Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 05 February 2020
अब Deposit Insurance 5 लाख
- बैंक RBI के नियमों के अधीन कार्य करते हैं और लोगों का भरोशा RBI पर होता है।
- हाल के समय में PMC बैंक संकट और बैंकों की खराब होती स्थिति बड़े.बड़े डिफाल्टर के केस सामने आने के कारण लोगों का भरोशा बैंकिंग सेक्टर पर कमजोर होता जा रहा है।
- इसी कारण लंबे समय से खाताधार यह मांग कर रहे थे कि उनके जमा पैसे की सुरक्षा बढ़ायी जाये।
- वर्तमान समय में किसी खाताधारक को सिर्फ एक लाख रूपये का Deposit Insurance मिलता है।
- 1 फरवरी 2020 को प्रस्तुत किये गये बजट में इसी डिपोजिट इंश्योरेंस को 5 लाख रूपये करने की घोषणा की गई।
- 1 लाख रूपये एक बैंक का सुरक्षित होता है। यदि किसी व्यक्ति का एक ही बैंक में 2 खाते है तब भी उसे एक ही बैंक की राशि पर सुरक्षा मिलेगी।
- बैंक में जमा पैसे की सुरक्ष अंतिम बार 1993 में बढ़ायी गयी थी और तभी से यह 1 लाख रूपये है।
वर्ष | सुरक्षा राशि |
1962 | 1500 |
1968 | 5000 |
1970 | 10000 |
1976 | 20000 |
1980 | 30000 |
1993 | 1 लाख |
- बैंको में जमा राशि पर इंश्योरेंस Deposit Insurance and credit guarantee Corporation (DICGS) द्वारा दिया जाता है।
- यह पूर्णतः RBI के आधीन स्थापित संस्था है, जिसकी स्थापना 1961 में आज से 59 साल पहले की गई थी।
- The Deposit Insurance and Credit Guaranty Corporation Act, 1961 के तहत इस समय इसके मुख्य कार्यकारी RBI के Deputy Chairman B.P. Kananga है।
- 1 लाख से 5 लाख किये गये राशि में कामर्शियल बैंक, कॉपरेटिव बैंक RRBS और LABs (लोकल एरिया बैंक) शामिल होंगे।
- DICGC द्वारा मार्च 2019 में जारी किये गये आंकड़ो के अनुसार अभी 1 लाख तक की बीमा सुविधा के अंतर्गत 103 कॉमर्शियल बैंक, 1941 कॉपरेटिव बैंक, 51 RRBS और 3 लाख LABs को शामिल किया गया है।
- वर्तमान समय में लगभग 1540 अर्बन और 96000 से ज्यादा रूरल सहकारी बैंक है। इसी के कारण इस पर नियंत्रण रखना कठिन होता है। राजनीतिक हस्तक्षेप भी बहुत ज्यादा है।
भविष्य में लोग
- लोगों का बैंकिंग सेवा के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
- लोग अधिक मात्रा में पैसा जमा करेंगे।
- बैंक के पास पूंजी ज्यादा आयेगी और वित्तीय प्रवाह बढ़ेगा।
- घर में रखा पैसा कार्यकारी पूंजी में तब्दील होगा।
- भारत की स्थिति अधिक इंश्योरेंस प्रदान करने वाले देशों में आयेगी। अभी भारत उन देशों में शामिल है जहाँ कम इंश्योरेंस मिलता है।
- ब्राजील में लगभग 42 लाख रूपय रूस में 12 लाख अमेंरिका और यूरोपीय देशों में इससे कई गुना राशि को सुरक्षा कवर मिलता है।
कृषि उड़ान और किसान रेल
- भारत एक कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाला देश माना जाता है।
- यह सेक्टर GDP में भले ही 17-18% का अपना योगदान देता है लेकिन आधे से अधिक कार्यशल जनसंख्या को आजीविका एवं रोजगार प्रदान करता है।
- कृषि एक व्यवसाय के रूप में जहाँ घाटे का सौदा बन गया है वहीं यह भारत और इंण्डिया का गैप भरने में भी असफल रहा है।
- हाल के वर्षो में न सिर्फ किसानों की आत्महत्या दर बढ़ी है बल्कि कृषि से दूसरे क्षेत्रों में प्रवास भी बढ़ा है।
- सरकार लंबे समय से इस कृषि सेक्टर की चुनोतियों को दूर करने का प्रयास कर रही है। इसी के तहत सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का प्रयास कर रही है।
