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Daily-mcqs 31 Oct 2025
Q1:
हाल ही में खबरों में रही 9M730 बुरेवेस्टनिक के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. यह रूस द्वारा विकसित एक ज़मीन से प्रक्षेपित, परमाणु ऊर्जा से चलने वाली क्रूज़ मिसाइल है। 2. यह मिसाइल कथित तौर पर प्रणोदन के लिए एक लघु परमाणु रिएक्टर का उपयोग करती है, जिससे यह अत्यंत लंबी दूरी तक मार कर सकती है। 3. इसे मुख्य रूप से कम ऊँचाई पर और अप्रत्याशित रूप से उड़ान भरकर उच्च-ऊँचाई वाली बैलिस्टिक मिसाइल सुरक्षा को विफल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ऊपर दिए गए कथनों में से कौन से सही हैं?
A: केवल 1 और 2
B: केवल 2
C: केवल 2 और 3
D: 1, 2, और 3
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
कथन 1 - सही: 9M730 बुरेवेस्टनिक रूस द्वारा विकसित एक ज़मीन से प्रक्षेपित प्रणाली है, न कि हवा या पनडुब्बी से प्रक्षेपित।
कथन 2 - सही: यह एक लघु परमाणु रिएक्टर का उपयोग करता है जो आने वाली हवा को अतितापित करके प्रणोद उत्पन्न करता है, जिससे लगभग असीमित सीमा (अनुमानित ~20,000 किमी तक) प्राप्त होती है।
कथन 3 - सही: बहुत कम ऊँचाई (50-100 मीटर) पर उड़ान भरकर और अनियमित उड़ान पथों का अनुसरण करके, मिसाइल रडार और बैलिस्टिक मिसाइल सुरक्षा को चकमा दे सकती है।
Q2:
हीलियम के "नैनोमीटर-स्केल टैंक" पर हाल ही में हुए शोध के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. प्रयोग में अतिद्रव हीलियम का उपयोग किया गया है, जो बिना श्यानता या घर्षण के प्रवाहित हो सकता है। 2. अध्ययन में, तरंग गर्त, तरंग शिखरों की तुलना में तेज़ गति से चलते पाए गए, जिसे पश्चगामी तीव्रगति कहा जाता है। 3. इन तरंग व्यवहारों को शास्त्रीय न्यूटोनियन द्रव यांत्रिकी द्वारा पूरी तरह से समझाया जा सकता है। ऊपर दिए गए कथनों में से कौन से सही हैं?
A: केवल 1 और 2
B: केवल 2
C: केवल 2 और 3
D: 1, 2, और 3
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
कथन 1 - सही: शोध में अतिद्रव हीलियम का उपयोग किया गया, जो हीलियम की एक क्वांटम अवस्था है जो बिना श्यानता के प्रवाहित होती है, जिससे अति-पतली (नैनोमीटर-स्केल) फिल्मों के माध्यम से गति संभव होती है।
कथन 2 - सही: एक प्रमुख अवलोकन पश्चगामी तीव्रता थी, जहाँ तरंग गर्त, शिखरों की तुलना में तेज़ गति से चलते हैं, जो सामान्य जल तरंगों के विपरीत है।
कथन 3 - गलत: ऐसे व्यवहारों को शास्त्रीय द्रव यांत्रिकी द्वारा नहीं समझाया जा सकता, क्योंकि वे अतिद्रवों के लिए विशिष्ट क्वांटम यांत्रिक प्रभावों से उत्पन्न होते हैं।
Q3:
हाल ही में हुए भारत-नेपाल विद्युत सहयोग समझौतों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. इन समझौतों का उद्देश्य दो 400 केवी डबल-सर्किट (क्वाड मूस) सीमा-पार पारेषण लाइनें बनाना है। 2. एक लाइन नेपाल के इनारुवा को भारत के न्यू पूर्णिया से जोड़ेगी, जबकि दूसरी नेपाल के लमकी (दोधारा) को भारत के बरेली से जोड़ेगी। 3. ये परियोजनाएँ भारत के पावरग्रिड कॉर्पोरेशन और नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) के बीच एक संयुक्त उद्यम के तहत विकसित की जा रही हैं। ऊपर दिए गए कथनों में से कौन से सही हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1,2 और 3
D: कोई नहीं
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
सभी कथन सही है।
इनारुवा-न्यू पूर्णिया और लमकी (दोधारा)-बरेली परियोजनाएँ दोनों 400 kV डबल-सर्किट (क्वाड मूस) लाइनें हैं - जो लंबी दूरी के ट्रांसमिशन के लिए विकसित की जा रही है।
इन्हें पावरग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL) और नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (NEA) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया जा रहा है।
ये संपर्क सीमा पार बिजली हस्तांतरण का विस्तार करेंगे और क्षेत्रीय ऊर्जा सहयोग को मजबूत करेंगे।
Q4:
विधिक माप विज्ञान (पैकेज्ड कमोडिटीज) संशोधन नियम, 2025 के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: 1. संशोधन का उद्देश्य विधिक माप विज्ञान (पैकेज्ड कमोडिटीज) नियम, 2011 को चिकित्सा उपकरण नियम, 2017 के अनुरूप बनाना है। 2. यह लेबलिंग और घोषणाओं में एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए पैकेज्ड चिकित्सा उपकरणों के लिए विशिष्ट प्रावधान प्रदान करता है। 3. संशोधन के तहत, विधिक माप विज्ञान नियमों के नियम 33 के अंतर्गत उपलब्ध छूट चिकित्सा उपकरणों पर लागू होती रहेंगी। ऊपर दिए गए कथनों में से कौन से सही हैं?
A: केवल 1 और 2
B: केवल 1 और 3
C: केवल 2 और 3
D: 1, 2, और 3
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
कथन 1 - सही: 2025 के संशोधन का स्पष्ट उद्देश्य बेहतर नियामक सुसंगतता के लिए विधिक मापविज्ञान नियम (2011) को चिकित्सा उपकरण नियम, 2017 के साथ सुसंगत बनाना है।
कथन 2 - सही: यह चिकित्सा उपकरणों वाले पैकेजों के लिए विशेष प्रावधान प्रस्तुत करता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि लेबलिंग और घोषणा मानक चिकित्सा उपकरण ढाँचे के अनुरूप हों।
कथन 3 - गलत: नियम 33 के अंतर्गत छूट (जो घोषणाओं के लिए कुछ छूट प्रदान करती है) इस संशोधन के अंतर्गत चिकित्सा उपकरणों पर लागू नहीं होती हैं।
Q5:
विधिक माप विज्ञान (पैकेज्ड कमोडिटीज) संशोधन नियम, 2025 निम्नलिखित में से किस निकाय द्वारा अधिसूचित किए गए थे?
A: उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT)
B: उपभोक्ता मामले विभाग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
C: केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO)
D: राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA)
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
उपभोक्ता मामले विभाग, विधिक माप विज्ञान अधिनियम, 2009 और संबंधित नियमों का प्रशासन करता है।
विधिक माप विज्ञान (पैकेज्ड कमोडिटीज) संशोधन नियम, 2025 उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा चिकित्सा उपकरण नियम, 2017 के साथ नियामक संरेखण सुनिश्चित करने के लिए जारी किया गया था, जिसकी देखरेख स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत CDSCO द्वारा की जाती है।