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Daily-mcqs 21 Nov 2025
Q1:
COP30 में जारी ग्लोबल मीथेन स्टेटस रिपोर्ट के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: 1. 20 वर्षों की अवधि में मीथेन का वार्मिंग पोटेंशियल CO₂ की तुलना में लगभग 50 गुना अधिक है। 2. ग्लोबल मीथेन प्लेज (GMP) का लक्ष्य 2030 तक मीथेन उत्सर्जन को 2020 के स्तर की तुलना में 30% तक कम करना है। 3. रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया वर्तमान में ग्लोबल मीथेन प्लेज के लक्ष्य को पूरा करने की राह पर है। 4. यह रिपोर्ट UNEP और क्लाइमेट एंड क्लीन एयर कोएलिशन द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई है। ऊपर दिए गए में से कौन-से कथन सही हैं?
A: केवल 1 और 2
B: केवल 2 और 4
C: केवल 2,3 और 4
D: 1, 2, 3 और 4
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
कथन 1 – गलत:
मीथेन का 20-वर्षीय समय-मान पर वार्मिंग पोटेंशियल CO₂ की तुलना में लगभग 80 गुना अधिक है, 50 गुना नहीं।
कथन 2 – सही:
ग्लोबल मीथेन प्लेज का लक्ष्य 2020 के स्तर से 2030 तक वैश्विक मीथेन उत्सर्जन में 30% की कमी लाना है।
कथन 3 – गलत:
रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दुनिया GMP के लक्ष्य को प्राप्त करने से काफी पीछे है।
कथन 4 – सही:
यह रिपोर्ट UNEP और क्लाइमेट एंड क्लीन एयर कोएलिशन (CCAC) द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित की गई है।
Q2:
ग्लोबल मीथेन प्लेज (GMP) और COP30 के मंत्रीस्तरीय प्रतिक्रिया के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: 1. ग्लोबल मीथेन प्लेज को COP26 में यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा लॉन्च किया गया था। 2. यह प्लेज जीवाश्म ईंधन, कृषि और कचरे जैसे क्षेत्रों से मीथेन उत्सर्जन को कम करने पर केंद्रित है। 3. COP30 का एक प्रमुख परिणाम यह था कि मीथेन कटौती को राष्ट्रीय जलवायु रणनीतियों में शामिल करने का आह्वान किया गया। 4. भारत ग्लोबल मीथेन प्लेज का हस्ताक्षरकर्ता है और 2030 तक मीथेन कटौती के लिए प्रतिबद्ध है। उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
A: केवल 1 और 2
B: केवल 1,2 और 4
C: केवल 1,2 और 3
D: 1, 2, 3 और 4
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
कथन 1 – सही:
GMP को COP26 (2021) में यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा लॉन्च किया गया था।
कथन 2 – सही:
यह प्लेज मुख्य रूप से उच्च-उत्सर्जन क्षेत्रों — जैसे जीवाश्म ईंधन, कृषि और कचरा — से मीथेन उत्सर्जन को कम करने पर केंद्रित है।
कथन 3 – सही:
COP30 की मंत्रीस्तरीय बैठकों में मीथेन कटौती को राष्ट्रीय जलवायु रणनीतियों में शामिल करने पर जोर दिया गया, जिससे नीतिगत समन्वय और जवाबदेही बढ़ेगी।
कथन 4 – गलत:
भारत ग्लोबल मीथेन प्लेज का हस्ताक्षरकर्ता नहीं है, हालांकि यह एक प्रमुख मीथेन उत्सर्जक है और मीथेन कमी के प्रयासों से लाभ उठा सकता है।
Q3:
ART (रेगुलेशन) अधिनियम, 2021 और उसके ट्रांसजेंडर व्यक्तियों पर प्रभाव के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: 1. ART अधिनियम के तहत, विवाहित और अविवाहित दोनों प्रकार के जोड़े कानूनी रूप से सहायक प्रजनन तकनीक (ART) सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। 2. ART अधिनियम पात्र ART प्राप्तकर्ताओं को परिभाषित करने के लिए लिंग-तटस्थ शब्दावली का उपयोग करता है। 3. ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को ART सेवाओं से बाहर रखने को सरकार ने विशेषज्ञों की राय की आवश्यकता वाले नीति-निर्णय के रूप में उचित ठहराया है। उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
A: केवल 1 और 2
B: केवल 3
C: केवल 1 और 3
D: 1, 2, और 3
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
कथन 1 – गलत:
ART अधिनियम अविवाहित जोड़ों, लिव-इन जोड़ों या क्वीयर जोड़ों को ART सेवाओं का उपयोग करने की अनुमति नहीं देता।
