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Blog / 07 Jul 2025

प्रधानमंत्री मोदी को त्रिनिडाड और टोबैगो गणराज्य का सर्वोच्च सम्मान

सन्दर्भ:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिनिडाड और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कांगालू द्वारा देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिडाड एंड टोबैगो" से सम्मानित किया गया। यह सम्मान राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन स्थित राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह के दौरान प्रदान किया गया। यह सम्मान भारत और त्रिनिडाड एवं टोबैगो के बीच मजबूत होते कूटनीतिक संबंधों और आपसी विश्वास का प्रतीक है, और दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के प्रमुख बिंदु:

·        द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और त्रिनिडाड एवं टोबैगो के साझा इतिहास और सांस्कृतिक विरासत को रेखांकित करते हुए दोनों देशों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता जताई।

·        ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड का विस्तार: त्रिनिडाड और टोबैगो में निवास कर रही भारतीय मूल की छठी पीढ़ी को अब OCI कार्ड के लिए पात्रता प्राप्त होगी। इससे उन्हें भारत में बिना किसी विशेष वीज़ा के निवास, रोजगार और निवेश की सुविधा उपलब्ध होगी।

·        यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की शुरुआत: प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिडाड और टोबैगो को भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली UPI को अपनाने पर शुभकामनाएं दीं। यह देश कैरिबियाई क्षेत्र में UPI को अपनाने वाला पहला राष्ट्र बन गया है।

·        सांस्कृतिक और आर्थिक सहयोग को प्रोत्साहन: प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ भारत के सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को और अधिक सक्रिय एवं समृद्ध बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

MyGovIndia on X: "Here are the highlights of PM @narendramodi's address at  the award ceremony of 'The Order of the Republic of Trinidad and Tobago'.  #PMModiInTrinidadTobago https://t.co/s2pJkxPRiN" / X

भारतत्रिनिडाड और टोबैगो संबंध:

1.        ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: भारत और त्रिनिडाड एवं टोबैगो के संबंधों की शुरुआत वर्ष 1845 में हुई, जब पहले भारतीय अनुबंधित श्रमिक वहाँ पहुंचे। यह प्रवास न केवल श्रम की दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि इससे एक स्थायी सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध की नींव पड़ी। आज भारतीय मूल के लोग त्रिनिडाड और टोबैगो की जनसंख्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

2.      राजनयिक संबंध: दोनों देशों के बीच औपचारिक राजनयिक संबंध 1962 में स्थापित हुए, उसी वर्ष जब त्रिनिडाड और टोबैगो ने स्वतंत्रता प्राप्त की। भारत ने पोर्ट ऑफ स्पेन में उच्चायोग की स्थापना की, जिससे द्विपक्षीय संवाद और सहयोग को संस्थागत रूप मिला।

3.      सांस्कृतिक संबंध: भारतीय सांस्कृतिक विरासत त्रिनिडाड और टोबैगो के सामाजिक जीवन में गहराई से रची-बसी है। दिवाली, होली और रामलीला जैसे पर्व और कार्यक्रम बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं, जो वहां की भारतीय मूल की आबादी की जीवंत सांस्कृतिक पहचान को दर्शाते हैं।

4.     आर्थिक सहयोग: भारत त्रिनिडाड और टोबैगो को दवाइयाँ, चावल, ऑटो पार्ट्स सहित विभिन्न उत्पादों का निर्यात करता है। दोनों देश बहुपक्षीय मंचों “जैसे संयुक्त राष्ट्र, राष्ट्रमंडल और गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM)” पर भी सक्रिय रूप से सहयोग करते हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर आपसी समन्वय को बल मिलता है।

निष्कर्ष:

प्रधानमंत्री मोदी की यह ऐतिहासिक यात्रा और उन्हें प्रदान किया गया सर्वोच्च सम्मान भारत और त्रिनिडाड एवं टोबैगो के बीच मजबूत होते संबंधों, पारस्परिक विश्वास और सहयोग का प्रतीक है। यह द्विपक्षीय रिश्ता न केवल साझा इतिहास और सांस्कृतिक विरासत पर आधारित है, बल्कि समान मूल्यों, आपसी सम्मान और भविष्य के प्रति साझा दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। यह सम्मान दोनों देशों के बीच बढ़ती सामरिक, सांस्कृतिक और आर्थिक साझेदारी को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।