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Blog / 07 Nov 2025

उत्तरी अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता का भूकंप: प्रभाव और प्रतिक्रिया – Dhyeya IAS

संदर्भ:

हाल ही में, उत्तरी अफ़ग़ानिस्तान के मज़ार-ए-शरीफ़ के पास 6.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 260 से अधिक लोग घायल हुए। यह घटना अगस्त 2025 के विनाशकारी भूकंप के कुछ ही महीनों बाद हुई है, जिसमें 2,200 से अधिक लोगों की जान गई थी।

अफ़ग़ानिस्तान में बार-बार भूकंप आने के कारण:

अफ़ग़ानिस्तान में बार-बार भूकंप आते हैं क्योंकि यह उस क्षेत्र में स्थित है जहाँ पृथ्वी की तीन बड़ी प्लेटें “भारतीय (Indian), यूरेशियन (Eurasian) और अरबियन (Arabian) प्लेट” आपस में टकराती हैं।

    • इन प्लेटों के आपस में धकेलने से पृथ्वी की सतह में दबाव और दरारें बन जाती हैं, जिन्हें फॉल्ट लाइन (Fault Lines) कहा जाता है (जैसे कि चमन फॉल्ट)।
    • इन फॉल्ट लाइनों में जमा ऊर्जा अचानक निकलती है, जिससे ज़मीन हिलती है और भूकंप आता है।
    • अफ़ग़ानिस्तान अल्पाइड पर्वतमाला (Alpide Belt) में भी स्थित है, जो विश्व का दूसरा सबसे अधिक भूकंप-प्रवण क्षेत्र है।

Powerful 6.3 earthquake hits northern Afghanistan, killing 20 and damaging  historic Blue Mosque | The Hill

भूकंप क्या होता है?

    • भूकंप पृथ्वी की सतह के अचानक हिलने या कांपने की घटना है, जो पृथ्वी की परतों (crust) के भीतर जमा हुई ऊर्जा के अचानक मुक्त होने से होती है।
    • यह घटना तब घटती है जब टेक्टोनिक प्लेटें (Tectonic Plates), अर्थात पृथ्वी की विशाल चट्टानी परतें आपस में टकराती, खिसकती या एक-दूसरे से दूर होती हैं।
    • जब इन प्लेटों के बीच स्थित फॉल्ट लाइनों (Fault Lines) पर लगातार तनाव (Stress) बढ़ता है और अचानक टूटकर बाहर निकलता है, तो भूकंपीय तरंगें (Seismic Waves) उत्पन्न होती हैं।

फोकस और उपरिकेंद्र (Epicenter):

    • फोकस (Focus) वह बिंदु होता है जो पृथ्वी के अंदर स्थित होता है, जहाँ से भूकंप की शुरुआत होती है।
    • उपरिकेंद्र (Epicenter) वह बिंदु होता है जो पृथ्वी की सतह पर फोकस के ठीक ऊपर स्थित होता है, और जहाँ भूकंप का प्रभाव सबसे ज़्यादा महसूस होता है।

भूकंप के लिए उपाय:

1. मज़बूत ढांचा (Infrastructure Resilience):

·         भूकंप-रोधी इमारतों का निर्माण बढ़ावा देना और पुराने ढाँचों को मजबूत बनाना।

·         शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भवन निर्माण मानकों (Building Codes) को अद्यतन करना और सख्ती से लागू करना।

2. शुरुआती चेतावनी और निगरानी:

·         भूकंपीय निगरानी नेटवर्क (Seismic Monitoring Network) को मजबूत करना और फॉल्ट लाइनों की सटीक पहचान के लिए रिमोट सेंसिंग तकनीक का उपयोग करना।

·         प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (Early Warning Systems) विकसित करना और समुदाय स्तर पर आपदा शिक्षा कार्यक्रम चलाना।

3. संस्थागत तैयारी:

·         आपदा प्रबंधन संस्थाओं को मज़बूत बनाना और क्षेत्रीय स्तर पर बेहतर समन्वय सुनिश्चित करना ताकि राहत कार्य तेजी से हो सके।

निष्कर्ष:

अफ़ग़ानिस्तान की भूकंप के प्रति उच्च संवेदनशीलता उसकी जटिल भूगर्भीय स्थिति का परिणाम है। भूकंप को पूरी तरह रोका नहीं जा सकता, लेकिन यदि देश मज़बूत और भूकंप-रोधी बुनियादी ढाँचा विकसित करे, प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों को सशक्त बनाए और समुदाय स्तर पर आपदा-प्रबंधन की तैयारी को बढ़ाए, तो इसके विनाशकारी प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।