संदर्भ:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वैश्विक मोटापा संकट का समाधान करने के उद्देश्य से पहली बार GLP-1 (ग्लूकागॉन-लाइक पेप्टाइड-1) आधारित दवाओं के सुरक्षित और प्रभावी उपयोग से संबंधित दिशानिर्देश जारी किए हैं।
मोटापे के बारे में:
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- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार मोटापा, शरीर में वसा (फैट) का अत्यधिक या असामान्य रूप से जमा होना है, जिसके कारण स्वास्थ्य संबंधी जोखिम बढ़ जाते हैं।
- वयस्कों के मामले में, यदि बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 30 या उससे अधिक हो, तो उसे मोटापा के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
- बच्चों और किशोरों में मोटापे का निर्धारण BMI परसेंटाइल के आधार पर किया जाता है, जिसे WHO ग्रोथ स्टैंडर्ड से तुलना करके आंका जाता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार मोटापा, शरीर में वसा (फैट) का अत्यधिक या असामान्य रूप से जमा होना है, जिसके कारण स्वास्थ्य संबंधी जोखिम बढ़ जाते हैं।
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मोटापा और वैश्विक बोझ:
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- वर्तमान स्थिति: विश्वभर में लगभग 1 अरब लोग मोटापे से प्रभावित हैं, जिनमें 1.88 करोड़ स्कूल-आयु के बच्चे और किशोर शामिल हैं।
- भविष्य का अनुमान: यदि प्रभावी रोकथाम और उपचार नहीं किए गए, तो 2030 तक मोटापे की संख्या दोगुनी होने की संभावना है।
- स्वास्थ्य पर प्रभाव: मोटापा मधुमेह, हृदय रोग और अन्य मेटाबॉलिक विकारों सहित कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का प्रमुख जोखिम कारक है।
- वर्तमान स्थिति: विश्वभर में लगभग 1 अरब लोग मोटापे से प्रभावित हैं, जिनमें 1.88 करोड़ स्कूल-आयु के बच्चे और किशोर शामिल हैं।
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GLP-1 दवाओं के बारे में:
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- GLP-1 उपचार: वर्तमान में 12 GLP-1 दवाएँ मोटापा या टाइप-2 डायबिटीज के इलाज के लिए अनुमोदित हैं।
- विकास पाइपलाइन: 40 से अधिक नई दवाएँ GLP-1 या बहु-रिसेप्टर टार्गेट पर आधारित हैं और विकास के विभिन्न चरणों में हैं।
- कार्य प्रणाली: ये दवाएँ वजन घटाने में मदद करती हैं और जीवनशैली में बदलाव (जैसे डाइट और व्यायाम) के साथ मिलकर और अधिक प्रभावी परिणाम देती हैं।
- लक्षित समूह: WHO के अनुसार, इन दवाओं का उपयोग वयस्कों (गर्भवती महिलाओं को छोड़कर) में किया जाना चाहिए और इसे गहन व्यवहारिक थेरेपी के साथ जोड़ना अनिवार्य है।
- GLP-1 उपचार: वर्तमान में 12 GLP-1 दवाएँ मोटापा या टाइप-2 डायबिटीज के इलाज के लिए अनुमोदित हैं।
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WHO दिशानिर्देशों की मुख्य सिफ़ारिशें:
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मुख्य सिफ़ारिश |
विवरण / उपाय |
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1. व्यापक मोटापा देखभाल |
मोटापे की स्क्रीनिंग, शुरुआती पहचान और उससे जुड़े रोगों का समुचित प्रबंधन शामिल किया जाए। दवाओं, सर्जरी और जीवनशैली सुधार को मिलाकर समग्र और व्यक्तिगत उपचार प्रदान किया जाए। |
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2. GLP-1 दवाओं का दीर्घकालीन उपयोग |
GLP-1 दवाओं का उपयोग दीर्घकालिक उपचार के रूप में किया जा सकता है, लेकिन लंबी अवधि की सुरक्षा, डोज़ समायोजन और उपचार बनाए रखने के तरीकों पर वर्तमान में सीमित प्रमाण उपलब्ध हैं। निरंतर निगरानी और आगे के शोध पर जोर दिया गया है। |
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3. दवाओं तक समान और न्यायसंगत पहुंच |
GLP-1 दवाओं को WHO की आवश्यक दवाओं की सूची (EML) में शामिल किया गया है। जेनेरिक दवाओं के उत्पादन और अंतरराष्ट्रीय बाजार में उनके क्रय के लिए प्री-क्वालिफिकेशन प्रक्रिया को बढ़ावा दिया गया है। |
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4. स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत बनाना |
स्वास्थ्य कर्मियों को मोटापा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया जाए। मरीजों के लिए रजिस्ट्री और रेफरल सिस्टम विकसित किए जाएं। दवाओं की सप्लाई चेन और कोल्ड स्टोरेज सिस्टम को प्रभावी बनाया जाए। उपचार के परिणामों की निगरानी और मूल्यांकन के लिए मजबूत फ्रेमवर्क तैयार किया जाए। |
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के बारे में:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) संयुक्त राष्ट्र की एक विशेषीकृत एजेंसी है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करती है।
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- इसकी स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई थी और इसका मुख्यालय जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
- संगठन का मुख्य उद्देश्य है कि दुनिया के सभी लोगों को सर्वोच्च संभव स्वास्थ्य स्तर प्रदान किया जा सके।
- डब्ल्यूएचओ स्वास्थ्य को इस प्रकार परिभाषित करता है: “स्वास्थ्य केवल रोग या दुर्बलता की अनुपस्थिति नहीं है, बल्कि यह शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्णतः कुशल एवं संतुलित स्थिति है।”
- इसकी स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई थी और इसका मुख्यालय जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
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निष्कर्ष:
WHO के दिशानिर्देश मोटापे को एक दीर्घकालिक बीमारी के रूप में मानते हुए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाने पर जोर देते हैं। इसमें जीवनशैली में बदलाव, व्यवहारिक थेरेपी और GLP-1 दवाओं का संयोजन शामिल है, जो मिलकर प्रभावी परिणाम प्रदान करता है। दिशानिर्देश यह भी स्पष्ट करते हैं कि मोटापे के प्रबंधन में दीर्घकालीन शोध, दवाओं तक समान और न्यायसंगत पहुंच, तथा स्वास्थ्य प्रणाली की मजबूती अत्यंत आवश्यक हैं।

