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Blog / 17 Oct 2019

Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 17 October 2019

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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 17 October 2019



सिंधु नदी से भारत के हिस्से का पानी अब पाकिस्तान में नहीं जाएगा

  • एक चुनावी भाषण . जिससे पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्तों में एक नया परिवर्तन आ सकता है।
  • 15 अगस्त 2019 लाल किला से कहा था खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता है।
  • सिंधु नदीं जल समझौते को निरस्त करने से सम्बंधित था।
  • चुनावी भाषण सिंधु समझौते के अन्तर्गत पूर्वी नदियों से सम्बंधित है। इसके अन्तर्गत व्यास, रावी, सतलज शामिल है।
  • भारत चाहे तो इसके सम्पूर्ण जल का उपयोग कर सकता है।
  • सिंधु जल समझौता 19 सितम्बर 1960 को कराची में प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू एवं पाकिस्तान राष्ट्रपति अयूब खान के बीच हुआ था।
  • संधि के अनुसार पाकिस्तान जाने वाली पश्चिमी नदियाँ सिंधु, चिनाब, झेलम को रखा गया, जिसके 20% जल का उपयोग भारत कर सकता है।

लौटता हुआ मानसून और उसके अनुभव

  • 1 सितम्बर से मानसून लौटना शुरू हो जाता है लेकिन इस साल मानसून की विदाई 40 दिन देर से हो रही है पिछले 50 साल में पहली बार ऐसा हुआ है। जब मानसून इतनी देर से जा रहा है।
  • मानसून खत्म होने के निर्धारित तारिख के 2 हफ्ते बाद तक देश के कई हिस्सों में इतना ज्यादा पानी गिरा जितना आमतौर पर जुलाई अगस्त के महिनों में गिरा करता था।
  • मौसम विभाग ने वर्षा काल शुरू होने के पहले अपनी अत्याधुनिक वैज्ञानिक पद्धति से अनुमान लगाया था कि इस साल पिछले 50 साल के औसत से 4 फिसद पानी कम गिरेगा।
  • वैसे तो पिछले कई साल से पूर्व अनुमानों में गड़बड़ी होती रही है इस साल मानसून के अपने पूर्व अनुमानों से मौसम वैज्ञानिकों को एक बड़ा सबक मिला है।
  • बारिश के पहले अनुमान बताया गया था कि मध्य भारत में 100 फिसद बारिश होगी। लेकिन बरस गया 129 फिसद। लगभग यही हालत दक्षिण प्रायद्विप क्षेत्र की हुयी। पुर्वानुमान था 97 फिसद का और वास्तविक वर्षा हुयी 116 फिसद। देश के उत्तर पश्चिम और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में सामान्य वर्षा जरूर दर्ज हुयी, लेकिन कई जगह सामान्य से बहुत कम बारिश के कारण अलग तरह की समस्या पैदा होने का अंदेशा सिर पर है।
  • देश के पास सामान्य वर्षा के पानी को भी रोक कर रखने लायक बांध या जलाशय नहीं हैं। इसलिए यह बिल्कुल सोचना निरर्थक होगा कि अगर देश में ज्यादा पानी गिरा है तो आने वाले दिनों में पानी की कमी नहीं पड़ेगी। इस बार बादलों से जो लबालब पानी मिला था वह नदियों से होता हुआ और बाढ़ की तबाही मचाता हुआ वापस समुद्र में चला गया।
  • इस बार अति वर्षा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कुछ क्षेत्रों में औसत से 20 फिसद से लेकर 59 फिसद तक ज्यादा बारिश हुई। देश के जो इलाके अति वर्षा से पीड़ित हुये हैं, उनकी व्यथा पिछले डेढ़ महिने से पूरा देश देख रहा है। देश के पास औसत से कम से कम 10 या 15 फिसद ज्यादा बारिश की सूरत में बाढ़ से बचाव का इंतजाम तो होना ही चाहिए।

दिल्ली प्रदुषण

  • GRAP ग्रेडेड रिस्पांस एक्सन प्लान
  • 2017 में भारत सरकार द्वारा नोटिफाई किया।
  • चीन लम्बे समय से इस प्रणाली को अपना रहा है।
  • इसमें प्रदूषण पर नजर रखी जाती है एवं हर स्तर पर कार्यवाही फिक्स है।
  • इसे क्रियांवित करने वाली संस्था EPCA (इंवायरमेंट पोल्यूशन प्रीवेंशन ऐंड कंट्रोल एथोरिटी)
  • प्रत्येक प्रदुषण स्तर के लिए अलग - अलग कार्य योजना - माडरेट, वेरिपुअर, सीवियर, सीवियर प्लस
  • पार्किंग 4 गुना बढ़ा - वेरी पुअर
  • 15 अक्टूबर से छब्त् में डिजल जनरेट सेट का प्रयोग नहीं।

SAFAR- ( System Air Quality Weather Forecasting & Research)

