संदर्भ:
वियतनाम अब आधिकारिक रूप से BRICS समूह में "साझेदार देश" (Partner Country) के रूप में शामिल हो गया है। यह उसकी वैश्विक कूटनीति और आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। "साझेदार देश" की यह नई श्रेणी 2024 में रूस के कज़ान में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य बिना पूर्ण सदस्यता के अन्य देशों के साथ सहयोग को बढ़ाना है।
साझेदार देश का दर्जा:
वियतनाम इस श्रेणी में आधिकारिक रूप से शामिल होने वाला 10वां देश बन गया है। वर्तमान में ब्रिक्स के साझेदार देशों की सूची इस प्रकार है:
· वियतनाम
· बेलारूस
· बोलीविया
· कज़ाकिस्तान
· क्यूबा
· मलेशिया
· नाइजीरिया
· थाईलैंड
· युगांडा
· उज्बेकिस्तान
इस मॉडल के तहत ब्रिक्स उन देशों के साथ आर्थिक विकास, दक्षिण-दक्षिण सहयोग, वित्तीय सुधार और बहुध्रुवीय कूटनीति जैसे साझा उद्देश्यों पर मिलकर काम कर सकता है, जिन्हें फिलहाल समूह के निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया है।
वियतनाम को क्या लाभ होंगे?
· बाजार तक पहुंच: ब्रिक्स देशों के साथ संबंध मजबूत होने से व्यापार और निवेश के नए अवसर मिल सकते हैं।
· विकास सहयोग: वियतनाम ‘न्यू डेवलपमेंट बैंक’ (NDB) जैसे संस्थानों से विकास के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकेगा।
· तकनीक और बुनियादी ढांचा: डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, अक्षय ऊर्जा और परिवहन जैसे क्षेत्रों में साझेदारी के मौके मिलेंगे।
· राजनयिक प्रभाव: वैश्विक संस्थाओं में अपनी आवाज और भूमिका को मज़बूत कर सकेगा।
ब्रिक्स के बारे में:
ब्रिक्स का मतलब “ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका” है।
इस समूह की शुरुआत "BRIC" (दक्षिण अफ्रीका के बिना) नाम से 2006 में हुई थी और पहला शिखर सम्मेलन 2009 में रूस में हुआ था।
दक्षिण अफ्रीका 2010 में जुड़ा, जिससे यह "BRICS" बन गया।
सदस्य देश:
· प्रारंभिक 5 सदस्य: ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका
· नए सदस्य (ब्रिक्स +): मिस्र, इथियोपिया, ईरान, इंडोनेशिया, संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
ब्रिक्स का महत्व:
· जनसंख्या: दुनिया की 45% आबादी ब्रिक्स देशों में रहती है।
· सकल घरेलू उत्पाद (GDP): विश्व सकल घरेलू उत्पाद में इस समूह का योगदान 37.3% है, जो यूरोपीय संघ के 14.5% और जी7 के 29.3% से अधिक है।
मुख्य उद्देश्य:
· सहयोग को बढ़ावा देना: आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक विकास जैसे क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाना।
· वैश्विक संरचना को चुनौती: एक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था को बढ़ावा देना और वर्तमान वैश्विक शासन प्रणाली को संतुलित करना।
निष्कर्ष:
वियतनाम का ब्रिक्स में 'साझेदार देश' के रूप में शामिल होना दोनों पक्षों के साझा हितों का एक रणनीतिक मेल है। यह ब्रिक्स के लिए आर्थिक विविधता और भू-राजनीतिक संतुलन को बढ़ाता है, जबकि वियतनाम को वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति सुदृढ़ करने का एक नया अवसर प्रदान करता है। बदलते वैश्विक परिदृश्य में, जहां दुनिया बहुध्रुवीयता की ओर अग्रसर है, वियतनाम की संतुलित विदेश नीति और सक्रिय बहुपक्षीय रुख उन देशों के लिए एक आदर्श बन सकता है, जो वैश्विक व्यवस्था में अपनी प्रभावी भूमिका तलाश रहे हैं।