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Blog / 12 Apr 2025

भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की स्लोवाकिया यात्रा

सन्दर्भ:

हाल ही में भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पुर्तगाल और स्लोवाकिया की चार दिवसीय राजकीय यात्रा (7-10 अप्रैल, 2025) पर थी। यह यात्रा स्लोवाकिया में किसी भारतीय राष्ट्रपति की 29 वर्षों में पहली यात्रा थी। इस यात्रा का उद्देश्य कूटनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा करना था।

यात्रा का महत्व:
यह स्लोवाकिया में भारतीय राष्ट्रपति की पहली यात्रा थी, जो 1996 में राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा की यात्रा के बाद हुई। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार, कूटनीतिक प्रशिक्षण, तकनीकी सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर ध्यान केंद्रित करना था, जिससे दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध और मजबूत हुए।

भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की स्लोवाकिया यात्रा

राजनयिक मुलाकातें और द्विपक्षीय वार्ताएं

स्लोवाक राष्ट्रपति पीटर पेललेग्रीनी के साथ उनकी बैठक के दौरान प्रमुख चर्चाएं हुईं:
राजनयिक, आर्थिक और तकनीकी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर।
सांस्कृतिक और शैक्षणिक आदान-प्रदान, जिसमें भारतीय कला और संस्कृति के प्रति स्लोवाकिया की बढ़ती रुचि को रेखांकित किया गया।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता की मांग पर स्लोवाकिया का समर्थन।

दोनों नेताओं ने स्लोवाकिया के राष्ट्रीय वृक्ष लिंडन का एक पौधा भी लगाया, जो मित्रता का प्रतीक है और राष्ट्रपति मुर्मू ने एक पेड़ माँ के नामपहल की शुरुआत की, जिसे स्लोवाकिया ने अपनाने में रुचि दिखाई।

समझौता ज्ञापन (MoUs):


भारत और स्लोवाकिया के बीच दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए:

1.     MSME क्षेत्र में सहयोगभारत के नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NSIC) और स्लोवाक बिजनेस एजेंसी के बीच।

2.     कूटनीतिक प्रशिक्षण सहयोगसुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस (SSIFS) और स्लोवाक विदेश एवं यूरोपीय मामलों के मंत्रालय के बीच।

राष्ट्रपति मुर्मू और राष्ट्रपति पेललेग्रीनी ने ब्रातिस्लावा में भारत-स्लोवाक बिजनेस फोरम का उद्घाटन किया।

भारत-स्लोवाकिया द्विपक्षीय संबंध:


भारत और स्लोवाकिया के बीच 1993 से राजनयिक संबंध हैं, जब चेकोस्लोवाकिया का शांतिपूर्ण विभाजन हुआ और चेक गणराज्य और स्लोवाकिया स्वतंत्र राष्ट्र बने (जिसे वेलवेट डिवोर्स कहा जाता है)।
व्यापार संबंध: वर्ष 2024 में भारत-स्लोवाकिया का द्विपक्षीय व्यापार लगभग €1.28 अरब था।
व्यापार संरचना:
o भारत का निर्यात: मोबाइल फोन, जूते, परिधान, मोटर वाहन के पुर्जे, और टायर।
o भारत का आयात: मोटर वाहन, मशीनरी, यांत्रिक उपकरण, पंप, तार और केबल।
नवोदित सहयोग क्षेत्र: शिक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण, पर्यटन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी।

निष्कर्ष:
भारतीय राष्ट्रपति की स्लोवाकिया यात्रा में द्विपक्षीय व्यापार, कूटनीतिक प्रशिक्षण, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग को शामिल किया गया। समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर, उच्चस्तरीय कूटनीतिक बातचीत और औद्योगिक भ्रमण से दोनों देशों के संबंधों को और सुदृढ़ करने के अवसर मिले। इस यात्रा ने भारत-स्लोवाकिया संबंधों में आर्थिक, तकनीकी और कूटनीतिक स्तर पर नए आयाम जोड़े और भविष्य में सहयोग के लिए मजबूत आधार तैयार किया।