केवल बाँझ विवाहित दंपति और एकल महिलाएँ पात्र हैं।
कथन 2 – गलत:
अधिनियम लिंग-विशिष्ट और पारंपरिक (heteronormative) भाषा का प्रयोग करता है, जैसे “महिला” और “कमिशनिंग कपल”, और लिंग-तटस्थ दृष्टिकोण नहीं अपनाता।
कथन 3 – सही:
केन्द्रीय सरकार ने केरल हाई कोर्ट में दलील दी कि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को ART सेवाओं में शामिल करना एक नीतिगत निर्णय है, जिसके लिए विशेषज्ञों की राय आवश्यक है, विशेषकर बाल कल्याण से संबंधित मुद्दों को देखते हुए।
Q4:
IRSA 101, जो भारत की पहली स्वदेशी CRISPR-आधारित सिकल सेल रोग (SCD) की जीन थेरेपी है, के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: 1. BIRSA 101 को काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च – इंस्टिट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (CSIR–IGIB) द्वारा विकसित किया गया है। 2. यह थेरेपी सिकल सेल रोग के लिए जिम्मेदार एकल-जीन उत्परिवर्तन (mutation) को ठीक करने पर आधारित है। 3. BIRSA 101 को स्वदेशी रूप से विकसित करने के प्रमुख उद्देश्यों में से एक विदेशी CRISPR लाइसेंसिंग पर निर्भरता को कम करना है। 4. भारत दुनिया का पहला देश है जिसने SCD के लिए CRISPR-आधारित थेरेपी विकसित की है। ऊपर दिए गए कथनों में से कितने सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: केवल तीनो
D: सभी चार
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
कथन 1 – सही:
BIRSA 101 को CSIR–IGIB में विकसित किया गया है, जो CSIR के अंतर्गत एक प्रमुख जीनोमिक अनुसंधान संस्थान है।
कथन 2 – सही:
सिकल सेल रोग एक एकल-जीन विकार (HBB जीन म्यूटेशन) है, और CRISPR-आधारित थेरेपी इसी दोषपूर्ण जीन को सुधारने या उसके मार्ग को संशोधित करने का प्रयास करती है (जैसे फिटल हीमोग्लोबिन को सक्रिय करना)। इसलिए BIRSA 101 सीधे इस आनुवंशिक दोष को लक्ष्य करती है।
कथन 3 – सही:
इस थेरेपी को स्वदेशी रूप से विकसित करने का महत्वपूर्ण कारण विदेशी CRISPR लाइसेंसिंग और आयातित तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म की अत्यधिक लागत है, जो अंतरराष्ट्रीय जीन थेरेपी की कीमत को लगभग ₹20–25 करोड़ तक पहुंचा देती है।
कथन 4 – गलत:
भारत दुनिया का पहला देश नहीं है जिसने SCD के लिए CRISPR-आधारित थेरेपी विकसित की हो।
अमेरिका और ब्रिटेन पहले ही CRISPR-आधारित SCD थेरेपी (जैसे exa-cel) को मंज़ूरी दे चुके हैं।
Q5:
CRISPR (Clustered Regularly Interspaced Short Palindromic Repeats) जीन-संपादन तकनीक के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: 1. CRISPR एक गाइड RNA का उपयोग करता है ताकि DNA-काटने वाले एंज़ाइम, जैसे Cas9, को जीनोम के एक विशिष्ट स्थान पर निर्देशित किया जा सके। 2. Cas9 एंज़ाइम केवल जीन को निष्क्रिय कर सकता है, लेकिन नए DNA अनुक्रम डाल नहीं सकता। 3. CRISPR का उपयोग जीन थेरेपी, कैंसर उपचार, निदान और अनुसंधान में किया जाता है। 4. CRISPR तकनीक एक प्राकृतिक बैक्टीरियल रक्षा प्रणाली से व्युत्पन्न है। उपरोक्त में से कौन से कथन सही हैं?
A: केवल 1 और 2
B: केवल 1,3 और 4
C: केवल 1,2 और 3
D: 1, 2, 3 और 4
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
कथन 1 – सही:
CRISPR Cas9 (या समान) एंज़ाइम को जीनोम में एक सटीक स्थान पर निर्देशित करने के लिए गाइड RNA पर निर्भर करता है, जहाँ यह DNA को काट सकता है।
कथन 2 – गलत:
CRISPR न केवल जीन को निष्क्रिय कर सकता है (गलतियों के माध्यम से), बल्कि नए या सुधारित DNA अनुक्रम भी डाल सकता है।
कथन 3 – सही:
मुख्य अनुप्रयोग हैं:
· जीन थेरेपी (जैसे सिकल सेल रोग में म्यूटेशन को ठीक करना),
· कैंसर अनुसंधान और थेरेपी (इम्यून कोशिकाओं को संशोधित करना),
· निदान (पैथोजेन या जीन मार्कर का पता लगाना),
· अनुसंधान (रोग मॉडल बनाना और जीन कार्यों का अध्ययन करना)।
कथन 4 – सही:
CRISPR को वायरस के खिलाफ प्राकृतिक बैक्टीरियल रक्षा तंत्र से अनुकूलित किया गया है।