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Blog / 25 Apr 2019

(Video) भारतीय कला एवं संस्कृति (Indian Art & Culture) मुगलकालीन स्थापत्य कला (Mughal Period Architecture)

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(Video) भारतीय कला एवं संस्कृति (Indian Art & Culture) मुगलकालीन स्थापत्य कला (Mughal Period Architecture)


मुख्य बिंदु:

  • भारतीय इतिहास हमेशा से ही कला एवं संस्कृति में धनी रही है, बुद्ध के काल से शुरू हुई स्थापत्य कला जो आज तक जारी है वह दुनिया के हजारों पन्नों को अपने आप में समेट हुए है।
  • अपनी Art & Culture की इस श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए आज हम मुगल स्थापत्य कला तक पहुंच गये है।
  • यह कहना तो उचित नहीं होगा कि भारत में मुगल स्थापत्य कला सबसे बेहतरीन थी पर इतना जरूर है कि अन्य कलाओं की अपेक्षा यह सबसे नई है और इसी कारण से यह अपने वास्तवित स्वरूप में बची हुई है।
  • मुगल काल की अधिकांश धरोहरे आज भी सुरक्षित रूप से बची हुई है जबकि इससे पहले की इमारतें टूटी-फूटी व खंडित हो चुकी हैं। अगर प्रमाणिता की बात की जाए तो मुगल काल की स्थापत्य कला के बारे में हमें पर्याप्त लिखित स्रोत मिल जाते है जिनके माध्यम से इस कला को समझना आसान है।
  • मुगल काल की कई इमारतों व किलों का प्रयोग आज भी भारत सरकार व भारतीय सेना के द्वारा किया जाता है, उदाहरण के तौर पर दिल्ली का लाल किला, जो न सिर्फ आज हमारी पहचान का हिस्सा है बल्कि लाल किले की चोटी पर फहराता हुआ तिरंगा हमारी शान का प्रतीक भी है।
  • 1526 में पानीपत के युद्ध में जीत प्राप्त करने के बाद बाबर ने मुगल वंश की सत्ता को भारत में स्थापित किया।
  • बाबर शुरूआती दौर में कला व स्थापत्य में ज्यादा गौर नहीं कर पाया क्योंकि वह मुगल सत्ता की जड़ों को भारत में मजबूत करने में लगा हुआ था।
  • अपने पांच साल के छोटे से शासन काल में उसने पानीपत के काबुली बाग में एक मस्जिद का निर्माण करवाया।
  • बाबर की एक और संरचना है जो दिल्ली के सांभल के पास जामी मस्जिद के नाम से जानी जाती है।
  • बाबर की मृत्यु के बाद हुमायूं जो कि बाबर का पुत्र व अकबर का पिता था उसने मुगल बणडोर को सम्भाला।
  • सूरियों के हाथ से सत्ता वापस लेकर उसने मुगल साम्राज्य को और मजबूत किया।
  • अगर हुमायूं के शासन में बनी इमारतों की बात की जाए तो इसमें Persian प्रभाव बड़े पैमाने पर दिखता है। लेकिन यह फारसी प्रभाव हुमायूं की मृत्यु के कई सालों बाद अपने पूर्ण रूप से दिखाई दिया।
  • उदाहरण के तौर पर हुमायूं की मृत्यु के आठ साल बाद हुमायूं की पत्नी हाजी बेगम ने दिल्ली में हुमायूं का मकबरा बनावया जिसमें फारसी कला का प्रभाव बड़े पैमाने पर दिखता है।
  • हुमायूं का यह मकबरा इतने बेहतरीन तरीके से बना है कि कुछ इतिहासकार तो यह भी मानते है कि ताजमहल भी इसी मकबरे से प्रेरित होकर बनाया गया था।
  • शेरशाह सूरी जिसने कुछ समय के लिये मुगलों के हाथ से सत्ता छीन ली थी अगर उसके द्वारा बनाई कुछ इमारतों की बात करें तो इनमें से कुछ प्रमुख इमारतें आज पाकिस्तान में स्थित है जैसे रोहतास का किला जो UNESCO की World Heritage Site मे भी शामिल है।
  • शेरशाह ने बिहार में अपने नाम से एक मस्जिद का निर्माण भी करवाया था जो कि पटना के पास स्थित है।
  • दिल्ली के पुराने किले में शेरशाह ने एक Library भी बनवाई थी और यह वही Library थी जिसकी सीढि़यों से गिरकर हुमायूं की मौत हुई थी।
