होम > Blog

Blog / 12 Nov 2025

ट्रॉपिकल फॉरेस्ट फॉरएवर फैसिलिटी (TFFF): वैश्विक वन वित्त पहल | Dhyeya IAS

संदर्भ:

ब्राज़ील के बेलें शहर में आयोजित COP30 जलवायु शिखर सम्मेलन में वैश्विक नेताओं ने उष्णकटिबंधीय वनों के संरक्षण के उद्देश्य से एक नए निवेश कोष ट्रॉपिकल फ़ॉरेस्ट फ़ॉरएवर फ़ैसिलिटी (TFFF)” की शुरुआत की। यह पहल ब्राज़ील के नेतृत्व में शुरू की गई है, जिसने वैश्विक वन संरक्षण में वैश्विक दक्षिण (Global South) को एक अग्रणी और निर्णायक भूमिका प्रदान की है।

टीएफएफएफ क्यों शुरू किया गया?

    • ट्रॉपिकल फ़ॉरेस्ट फ़ॉरएवर फ़ैसिलिटी (TFFF) की स्थापना का मुख्य उद्देश्य वनों की कटाई को प्रोत्साहित करने वाले आर्थिक कारणों को समाप्त करना है।
    • वर्तमान स्थिति में, जंगलों को काटकर कृषि, लकड़ी या बुनियादी ढांचे के लिए उपयोग करना, उन्हें संरक्षित रखने की तुलना में अधिक लाभदायक समझा जाता है।
    •  यह फंड इस धारणा को बदलने का प्रयास करता है कि जंगल काटने से ज़्यादा फायदा होता है। इसके विपरीत, अब देशों को उनके वनों को सुरक्षित और बचाए रखने पर आर्थिक इनाम मिलेगा। जंगल कार्बन को अवशोषित करते हैं, जैव विविधता की रक्षा करते हैं, वर्षा को संतुलित रखते हैं और तापमान को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, अर्थात वे धरती के पर्यावरण के लिए बहुत ज़रूरी सेवाएँ प्रदान करते हैं।

टीएफएफएफ के बारे में:

ट्रॉपिकल फॉरेस्ट फॉरएवर फैसिलिटी (TFFF) एक स्थायी और आत्मनिर्भर निवेश कोष है, जिसे उष्णकटिबंधीय वन देशों को उनके मौजूदा पुराने वनों के संरक्षण के लिए आर्थिक रूप से पुरस्कृत करने के उद्देश्य से बनाया गया है।

मुख्य विशेषताएँ और कार्यप्रणाली:

    • वित्तीय मॉडल: टीएफएफएफ एक निवेश आधारित कोष है, न कि पारंपरिक सहायता या दान आधारित प्रणाली। इसका लक्ष्य सरकारों और परोपकारियों से प्राप्त सार्वजनिक धन को निजी पूँजी (जैसे पेंशन और सॉवरेन वेल्थ फंड जैसे संस्थागत निवेशकों) के साथ मिलाकर 125 अरब डॉलर जुटाना है।
    • निवेश और प्रतिफल: जुटाई गई पूँजी को स्थिर आय वाली परिसंपत्तियों, जैसे सॉवरेन और कॉर्पोरेट ग्रीन बॉन्ड्स के विविध पोर्टफोलियो में निवेश किया जाएगा। इसमें जीवाश्म ईंधन से संबंधित निवेशों को पूरी तरह से बाहर रखा गया है। इन निवेशों से प्राप्त लाभ (प्रतिफल) को उष्णकटिबंधीय वन क्षेत्रों वाले देशों में संरक्षण प्रयासों के लिए उपयोग किया जाएगा।
    • प्रदर्शन-आधारित भुगतान: लगभग 74 पात्र देशों को किया जाने वाला भुगतान उनके प्रदर्शन के आधार पर होगा, प्रति हेक्टेयर सुरक्षित वन क्षेत्र के लिए निश्चित राशि दी जाएगी, जबकि वन कटाई या क्षरण की स्थिति में राशि समायोजित की जाएगी। इसका सत्यापन हर वर्ष उपग्रह निगरानी के माध्यम से किया जाएगा।
    • लाभार्थी: यह धनराशि राष्ट्रीय स्तर पर चल रही संरक्षण योजनाओं को सशक्त करेगी। साथ ही कम से कम 20% राशि स्वदेशी लोगों और स्थानीय समुदायों (IPLCs) के लिए अनिवार्य रूप से निर्धारित होगी, ताकि वन संरक्षण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता दी जा सके।
    • शासन: यह कोष विश्व बैंक द्वारा संचालित है, जो इसका ट्रस्टी और अंतरिम मेजबान (Interim Host) के रूप में कार्य करता है।

महत्व:

    • यह पहल उष्णकटिबंधीय देशों को जलवायु कार्रवाई में नेतृत्व करने का अवसर देती है, ताकि वे केवल उत्तरी देशों पर निर्भर न रहें।
    • यह एक दीर्घकालिक और स्थायी वित्तीय मॉडल प्रस्तुत करती है, जिसके माध्यम से पूँजी बाज़ारों का उपयोग पर्यावरण संरक्षण के लिए किया जाएगा।
    • यह दक्षिण-दक्षिण सहयोग (South-South Cooperation) को सुदृढ़ बनाती है, जिसमें ब्राज़ील, इंडोनेशिया और कोलंबिया जैसी देश अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
    •  यह जलवायु वित्त के क्षेत्र में दान-आधारित दृष्टिकोण से निवेश-आधारित जिम्मेदारी की ओर एक महत्वपूर्ण परिवर्तन को दर्शाती है।

निष्कर्ष:

ट्रॉपिकल फॉरेस्ट फॉरएवर फैसिलिटी (TFFF) पर्यावरणीय वित्त पोषण में एक साहसिक और अभिनव पहल है, जो उष्णकटिबंधीय वनों के संरक्षण को आर्थिक रूप से लाभदायक और आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती है। हालाँकि, इसकी वास्तविक सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि यह बाज़ार-आधारित तंत्र और पर्यावरणीय न्याय के बीच संतुलन बनाए रख सके, ताकि वन-समृद्ध देश और स्थानीय समुदाय जलवायु कार्रवाई के केंद्र में बने रहें, न कि उसे केवल बाहरी सहयोग पर निर्भर रहना पड़े।