संदर्भ:
सेंटिनल-6बी उपग्रह को हाल ही में अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया स्थित वैंडनबर्ग स्पेस फ़ोर्स बेस से स्पेसएक्स फाल्कन-9 रॉकेट के माध्यम से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया। यह उपग्रह कोपरनिकस सेंटिनल-6 / जेसन-सीएस, संयुक्त मिशन का हिस्सा है।
सेंटिनल-6बी: मुख्य विशेषताएँ:
सेंटिनल-6बी, एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है, जिसे वैश्विक समुद्र-स्तर में होने वाले परिवर्तनों को अत्यधिक सटीकता से मापने के लिए विकसित किया गया है।
विकास करने वाली एजेंसियाँ:
यह मिशन एक बहुराष्ट्रीय सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA), अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (NASA), नेशनल ओशियानिक ऐंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA), यूरोपीय मौसम उपग्रह संगठन (EUMETSAT) और फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी (CNES) संयुक्त रूप से भाग ले रहे हैं।
उद्देश्य एवं वैज्ञानिक उपकरण:
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- मुख्य उद्देश्य
- वैश्विक समुद्र-स्तर बढ़ोतरी का सटीक मापन
- महासागरीय परिसंचरण (Ocean Circulation) की निगरानी
- जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का आकलन
- मौसम व जलवायु मॉडल को अधिक सटीक बनाना
- वैश्विक समुद्र-स्तर बढ़ोतरी का सटीक मापन
- मुख्य उद्देश्य
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प्रमुख उपकरण:
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- पोसीडन–4 रडार अल्टीमीटर
- समुद्र की सतह से रडार सिग्नल की वापसी का समय मापता है।
- समुद्र-स्तर को सेंटीमीटर-स्तर की सटीकता से मापता है।
- समुद्र की सतह से रडार सिग्नल की वापसी का समय मापता है।
- उन्नत माइक्रोवेव रेडियोमीटर (ए.एम.आर-C)
- वातावरण में जल वाष्प के प्रभाव को सुधारता है।
- समुद्र-स्तर माप को और अधिक परिशुद्ध बनाता है।
- वातावरण में जल वाष्प के प्रभाव को सुधारता है।
- जीएनएसएस रेडियो ऑक्ल्टेशन (जीएनएसएस–आरओ)
- तापमान और आर्द्रता की ऊँचाई-आधारित वायुमंडलीय प्रोफ़ाइल तैयार करता है।
- तापमान और आर्द्रता की ऊँचाई-आधारित वायुमंडलीय प्रोफ़ाइल तैयार करता है।
- मौसम पूर्वानुमान और जलवायु मॉडलिंग को बेहतर बनाता है।
- पोसीडन–4 रडार अल्टीमीटर
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रणनीतिक महत्व:
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- जलवायु विज्ञान में योगदान:
- वैश्विक समुद्र-स्तर बढ़ोतरी की दीर्घकालिक प्रवृत्तियों को मापना।
- महासागरों में ऊष्मा, जल और कार्बन के भंडारण को समझना।
- जलवायु परिवर्तन के वैज्ञानिक प्रमाणों को मजबूत करना।
- वैश्विक समुद्र-स्तर बढ़ोतरी की दीर्घकालिक प्रवृत्तियों को मापना।
- तटीय क्षेत्रों के लिए महत्व:
- तटीय योजनाओं और बाढ़ जोखिम प्रबंधन में सहायता।
- समुद्र-स्तर वृद्धि के भविष्य के परिदृश्यों का आकलन।
- तटीय योजनाओं और बाढ़ जोखिम प्रबंधन में सहायता।
- महासागरीय अध्ययन:
- समु्द्री धाराओं, लहरों और हवाओं के व्यवहार की भविष्यवाणी में सहायक।
- शिपिंग, मत्स्य पालन और समुद्री अर्थव्यवस्था को समर्थन।
- समु्द्री धाराओं, लहरों और हवाओं के व्यवहार की भविष्यवाणी में सहायक।
- मौसम और आपदा प्रबंधन:
- तूफानों और अत्यधिक मौसम घटनाओं की बेहतर भविष्यवाणी
- वायुमंडलीय डेटा के आधार पर सुरक्षित अंतरिक्ष यान पुनःप्रवेश (re-entry)
- तूफानों और अत्यधिक मौसम घटनाओं की बेहतर भविष्यवाणी
- जलवायु विज्ञान में योगदान:
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कोपरनिकस सेंटिनल-6 / जेसन-सीएस:
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- कोपरनिकस सेंटिनल-6 / जेसन-सीएस मिशन वैश्विक समुद्र-स्तर की दीर्घकालिक, उच्च-सटीकता वाली निगरानी के लिए बनाया गया एक अंतरराष्ट्रीय प्रयास है, जो 1992 में शुरू किए गए Jason मिशनों की डेटा श्रृंखला को आगे बढ़ाता है। इस मिशन के अंतर्गत दो समान उपग्रह शामिल हैं—Sentinel-6 माइकल फ्रेलिच (प्रक्षेपण: 2020) और Sentinel-6B (प्रक्षेपण: 2025)।
- कोपरनिकस सेंटिनल-6 / जेसन-सीएस मिशन वैश्विक समुद्र-स्तर की दीर्घकालिक, उच्च-सटीकता वाली निगरानी के लिए बनाया गया एक अंतरराष्ट्रीय प्रयास है, जो 1992 में शुरू किए गए Jason मिशनों की डेटा श्रृंखला को आगे बढ़ाता है। इस मिशन के अंतर्गत दो समान उपग्रह शामिल हैं—Sentinel-6 माइकल फ्रेलिच (प्रक्षेपण: 2020) और Sentinel-6B (प्रक्षेपण: 2025)।
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मुख्य लक्ष्य:
मिशन का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी के 90% से अधिक महासागरीय क्षेत्र को कवर करते हुए समुद्र-स्तर को मिलीमीटर-स्तर की सटीकता से मापना है, ताकि वैश्विक समुद्र-स्तर वृद्धि, महासागरीय परिवर्तनों और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की निरंतर एवं सटीक निगरानी की जा सके।
निष्कर्ष:
सेंटिनल-6बी उपग्रह वैश्विक समुद्र-स्तर निगरानी में एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस उपग्रह से प्राप्त डेटा जलवायु नीति निर्माण, तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा एवं दीर्घकालिक योजना, आपदा जोखिम न्यूनीकरण और पृथ्वी के महासागर-वायुमंडल प्रणाली की वैज्ञानिक समझ को व्यापक रूप से सुदृढ़ करेगा। बदलते जलवायु परिदृश्य में यह मिशन विश्वसनीय, दीर्घकालिक और अत्यधिक सटीक समुद्र-स्तर डेटा प्रदान कर वैश्विक जलवायु सहयोग और वैज्ञानिक अनुसंधान को नई दिशा देगा।