  • लांच सर्वप्रथम - 2010 कॉमन वेल्थ गेम के समय
  • पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय - बड़े शहरों में वायु गुणवत्ता पुर्वानुमान - 1 से 3 दिन पहले विकास- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रोपिकल मेट्रियोलॉजी -पूणे द्वारा
  • परिचालन - भारतीय मौसम विभाग द्वारा
  • उद्देश्य - आर्थिक विकास एवं प्रदूषण शमन से संबंघी शोध
  • शहर - दिल्ली, मुम्बई, पुणे, अहमदाबाद
  • क्रियान्वयन - नगरपालिकाओं, शैक्षणिक संस्थाओं व सरकारी एजेंसियों द्वारा,
  • निगरानी - जमीन से 3 मीटर ऊँचाई पर प्रदूषक गैसों के अलावा पराबैंगनी विकिरणों, वर्षा, तापमान, आर्द्रता, वायु की गति एवं दिशा, सौर विकिरण संबंधी
  • अंतिम उद्देश्य - हवा की गुणवत्ता के सम्बन्ध में जनता में जागरूकता बढ़ाना ताकि - हवा की गुणत्ता और संबधित स्वास्थ्य समस्याओं के सुधार के उपाय करना।

अमेरिकी राष्ट्रपति पर महाभियोग (इमपिचमेंट)

चर्चा के कारण-

  • अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप पर आरोप है कि उन्होने संभावित प्रतिद्वंदी जो व्रिटेन को बदनाम करने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर दबाव बनाया।
  • निचले सदन की स्पीकर नेंसी पेलोसी ने जांच के आदेश दिये थे।
  • रिपब्लिकन सांसदों का कहना है कि जांच के लिए मतदान करना अनिवार्य है।

प्रक्रिया -

  • महाभियोग की प्रक्रिया सफल तभी हो सकती है जब आरोप लगाने वाले पार्टी का दोनों सदानों में बहुमत हो।
  • अमेरिका में सदन के दो भाग हैं हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और सीनेट
  • वर्तमान समय में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत है वही सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है।
  • जांच हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में बैठाई जाती है, जांच पूर्ण होने के बाद इस पर मतदान कराया जाता है। यदि मतदान सामान्य बहुमत से पारित हो जाता है तब यह सीनेट में जाता है।
  • सीनेट में सुप्रीम कोर्ट का जज एक मुख्य निर्णायक की भूमिका के रूप मे पीठासीन होता है वहीं सीनेट जूरी की भूमिका निभाता है।
  • आरोप लगाने वाले दल का डेलीगेट महाभियोग के पक्ष में तर्क देता है।
  • सीनेट में प्रस्ताव 2/3 बहुमत से पास हो जाता है तो राष्ट्रपति को अपने पद से हटना होता है।
  • प्रक्रिया कठिन होने के कारण अब तक सिर्फ तीन लोगों पर महाभियोग की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है।
  • सबसे पहले 1868 में एंड्रयू जॉनसन, 1974 में रिचर्ड निकसन, 1998 में बिल क्लिंटन के खिलाफ हुई थी। इसमें से सिर्फ निक्सन को अपनी गद्दी छोड़नी पड़ी थी।

वैश्विक भुखमरी सूचकांक (Global Hunger Index)

  • वर्ष 2006 से प्रतिवर्ष अक्टूबर माह में जारी किया जाता है।
  • संस्थाएं-International food policy research institute , wealth hunger life, concern worldwide.
  • रिपोर्ट तीन स्तरों पर:- वैश्विक क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय।
  • ग्लोबल हंगर इंडेक्स की गणना चार संकेतकों के आधार पर की जाती है:- अल्पपोषण, बच्चों के कद के हिसाब से कम वजन होना, बच्चों का वजन के हिसाब से कद कम होना, बाल मृत्युदर।
  • 2019 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट में भारत 117 देशों की सूची में 102 वें स्थान पर है।
  • 5 साल पहले भारत 55 वें स्थान पर था।
  • इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत में भरपेट भोजन ना पाने वालों की संख्या घटने की बजाय तेजी से बढ़ने लगी है।
  • ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में भूख की स्थिति बेहद गंभीर है गौरतलब है कि भारत एशिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था है और दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी, लेकिन ग्लोबल हंगर इंडेक्स में यहां दक्षिण एशिया में भी सबसे नीचे है।
  • ब्रिक्स देशों में भी भारत इस मामले में सबसे नीचे है।
  • पाकिस्तान इस सूची में 94 वें नंबर पर है जबकि बांग्लादेश 98 वें नंबर, नेपाल 93 वें नंबर और श्रीलंका 66 वें नंबर, म्यांमार 69 वें नंबर पर है।
  • संघर्ष पीड़ित व जलवायु परिवर्तन की समस्याओं से जूझ रहे यमन और जिबूती जैसे देशों ने भी इस मामले में भारत से अच्छा प्रदर्शन किया है।
  • हमारे आपके घर में रात का बचा हुआ खाना फेंक दिया जाता है, दूसरी और हमारे आसपास ही कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें दिन में एक वक्त का खाना तक नसीब नहीं होता और वे दिनों दिन भूख से मर रहे हैं। असमानता पर जारी अंतिम आंकड़ों के अनुसार सन 2017 में भारत में उपजी कुल संपत्ति का 73 फ़ीसदी हिस्सा देश के 1 फ़ीसदी सबसे अमीर लोगों के पास गया।

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