- हालांकि समीक्षक इस लक्ष्य को लेकर आश्वस्त नहीं है।
- किसानों और कृषि सेक्टर की स्थिति सुधारने का एक प्रयास इस बार के बजट में भी दिखाई दिया।
- बजट भाषण में वित्त मंत्री कृषि उड़ान और कृषि रेल नामक दो योजनाएं लाये जाने की जानकारी दी। इनका लक्ष्य किसानों की आय दोगुना करना है।
- किसान रेल के तहत भारतीय रेलवे कुछ प्रमुख रेलों में कुछ रेफ्रीजरेटेड कोच लगायेगी। जिससे जल्द खराब होने वाले कृषि उत्पादों को सुरक्षित और जल्दी बड़े बाजार और स्थान तक पहुँचाया जा सकेगा।
- यह डिब्बे सामान्य ट्रेनों और मालगाड़ियों में लगाये जा सकते हैं। इस स्कीम को Public Private Partnership (PPP) के तहत चलाया जायेगा।
- इस स्कीम के माध्यम से न सिर्फ Food Wastage को कम किया जा सकेगा।
- इस समय पर आपूर्ति एक प्रमुख चुनौती है जिसका समाधान हो सकेगा।
- भारतीय जलवायु उष्ण और आर्द्र है इस कारण फल और सब्जियोँ जल्दी खराब हो जाती हैं।
- भारत फल और सब्जियों का लगभग 30% नुकसान हो जाता है।
- इसके पीछे का कारण अच्छे बेयर हाउस की कमी, शीतगृह एवं ट्रांसपोर्टेशन की कमी, मार्केट को चैनलाइज ना होना, किसानों में जागरूकता का आभाव आदि है।
- FAO की रिपोर्ट के अनुसार यह नुकसान और ज्यादा लगभग 40% है।
- कीमत के दृष्टिकोण से देखें तो हर साल लगभग 8 बिलियन का नुकसान होता है।
- पर्यावरणीय कीमत इससे कहीं ज्यादा है।
- यह स्कीम इन सभी मुद्दों को समाहित करती हुयी दूध, फल, सब्जी, मीट, मछली आदि की आपूर्ति हर समय उचित कीमत पर सुनिश्चित करेगी।
- इसका एक प्रमुख फायदा यह होगा कि इसका सीधा लाभ किसानों को मिल सकेगा। और आय बढ़ सकेगी।
- पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, जैसे राज्यों को सर्वाधिक फायदा मिलेगा।
- पश्चिम बंगाल सब्जी उत्पादन का प्रमुख राज्य है तो आंध्रप्रदेश फल का।
- रेलवे का विस्तार सभी जगहों पर नहीं है इस कारण कम रेल कनेक्टिविटी वाले क्षेत्र के किसानों को मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन के कृषि उड़ान स्कीम द्वारा जोड़ा जायेगा।
- इससे उस क्षेत्र के किसान भी बाजार की मुख्य धारा का भाग बन सकेंगे।
- इसका सर्वाधिक फायदा पूर्वोत्तर राज्य को मिलेगा और इसका भारत से जुड़ाव मजबूत होगा।
Flame-Throated Bulbul
- गोवा में 20 अक्टूबर से 4 नवंबर तक 36 वें नेशनल गेम्स का आयोजन किया जा रहा है।
- इस गेम के प्रतीक के रूप में गोवा का राजकीय पक्षी Flame-Throated Bulbul को चुना गया है। जिसे रूबिगुला के नाम से भी जाना जाता है।
- यह मुख्यतः दक्षिणी भारत में पाये जाने वाला पक्षी है। जो गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आन्ध्रप्रदेश और उड़ीसा में पाया जाता है।
- यह पक्षी IUCN की Red List में Least Concern सूची में शामिल है।
- वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत यह चैथी अनूसूची में शामिल है।
- इनके आवास मुख्य रूप से पर्वतीय पहाड़ी और ऊँचे स्थानों की झाड़ियो में मिलते हैं।
- 34 वे राष्ट्रीय खेल का पहला आयोजन 1924 में दिल्ली में किया गया था, जिसका उद्देश्य 1924 पेरिस ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों का चयन करना था।
- पहले इस खेल को भारतीय ओलंपिक खेल कहा जाता था लेकिन 1940 में यह नाम रख दिया गया।
- राष्ट्रीय खेल का आदर्श वाक्य गेट सेट प्लेस है।
- इसका आयोजन भारतीय ओलंपिक संघद्वारा कराया जाता है।