संदर्भ:
हाल ही में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने "कॉम्प्रिहेंसिव मॉड्यूलर सर्वे: टेलीकॉम, 2025" नाम से एक सरकारी सर्वेक्षण किया। इस सर्वे में पाया गया कि ग्रामीण भारत, खासकर महिलाएं, अब पहले से कहीं ज्यादा तेजी से ऑनलाइन बैंकिंग की ओर बढ़ रही हैं।
सर्वे के प्रमुख बिंदु:
महिलाएं बदलाव की अगुवा बनीं: सर्वे के अनुसार, ग्रामीण इलाकों की महिलाएं तेजी से ऑनलाइन बैंकिंग अपनाने लगी हैं। 2025 की शुरुआत में 15 साल या उससे अधिक उम्र की 30% ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि वे ऑनलाइन बैंकिंग कर सकती हैं, जबकि 2022-23 में यह आंकड़ा सिर्फ 17.1% था।
· यह बढ़ोतरी युवा महिलाओं में और भी ज्यादा दिखी। 15 से 24 साल की ग्रामीण लड़कियों में 2025 में 51.4% ने ऑनलाइन बैंकिंग करने की क्षमता जताई, जो 2022-23 में केवल 19.6% थी।
ग्रामीण पुरुष की भी संख्या अधिक: यह बदलाव सिर्फ महिलाओं तक सीमित नहीं है। 15 से 24 साल के ग्रामीण लड़कों में भी ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग तेजी से बढ़ा है—2022-23 में 40.2% से बढ़कर 2025 में 73.3% हो गया।
शहरी बनाम ग्रामीण: डिजिटल अंतर कम हो रहा है
पहले ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल शहरी इलाकों में ज़्यादा होता था, लेकिन अब इसकी रफ्तार ग्रामीण क्षेत्रों में तेज़ हो गई है। 2025 की शुरुआत में 15 साल या उससे अधिक उम्र के 62.4% शहरी लोगों ने ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल किया, जबकि 2022-23 में यह संख्या 50.6% थी।
देशभर में भी यह चलन तेजी से बढ़ा है। 15 साल से अधिक उम्र के 48.9% लोग अब ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि 2022-23 में यह आंकड़ा 37.8% था।
डिजिटल भुगतान में UPI सबसे आगे
इस डिजिटल बदलाव का सबसे बड़ा कारण यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) रहा है। सर्वे में यह पाया गया कि:
· ग्रामीण उपयोगकर्ताओं में 86.7% लोग ऑनलाइन बैंकिंग के लेनदेन के लिए सिर्फ UPI का इस्तेमाल करते हैं।
· शहरी इलाकों में 74.4% लोग पूरी तरह से UPI पर निर्भर हैं।
· केवल 18.0% लोग UPI, इंटरनेट बैंकिंग और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म का मिलाजुला इस्तेमाल करते हैं।
इस वृद्धि का कारण:
ऑनलाइन बैंकिंग बढ़ने का सबसे बड़ा कारण मोबाइल फोन और इंटरनेट की पहुँच है।
- 70.2% लोगों के पास मोबाइल फोन है, शहरी इलाकों में यह संख्या 81.2% है, जबकि ग्रामीण इलाकों में 64.6%।
- जिनके पास मोबाइल है, उनमें से 79.9% के पास स्मार्टफोन है। 29 साल से कम उम्र के युवाओं में शहरी और ग्रामीण दोनों जगह स्मार्टफोन का इस्तेमाल 90% से ज़्यादा है।
इंटरनेट उपयोग भी तेजी से बढ़ा है:
- ग्रामीण महिलाओं में इंटरनेट का इस्तेमाल 2022-23 में 42.6% था, जो अब बढ़कर 57.6% हो गया है।
- ग्रामीण पुरुषों में इंटरनेट उपयोग 59.5% से बढ़कर 72.1% हो गया है।
- इंटरनेट उपयोग करने वाले 93% लोग रोज़ाना इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें ज्यादातर मोबाइल से ही इंटरनेट चलाते हैं।
"UPI for Her" पहल:
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और वुमेन्स वर्ल्ड बैंकिंग (WWB) की साझेदारी में शुरू की गई "UPI for Her" योजना का उद्देश्य 20 करोड़ महिलाओं को भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था से जोड़ना है। यह योजना महिलाओं को डिजिटल भुगतान अपनाने में आने वाली समस्याओं को दूर करने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है।
नीतिगत संकेत:
इस सर्वे के नतीजे सरकार की वित्तीय समावेशन और डिजिटल सशक्तिकरण की नीति को मजबूत समर्थन देते हैं। खासकर ग्रामीण महिलाओं में ऑनलाइन बैंकिंग का तेजी से बढ़ता चलन शहरी-ग्रामीण और लैंगिक डिजिटल अंतर को कम करने की दिशा में एक अहम कदम है।
निष्कर्ष:
नवीनतम आंकड़े यह दर्शाते हैं कि भारत के ग्रामीण इलाके तेजी से डिजिटल बन रहे हैं, और इस बदलाव में सबसे आगे युवा महिलाएं हैं। अगर यह रुझान ऐसे ही चलता रहा, तो आने वाले सालों में यह भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव ला सकता है।