संदर्भ:
• सभी उन्नत हल्का हेलीकॉप्टर हेलीकॉप्टरों को 5 जनवरी 2025 को गुजरात के पोरबंदर में भारतीय तटरक्षक बल (Coast Guard) के एक ध्रुव मार्क-III हेलीकॉप्टर की दुर्घटना के बाद ग्राउंड कर दिया गया था। इस घटना में तीनों क्रू सदस्यों की मृत्यु हो गई थी।
ध्रुव हेलीकॉप्टर के बारे में:
भारत में ही विकसित किया गया ध्रुव उन्नत हल्का हेलीकॉप्टर 5.5 टन वर्ग एक बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टर है, जिसे सैनिक और नागरिक, दोनों तरह के कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बनाया है, जो भारत सरकार का एक रक्षा और विमानन क्षेत्र का उपक्रम है।
ध्रुव के प्रकार (Variants):
- ध्रुव एमके-I / एमके-II : ये शुरुआती संस्करण हैं, जिनका उपयोग सामान ढोने और सामान्य ऑपरेशनों में किया जाता है।
- ध्रुव एमके-III : यह उन्नत संस्करण है, जिसमें बेहतर नेविगेशन, एवियोनिक्स और मिशन सिस्टम लगे हैं।
- ध्रुव एमके-IV ( रुद्र ) : यह एक सशस्त्र संस्करण है, जो हमला और नजदीकी हवाई सहायता (Close Air Support) जैसे कामों के लिए तैयार किया गया है।
प्रमुख विशेषताएँ:
· बहु-मिशन क्षमताएँ: खोज और बचाव, सैन्य परिवहन, आपदा राहत, तथा उच्च ऊंचाई वाले अभियानों सहित लड़ाकू मिशनों के लिए उपयुक्त।
• ट्विन-इंजन डिज़ाइन: यह चरम स्थितियों में भी बढ़ी हुई सुरक्षा और उड़ान की विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है।
• कठोर रोटर प्रणाली: यह विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों में बेहतर चपलता और गतिशीलता प्रदान करती है।
• इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सुइट: इसमें मिसाइल और रडार चेतावनी प्रणालियाँ, आईआर जैमर, और युद्ध क्षेत्र में जीवित रहने के लिए चाफ और फ्लेयर डिस्पेंसर शामिल हैं।
• उन्नत आयुध (Mk-IV):
इसमें निम्नलिखित हथियार सुसज्जित हैं:
· 20 मिमी बुर्ज बंदूक
· 70 मिमी रॉकेट
· हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें
निष्कर्ष:
ध्रुव हेलीकॉप्टर को सेना और वायु सेना के लिए फिर से मंजूरी देना भारत की हेलीकॉप्टर क्षमताओं को दोबारा मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। योजनाबद्ध तरीके से इसके संचालन की बहाली और उपयोगकर्ताओं का बढ़ा हुआ भरोसा इसे एक बार फिर भारत की रक्षा और आपदा राहत अभियानों में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए तैयार करता है।