होम > Blog

Blog / 07 Oct 2025

ट्रेड वॉच तिमाही रिपोर्ट जारी

संदर्भ:

6 अक्टूबर 2025 को नीति आयोग ने नई दिल्ली में अपनी प्रमुख तिमाही व्यापार निगरानी रिपोर्ट, ट्रेड वॉच तिमाही रिपोर्ट (Q4, FY25) का चौथा संस्करण जारी किया। इस रिपोर्ट में भारत के चौथी तिमाही के व्यापार प्रदर्शन, क्षेत्रवार रुझान, निर्यात विविधीकरण की संभावनाएँ और देश के बाहरी व्यापार क्षेत्र की मजबूती बढ़ाने के लिए नीतिगत सुझावों का विस्तृत मूल्यांकन प्रस्तुत किया गया है।

वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के ट्रेड वॉच की मुख्य विशेषताएं:

1.        व्यापार के आंकड़े और वृद्धि:

o    वित्त वर्ष 2025 में भारत का कुल व्यापार 441 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 2.2% वृद्धि दर्शाता है।

o    वैश्विक मांग में कुछ वस्तु क्षेत्रों में मंदी के कारण माल निर्यात पर दबाव रहा, लेकिन इलेक्ट्रिकल मशीनरी, फार्मास्यूटिकल्स और अनाज जैसे चयनित क्षेत्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया।

o    आयात में मामूली वृद्धि हुई, जो पूंजीगत सामान और मध्यवर्ती इनपुट्स की मांग से प्रेरित थी।

2.      लेदर और फुटवियर क्षेत्र:

o    एक विशेष अध्याय चमड़ा और जूता उद्योग पर केंद्रित है, यह रोजगार-सृजन वाला वह क्षेत्र है, जिसमें लगभग 44 लाख लोग कार्यरत हैं।

o    भारत की मजबूती प्रोसेस्ड लेदर और विशिष्ट उत्पादों में है, लेकिन वैश्विक चमड़ा और फुटवियर बाजार में इसका हिस्सा अभी भी सीमित (~1.8%) है।

o    रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि क्लस्टर-आधारित आधुनिकीकरण, स्थायी और डिज़ाइन-केंद्रित प्रथाओं को अपनाया जाए और अनुसंधान एवं विकास (R&D) से बेहतर जुड़ाव सुनिश्चित किया जाए।

3.      व्यापार विविधीकरण और रणनीति:

o    रिपोर्ट में निर्यात में विविधीकरण की आवश्यकता पर जोर दिया गया है, चाहे वह नए बाजार हों या उत्पादजिससे कुछ विशेष भौगोलिक क्षेत्रों या वस्तु वर्गों पर निर्भरता के जोखिम को कम किया जा सके।

o    यह भी कहा गया है कि सेवा निर्यात अभी भी मजबूत प्रदर्शन कर रहे हैं, जो माल व्यापार की अस्थिरता को संतुलित करने में मदद करता है।

o    रिपोर्ट में वैश्विक मांग में बदलाव के अनुसार लचीलेपन, सप्लाई चेन का पुनर्गठन और नए क्षेत्रों (जैसे ईवी घटक, हरित तकनीक, इलेक्ट्रॉनिक्स) में अवसर तलाशने पर ध्यान देने की आवश्यकता बताई गई है।

नीति आयोग के बारे में:

नीति आयोग (National Institution for Transforming India) भारत सरकार का प्रमुख सार्वजनिक नीति विचारक संस्थान है। इसे 1 जनवरी 2015 को स्थापित किया गया और इसने पूर्ववर्ती योजना आयोग का स्थान लिया। नीति आयोग अपने पूर्ववर्ती की तुलना में नीचे से ऊपर की दृष्टिकोण अपनाता है और राज्यों को आर्थिक नीति निर्माण में सक्रिय रूप से शामिल करके सहकारी संघवाद को बढ़ावा देता है।

प्रमुख कार्य:

नीति आयोग विभिन्न विभागों और पहलों के माध्यम से कार्य करता है:

    • नीति और कार्यक्रम ढांचा: दीर्घकालिक और रणनीतिक नीतिगत ढांचे तथा कार्यक्रम तैयार करना।
    • सहकारी संघवाद: राज्यों के साथ संरचित सहयोग और निरंतर समर्थन देकर सहकारी संघवाद को प्रोत्साहित करना।
    • निगरानी और मूल्यांकन: कार्यक्रमों और पहलों के क्रियान्वयन की सक्रिय निगरानी और मूल्यांकन करना।
    • विचारक मंडल एवं ज्ञान-नवाचार केंद्र: एक विचारक मंडल के रूप में काम करना और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रबुद्ध मंडल (Think Tank) के साथ साझेदारी को बढ़ावा देना।
    • राज्य सहायता मिशन: राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ संरचित और संस्थागत सहयोग को प्रोत्साहित करना, ताकि वे 2047 तक अपने सामाजिक-आर्थिक लक्ष्यों को हासिल कर सकें।

निष्कर्ष:

ट्रेड वॉच तिमाही रिपोर्ट वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद भारत की सतर्क और मजबूत स्थिति को उजागर करती है। रणनीतिक नीति निर्माण, नवाचार और बाजार विविधीकरण पर ध्यान केंद्रित करके भारत उभरते अवसरों का लाभ उठाने और अपने व्यापार प्रदर्शन को और मजबूत करने के लिए तैयार है। यह रिपोर्ट नीति निर्माताओं, उद्योग और अकादमिक जगत के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है, जो वैश्विक व्यापार की जटिलताओं को समझने और उनका सफलतापूर्वक प्रबंधन करने के लिए व्यावहारिक सुझाव प्रदान करती है।