संदर्भ:
हाल ही में ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) ने दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY NRLM) के तहत राष्ट्रीय अभियान नई चेतना "परिवर्तन की पहल" (4.0) का चौथा संस्करण लॉन्च किया। यह अभियान 25 नवंबर 2025 से शुरू हुआ, जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर शुरू किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण भारत में लिंग आधारित हिंसा (GBV) को समाप्त करना और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है।
नई चेतना 4.0 के प्रमुख हितधारक:
· मंत्रालयीय सहयोग: 11 केंद्रीय मंत्रालय/विभाग इस अभियान में शामिल हैं, जिनमें महिला एवं बाल विकास, गृह मंत्रालय, पंचायती राज, कृषि, न्याय, स्वास्थ्य, शिक्षा, युवा मामले, MSME और सूचना एवं प्रसारण प्रमुख हैं।
· त्रिपक्षीय समझौता: महिला एवं बाल विकास, कानून एवं न्याय, और ग्रामीण विकास मंत्रालयों के बीच “वायलेंस-फ्री विलेज इनिशिएटिव” के लिए समझौता ज्ञापन किया गया है।
· ग्राउंडलेवल एजेंट: इस अभियान में लगभग 10 करोड़ ग्रामीण महिलाएं, स्वयं सहायता समूह (SHG), आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, सिविल सोसायटी संगठन और स्थानीय नेता सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
अभियान के उद्देश्य:
नई चेतना 4.0 एक माह अवधि का जनआंदोलन है, जिसका लक्ष्य महिला सुरक्षा, सम्मान और ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक भागीदारी को मजबूत करना है।
मुख्य लक्ष्य:
· लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सामुदायिक कार्रवाई को मजबूत करना।
· महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा देना, जिसमें सुरक्षित आवागमन और आर्थिक योगदानकर्ता के रूप में मान्यता शामिल है।
· आर्थिक सशक्तिकरण: आजीविका और उद्यमिता के लिए संपत्ति, क्रेडिट, कौशल और बाजार तक पहुंच।
· बिना पैसे वाले देखभाल के काम की साझा जिम्मेदारी लेना और लिंग-संवेदनशील नीतियों व बजट का समर्थन करना।
· वायलेंस-फ्री विलेज इनिशिएटिव के तहत मॉडल गांव बनाना, ताकि ग्रामीण भारत में लड़कियों और महिलाओं के लिए सुरक्षा, अधिकार और अवसर सुनिश्चित हो सकें।
इस कार्यक्रम को लॉन्च करने का कारण:
नई चेतना 4.0 ग्रामीण भारत में लगातार हो रही लिंग आधारित हिंसा, भेदभाव और असमानता को दूर करने के लिए शुरू किया गया। दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY - NRLM) के व्यापक स्वयं सहायता समूह (SHG) नेटवर्क का उपयोग करते हुए यह अभियान महिलाओं को सामूहिक सशक्तिकरण की दिशा में सक्रिय करता है।
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- मंत्रालयीय सहयोग यह सुनिश्चित करता है कि सभी क्षेत्रों में समन्वित कार्रवाई हो। साथ ही, यह अभियान महिलाओं की भूमिका, सुरक्षा और सम्मान के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव लाने का प्रयास करता है।
- मंत्रालयीय सहयोग यह सुनिश्चित करता है कि सभी क्षेत्रों में समन्वित कार्रवाई हो। साथ ही, यह अभियान महिलाओं की भूमिका, सुरक्षा और सम्मान के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव लाने का प्रयास करता है।
आगे की राह:
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- NCRB की रिपोर्टें वर्तमान समय में भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों के चिंताजनक रुझान को दर्शाती हैं। “नई चेतना” जैसे अभियान इस दिशा में महत्वपूर्ण हैं, लेकिन पूर्ण सफलता के लिए निरंतर सामुदायिक जागरूकता और मजबूत संस्थागत समर्थन प्रणाली की आवश्यकता है।
- इस अभियान की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि इसे “जन आंदोलन” की भावना के साथ चलाया जाए और ग्रामीण महिलाओं की आवाज़ हर स्तर पर निर्णय प्रक्रिया में शामिल की जाए।
- NCRB की रिपोर्टें वर्तमान समय में भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों के चिंताजनक रुझान को दर्शाती हैं। “नई चेतना” जैसे अभियान इस दिशा में महत्वपूर्ण हैं, लेकिन पूर्ण सफलता के लिए निरंतर सामुदायिक जागरूकता और मजबूत संस्थागत समर्थन प्रणाली की आवश्यकता है।
निष्कर्ष:
नई चेतना 4.0 ग्रामीण भारत में लंबे समय से चली आ रही लिंग असमानता की समस्या को दूर करने के लिए एक व्यापक और समन्वित प्रयास है। यह केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है, जो 10 करोड़ से अधिक ग्रामीण महिलाओं की सामूहिक शक्ति द्वारा संचालित है। यह सुरक्षित, सम्मानजनक और समान समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