  • हुमायूं के बाद मुगल वंश की बागडोर मुगल काल के सबसे काबिल शासक अकबर के हाथों में गई
  • अकबर का शासन काल अपने पिता व दादा की अपेक्षा काफी लम्बा रहा और उसने सही मायनों में मुगल काल को पुनः स्थापित किया।
  • अकबर के काल में बनाई गई इमारतों लाल बलुआ पत्थर का बड़ें पैमाने पर उपयोग किया गया।
  • अकबर के द्वारा गये अगर सबसे पहले बड़े Project की बात करें तो वह था आगरा का किला।
  • यह किला भारत के सबसे विशाल किलों मे से एक है जिसे लाल पत्थरों से बनाया गया है।
  • आगरा के किले को देखें तो साफ-साफ पता चलता है कि अकबर ने यह किला राजपूतों से प्रेरित होकर बनवाया था। जिसे UNESCO की World Heritage Site का दर्जा भी प्राप्त है।
  • किले के भीतर जहांगीरी महल, मोती मस्जिद वे मीना बाजार आदि प्रमुख इमारते है।
  • अकबर के द्वारा बनवाये गये दीवान-ए-खास में जोधा बाई का महल और बीरबल का महल आदि प्रमुख है जिन्हें हिन्दू कारीगरों द्वारा मण्डल Model में बनाया गया है।
  • अकबर को उसके शासन काल में सामाजिक, राजनैतिक व धार्मिक एकीकरण के लिये जाना जाता है इसीलिये उसने फतेहपुर सीकरी नामक शहर के निर्माण में कई ऐसी इमारते बनवाई जिनका उद्देश्य सामाजिक एकीकरण था।
  • फतेहपुर सीकरी की इमारते हिन्दू व इस्लामिक दोनों ही कलाओं का बेजोड़ संगम है।
  • बुलंद दरवाजा, पंचमहल, सलीम चिश्ती की दरगाह इस दीवार बंद शहर की प्रमुख इमारते है।
  • अकबर के बाद जहांगीर ने कला के क्षेत्र में Paintings पर ज्यादा गौर किया।
  • जहांगीर ने लाल बुलआ पत्थर की जगह जब संगमरमर का प्रयोग भी शुरू करवाया पर इनसे भी खूबसूरत काम था बगीचों का निर्माण।
  • जहांगीर ने मुगल कला को कुछ नये रंग दिये उसने कई स्थानों पर बगीचों का निर्माण करवाया जिसमें सबसे प्रसिद्ध कश्मीर की डल झील के किनारे पर बसा शालीमार बाग है।
  • मुगल काल यूं तो कला प्रेमी शासकों से भरा हुआ है पर इनमें सबसे प्रमुख नाम शाहजहां का आता है।
  • शाहजहां के प्रमुख निर्माणों में से दिल्ली का लाल किला, जाया मस्जिद, आगरा के किले का कुछ भाग, मोती मस्जिद व सबसे प्रमुख ताजमहल आदि प्रसिद्ध है।
  • शाहजहां ने अपने शासन काल में एक विशेष सिंहासन भी बनावाया जिसे मयूर सिंहासन कहते थे। शाहजहां ने अपने सभी इमारतों में कुरान की आयते भी गुदवाई।
  • शाहजहां ने बड़े पैमाने संगमरमर का प्रयोग किया जिसका जीता जागता उदाहरण ताजमहल है जो दुनिया के सात अजूबों में शामिल है।
  • दिल्ली में लाल किले के सामने उसने भारत की सबसे बड़ी मस्जिद जामा मस्जिद का निर्माण करवाया।
  • शाहजहां के बाद औरंगजेब ने जब मुगल बागडोर संभाली तो उसने कला पर ध्यान देने के बजाय धार्मिक चीजों पर अपना ज्यादा ध्यान दिया इसीलिये औरंगजेब के शासन काल में मुगल कला व चित्रकारी का भीषण पतन हुआ।
  • औरंगजेब के पुत्र द्वारा बनवाया गया बीबी का मकबरा जो कि दक्कन क्षेत्र में मुगल कला की एक पहचान के रूप में जीवित है।
  • बीबी के मकबरे को दक्कन का ताजमहल भी कहते है क्योंकि इसका निर्माण ताजमहल की नकल पर किया गया था।
  • औरंगजेब के बाद मुगल साम्राज्य कमजोर हो गया और लड़खाने लगा।
  • इस अस्थाई शासनकाल के दौर में कई राजा आये व गये पर किसी ने भी स्थापत्य कला पर ध्यान नहीं दिया।
  • मुगलकाल की आखिरी निशानी के तौर पर जीना महल को देखा जाता है जिसे अंतिम मुगल सम्राट बहादुरशाह जफर की प्रिय पत्नी जीनत महल ने दिल्ली के लाल कुआं बजार में बनवाया था।