संदर्भ:
यूनेस्को ने उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित अपने 43वें महासम्मेलन के दौरान लखनऊ को यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN) के अंतर्गत “गैस्ट्रोनॉमी की रचनात्मक नगरी” (Creative City of Gastronomy) के रूप में आधिकारिक मान्यता दी है।
नामांकन प्रक्रिया:
-
- यह मान्यता UCCN की “गैस्ट्रोनॉमी” उपश्रेणी के अंतर्गत दी गई है, जो उन नगरों को चिन्हित करती है जो अपने पाक विरासत (culinary heritage) को सृजनशीलता और सतत विकास का आधार बनाते हैं।
- लखनऊ के नामांकन प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश पर्यटन निदेशालय द्वारा तैयार किया गया था और इसे 31 जनवरी 2025 को संस्कृति मंत्रालय को प्रस्तुत किया गया।
- भारत सरकार ने 3 मार्च 2025 को लखनऊ को अपनी आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चयनित किया।
- इस मान्यता के साथ, लखनऊ गैस्ट्रोनॉमी टैग प्राप्त करने वाला भारत का दूसरा नगर बन गया है (पहला हैदराबाद, जिसे 2019 में यह दर्जा मिला था)।
सांस्कृतिक एवं पाक विरासत के बारे में:
लखनऊ की पाक शैली अवध परंपरा में निहित है, जिसमें मुगल, फारसी और स्वदेशी खाना पकाने की विधियों का प्रभाव है, जैसे धीमी आंच पर पकाना (दम पुख्त), सुगंधित मसालों का मिश्रण और शाही रसोई की परंपरा।
यह मान्यता लखनऊ की “गंगा-जमुनी तहज़ीब” को भी रेखांकित करती है, जहाँ भोजन की परंपरा समाज के हर तबके, शाही रसोई से लेकर आम स्ट्रीट फूड तक, में फैली है।
महत्त्व:
-
- यह भारत की “सॉफ्ट पावर” को सुदृढ़ करता है और भोजन के माध्यम से सांस्कृतिक कूटनीति को बढ़ावा देता है।
- सतत पर्यटन को प्रोत्साहन देता है तथा स्थानीय कारीगरों, रसोइयों और लघु खाद्य उद्यमों को सहयोग प्रदान करता है।
- पारंपरिक व्यंजनों और पाक कौशल के संरक्षण को प्रोत्साहित करता है।
- UCCN ढांचे के तहत वैश्विक सहयोग के माध्यम से आर्थिक और सांस्कृतिक विकास को गति देता है।
यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN) में शामिल अन्य भारतीय नगर:
|
नगर |
श्रेणी |
मान्यता का वर्ष |
|
जयपुर |
हस्तशिल्प एवं लोक कला |
2015 |
|
वाराणसी |
संगीत |
2015 |
|
चेन्नई |
संगीत |
2017 |
|
मुंबई |
फिल्म |
2019 |
|
हैदराबाद |
गैस्ट्रोनॉमी |
2019 |
|
श्रीनगर |
हस्तशिल्प एवं लोक कला |
2021 |
|
ग्वालियर |
संगीत |
2023 |
|
कोझिकोड |
साहित्य |
2023 |
|
लखनऊ |
गैस्ट्रोनॉमी |
2025 |
यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN) के बारे में:
-
- स्थापना: 2004
- उद्देश्य: उन नगरों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना जो संस्कृति, सृजनशीलता और नवाचार के माध्यम से सतत शहरी विकास को बढ़ावा देते हैं।
- विस्तार: विश्वभर में 350 से अधिक नगर, सात क्षेत्रों में, संगीत, फिल्म, साहित्य, डिज़ाइन, गैस्ट्रोनॉमी, हस्तशिल्प एवं लोक कला, तथा मीडिया आर्ट्स।
- यह ज्ञान-साझाकरण, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और समावेशी विकास को बढ़ावा देता है।
निष्कर्ष:
लखनऊ को यूनेस्को सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी का दर्जा मिलना भारत की विविध पाक परंपराओं और अवध व्यंजनों की जीवंत विरासत का उत्सव है। यह उपलब्धि न केवल लखनऊ की पाक उत्कृष्टता का सम्मान करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि संस्कृति कैसे समावेशी विकास, स्थिरता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का प्रेरक तत्व बन सकती है।
