संदर्भ:
आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) ने अपनी अंतरिम आर्थिक समीक्षा में भारत के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 की GDP वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर 6.7% कर दिया है, जो पहले जून में 6.3% था। वहीं, मुद्रास्फीति का अनुमान घटाकर 2.9% किया गया है, जो पहले लगभग 4.1% था। 2026 में, ओईसीडी के अनुसार वृद्धि थोड़ी धीमी होकर 6.2% रहने की संभावना है, जबकि मुद्रास्फीति लगभग 3% के करीब बनी रहेगी।
पूर्वानुमान बढ़ने के कारण:
1. मजबूत घरेलू मांग: उपभोग लगातार मजबूत बना हुआ है, जिसका आधार आय में वृद्धि, अनुकूल मानसून प्रभाव, कर प्रोत्साहन और नीतिगत समर्थन है।
2. GST सुधार और कर उपाय: ओईसीडी के अनुसार, वस्तु एवं सेवा कर (GST) में सुधार, जिसमें कई वस्तुओं के लिए दो-स्तरीय संरचना (5% और 18%) शामिल है, तथा अन्य वित्तीय प्रोत्साहन, उपभोग को बढ़ावा देंगे और मुद्रास्फीति पर दबाव कम करेंगे।
3. खाद्य मूल्य मुद्रास्फीति में कमी: खाद्य मुद्रास्फीति में अपेक्षा से तेज़ गिरावट (अच्छी आपूर्ति और कुछ मामलों में निर्यात प्रतिबंधों के कारण) प्रमुख मुद्रास्फीति को कम करने में मदद कर रही है।
4. मौद्रिक और वित्तीय समर्थन: ओईसीडी के अनुसार, जैसे-जैसे मुद्रास्फीति घटती है, और सार्वजनिक निवेश जारी रहता है, आर्थिक वृद्धि को समर्थन मिलेगा।
5. बाहरी जोखिमों के बावजूद स्थिरता: हालांकि भारत उच्च अमेरिकी आयात शुल्क जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है, बड़ा घरेलू बाजार और विकास के कारक इसे सहारा देते हैं।
वैश्विक वृद्धि और आर्थिक गति:
· अमेरिका द्वारा शुल्क बढ़ोतरी से पहले वस्तु उत्पादन और व्यापार में तेजी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था 2025 की पहली छमाही में अपेक्षा से अधिक स्थिर रही।
· वैश्विक GDP वृद्धि 2024 में 3.3% से घटकर 2025 में 3.2% और 2026 में 2.9% रहने की संभावना है।
· उन्नत अर्थव्यवस्थाओं (G20) में वृद्धि धीमी होने की उम्मीद है, क्योंकि उच्च शुल्क, नीति अस्थिरता और घटती मांग निवेश और व्यापार पर दबाव डाल रही हैं।
क्षेत्रीय मुख्य बिंदु:
· संयुक्त राज्य अमेरिका: 2024 में ~2.8% से घटकर 2025 में 1.8% और 2026 में 1.5% वृद्धि की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार, उच्च प्रभावी आयात शुल्क, शुद्ध आव्रजन में कमी और नीति अस्थिरता मुख्य बाधक हैं।
· यूरो क्षेत्र: 2025 में 1.2% और 2026 में 1.0% वृद्धि की उम्मीद है। व्यापारिक विवाद और भू-राजनीतिक जोखिम यहां की मुख्य चुनौतियाँ हैं।
· चीन: 2025 में ~4.9% और 2026 में ~4.4% वृद्धि का अनुमान है। इसके पीछे कारण हैं पूर्व में किए गए उत्पादन लाभ का कम होना, वित्तीय प्रोत्साहन में कमी और निर्यात दबाव में बढ़ोतरी।
ओईसीडी के बारे में:
आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) 38 सदस्य देशों का अंतर-सरकारी संगठन है।
· इसकी स्थापना 1961 में हुई थी, इसके पूर्ववर्ती संगठन यूरोपीय आर्थिक सहयोग संगठन (OEEC) था।
· इसका उद्देश्य ऐसी नीतियाँ बढ़ावा देना है, जो दुनिया भर में आर्थिक और सामाजिक कल्याण को सुधारें।
निष्कर्ष:
ओईसीडी का संशोधित पूर्वानुमान भारत की मजबूत आर्थिक नींव और वृद्धि की क्षमता को दर्शाता है। जबकि वैश्विक व्यापार अस्थिरता और अमेरिकी शुल्क जैसी चुनौतियाँ बनी हुई हैं, भारत की घरेलू मांग और नीतिगत सुधार आर्थिक वृद्धि को जारी रखने में सहायक होंगे।