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Blog / 15 Oct 2025

चीन पर 100% टैरिफ

संदर्भ:

हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की है कि 1 नवंबर से चीन से आयातित सभी वस्तुओं पर 100% टैरिफ लगाया जाएगा। यह कदम पहले से ही तनावपूर्ण अमेरिकाचीन व्यापार संबंधों में एक गंभीर वृद्धि है। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब चीन ने दुर्लभ पृथ्वी तत्वों (Rare Earth Elements – REEs) और उनसे जुड़ी तकनीकों, विशेषकर सैन्य और सेमीकंडक्टर उद्योगों में, निर्यात पर कड़े नियंत्रण लागू किए हैं।

पृष्ठभूमि:

चीन ने अतिरिक्त दुर्लभ पृथ्वी तत्वों और उनसे जुड़ी तकनीकों पर नए निर्यात नियंत्रण लागू किए हैं।

·         नए नियमों के अनुसार, उन वस्तुओं के लिए भी निर्यात लाइसेंस आवश्यक होगा जिनमें चीनी दुर्लभ पृथ्वी तत्वों की मामूली मात्रा (≥ 0.1%) मौजूद हो। खनन, मैग्नेट उत्पादन और रीसाइक्लिंग से जुड़ी तकनीकों पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं।

·         चीन ने इन कदमों को राष्ट्रीय सुरक्षा, गैर-प्रसार नीति और डुअल-यूज तकनीक (दोहरी उपयोग वाली तकनीक) के जोखिम के आधार पर उचित ठहराया है।

दुर्लभ पृथ्वी तत्व (REEs) के बारे में:

  • दुर्लभ पृथ्वी तत्व 17 धातु तत्व होते हैं जिनका उपयोग उच्च तकनीक वाले उत्पादों जैसे- मैग्नेट, मोटर्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, नवीकरणीय ऊर्जा, एयरोस्पेस और रक्षा में किया जाता है।
  • चीन इस क्षेत्र में प्रमुख है, यह विश्व के लगभग 60% खनन और 90% प्रसंस्करण का संचालन करता है। इस प्रभुत्व के कारण चीन की नीतियाँ वैश्विक आपूर्ति में बाधा उत्पन्न कर सकती हैं।

Rare Earth Elements in India: Strategic Resource, Challenges, and  Opportunities

प्रभाव:

·         सप्लाई चेन में व्यवधान और लागत में वृद्धि: इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन, रक्षा और सेमीकंडक्टर उद्योगों में सामग्री की कमी, लागत बढ़ने और डिलीवरी में देरी की संभावना।

·         टैरिफ के असर और उपभोक्ताओं पर प्रभाव: अमेरिकी विशेषज्ञों ने चेताया है कि 100% टैरिफ से उपभोक्ता कीमतें बढ़ जाएँगी।

·         चीन के भीतर प्रतिक्रिया: चीन के अपने दुर्लभ पृथ्वी और मैग्नेट उत्पादक प्रभावित हुए हैं, निर्यात कम हुआ है और स्टॉक बढ़ गया है।

·         भू-राजनीतिक और रणनीतिक प्रभाव: दुर्लभ पृथ्वी तत्व अब एक महत्वपूर्ण दबाव का साधन बन गए हैं। चीन इसे कूटनीतिक रियायतें हासिल करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है, जबकि अमेरिका और उसके सहयोगी वैकल्पिक स्रोतों की खोज को तेज करेंगे।

·         संघर्ष की संभावना: टैरिफ और संसाधन नियंत्रण के एक साथ होने से पूर्ण पैमाने पर व्यापार युद्ध का खतरा बढ़ गया है, जिससे वैश्विक आर्थिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

निष्कर्ष:

अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ और दुर्लभ पृथ्वी तत्वों के निर्यात नियंत्रण पर विवाद एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है। अब आर्थिक नीतियाँ, तकनीक और संसाधन नियंत्रण गहराई से जुड़े हुए हैं। चीन की आपूर्ति पर पकड़ उसे रणनीतिक लाभ देती है, लेकिन संभावित प्रतिशोध और वैश्विक प्रतिक्रिया इसे जोखिम भरा बनाती है। यदि कूटनीतिक प्रयास विफल होते हैं, तो यह एक और अस्थिर, संसाधन-केंद्रित व्यापार युद्ध की शुरुआत कर सकता है, जिसका असर उद्योगों, उपभोक्ताओं और भू-राजनीतिक स्थिरता पर गंभीर रूप से पड़ेगा।