसायिक शोषण है।
  • अधिकांश स्वदेशी लोगों के पास एक पारंपारिक ज्ञान होता है, जो वे पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाते रहते हैं, और इसी ज्ञान के गलत इस्तेमाल होने या खो जाने के डर से ही TKDL का निर्माण किया गया है।

TKDL की विशेषतायें-

  • ये Ayurveda, यूनानी, सिद्धा एवं योग से संबंधित हे।
  • यहाँ सूचनाएँ Digital format में होती है।
  • ये पाँच भाषाओं में Available है-
  • ये पाँच भाषायें - English, German, French, Japanese and Spanish हैं।
  • TKDL प्राचीन संस्कृत और पेटेंट परीक्षकों में दर्ज जानकारी के बीच एक Bridge के रूप में कार्य करता है।
  • TKDLए परीक्षकों या Scientists को आसानी से उपलब्ध नहीं होने वाली जानकारी तक पहुँच की सुविधा प्रदान करता है।

सरल शब्दों में ये कह सकते हैं कि -

  • TKDL इस परम्परागत ज्ञान को सदियों तक या यूँ कहें कि आने वाले भविष्य के लिए सुरक्षित रखने का काम कर रहा है, ताकि इस मूल्यवान ज्ञान का लाभ आने वाली पीढि़याँ भी ले सकें।