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Blog / 04 Nov 2019

(इनफोकस - InFocus) क्वांटम कम्प्यूटिंग (Quantum Computing)

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(इनफोकस - InFocus) क्वांटम कम्प्यूटिंग (Quantum Computing)



चर्चा में क्यों?

हाल ही में दुनिया के सबसे बडे़ Search Engine Google ने Computer की दुनिया का सबसे आधुनिक अजूबा बनाने की बात कही है जिसे Quantum Computer कहा जाता है।

क्या है?

Quantum नाम सुनते ही हम इसे भौतिक विज्ञान यानि की Physics के आस-पास देखने लगते हैं, इसी Physics के Quantum को तकनीकि से जोड़कर Google एक नया Computer पेश कर रहा है,तो आइये जानते है Quantum Computer के बारे में पर इसको जानने से पहले हमें जानना होगा actual या Classical Computer के बारे में-

दरअसल, Computer एक ऐसी Device है जो हमारे द्वारा दिये गये Command के अनुसार काम करती है। इसे सगंणक की कहा जाता है। Computer शब्द Compute से निकला है अर्थात् गणना करना।
जी हाँ Computer हमारे द्वारा दिये गये Input Command को Compute अर्थात् गणना करके Output को प्रस्तुत करता है।

वास्तव में Computer दो प्रकार के होते हैं, एक जिसका नाम लेने पर हमारे मन में घर में रखे Desktop या Laptop की तस्वीर सामने आती है और एक दूसरा जो कि इसका आधुनिक version है जिसे Quantun computer नाम दिया गया है।

  • दरअसल साधारण Computer एक Binary या Code के रूप में हमारा निर्देश स्वीकार करता है और इस Code की गणना करके वह इनका output screen पर दिखाता है।
  • इन्हें Bit (बिट) कहा जाता है।
  • ये Bit- Binary numbers के स्वरूप को ही कहा जाता है।
  • साधारण Computer इन बिट्स को 0- zero या 1 one के रूप में लेता है और इन्ही की Coding करके वह निर्देश को Store करता है।

जैसे एक Light का बल्ब या तो on होता है या off होता है उसी तरह Computer या तो कोई निर्देश 0 या 1 में ही स्वीकारता है।

  • इस तरह की 8 बिट्स का एक Byte होता है।
  • 1 Kilo Byte या KB में esa 1024 Bytes होते हैं।
  • 1 Mega Byte या MB में 1024 KiloBytes होते हैं और 1 Giga Byte या GB में 1024 Megabytes होते हैं।
  • इसी तरह Computer का Storage काम करता है यानि जितना ज्यादा GB का Storage उतना ही ज्यादा कोई Computer 0 या 1 के स्वरूप में सूचनाओं को Coding करके अपने अन्दर रख पाता हैं।

इसके अलावा जब हम कोई Computer या Phone खरीदते हैं तो उसके Processor को भी देखते है जैसे Processor कितने GB का है और कितने बिट्स का है।

जैसे अगर हम कोई 12 GB की Ram का फोन लेते हैं तो वो 64 बिट्स के Architecture के साथ आता है जिसका मतलब है कि वो फोन एक Second में 64 बिट्स की गणना कर सकता है और पलक झपकते ही आपके निर्देशों को मान कर कार्य को पूरा करता है।

अब बात करते हैं Quantum Computer की,जैसे Classical सिर्फ 0 या 1 के रूप में सूचनाएं समझते हैं या सरल भाषा में कहें तो Classical Computer या तो धरती या आसमान को ही समझता व मानता है,लेकिन Quantum Computer इसके बीच की दुनिया को भी खोजने की बात करता है।

Quantum Computer सूचनाओं को या निर्देशों को 0 (zero या 1 (one) के बीच भी किसी जगह पर समझने की बात करता है और उनके अनुसार सूचनाओं को और तेजी से store करने व गणना करके output देने की बात करता है।

जैसे हो सकता है कि Quantum Computer 0 (zero) और 1 (one) के बीच 0.10, 0.20, 0.30, 0.40. या 0.50 इत्यादि को भी गणना में ला सके।

इसका सीधा परिणाम या होगा कि अब सूचनाओं को Coding और storage में Quantum Computer कम space के साथ तेजी से कार्य कर पायेगा और Result भी उसी के अनुसार तेजी से देगा।

दूसरे शब्दों में कहा जाये तो Classical Computer सिर्फ 0 (zero) और 1 (one) यानि two dimensions यानि दो आयामों पर बात करता है जबकि Quantum Computer कई सारे आयामों या 3 d 4 d 5 d  इस तरह के dimensions की बात करता है।

Classical Computer इस सिद्धान्त पर कार्य करता है कि या तो कोई चीज सौ प्रतिशत 0 के स्वरूप में होगी या सौ प्रतिशत 1 के स्वरूप में होगी पर Quantum Computer इस सिद्धान्त पर भी कार्य करता है कि कोई चीज हो सकता है 60 प्रतिशत 0 हो और चालीस प्रतिशत 1 यानि Quantum Computer 0 (zero) और 1 (one) के मिश्रण पर भी कार्य करता है जिसे Quantum Computing की भाषा में "Super position" कहा जाता है।

इसके लाभ क्या है?

अगर Quantum Computer विकसित कर लिया गया तो इसके कई बेहतरीन लाभ हो सकते है जैसे-

  • Artifical Intelligence यानि कृत्रिम बुद्धिमता जो कि आज की एक आवश्यकता बन चुका है इसमें नये आयाम निकाले जा सकते है।
  • इसकी मदद से विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में भी कई नामुमकिन समझे जाने वाले अविष्कारों को पूरा किया जा सकता है
  • Quantum Computing आगे आने वाली जटिल समस्याओ को भी सुलझाया जा सकता है
  • Quantum Computing से Space यानि अंतरिक्ष के भी कई अनसुलझे रहस्य को सुलझाया जा सकता है