संदर्भ:
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने केन्या को मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस (HAT), जिसे आमतौर पर ‘निद्रा रोग’ कहा जाता है, को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में समाप्त करने हेतु आधिकारिक प्रमाणन प्रदान किया। यह उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों (NTDs) के विरुद्ध वैश्विक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
पृष्ठभूमि:
- इस घोषणा के साथ, केन्या दुनिया का दसवाँ देश और अफ्रीका के चुनिंदा देशों में से एक बन गया है जिसने ‘निद्रा रोग’ को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में समाप्त किया है। अन्य देशों में टोगो, कोट डी आइवर और युगांडा शामिल हैं।
- इससे पहले, 2018 में, केन्या को गिनी कृमि रोग से मुक्त होने का प्रमाणन मिला था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 2030 NTD रोडमैप का लक्ष्य 2030 तक 100 देशों में कम से कम एक NTD को समाप्त करना है।
निद्रा रोग के बारे में:
निद्रा रोग, या मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस, ट्रिपैनोसोमा वंश के प्रोटोजोआ से होने वाला एक परजीवी रोग है। यह संक्रमित त्सेत्से मक्खी के काटने से मनुष्यों में फैलता है, जो उप-सहारा अफ्रीका में पाई जाती है।
लक्षण और प्रभाव:
• प्रारंभिक चरण: बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और खुजली।
• अंतिम चरण: तंत्रिका संबंधी लक्षण जैसे भ्रम, नींद के चक्र में बदलाव और व्यवहार में बदलाव।
• उपचार के बिना, यह रोग हमेशा घातक होता है।
इस रोग के दो रूप हैं:
ट्रिपैनोसोमा ब्रुसेई गैम्बिएन्स – पश्चिम और मध्य अफ्रीका में पाया जाने वाला जीर्ण (Chronic) रूप
ट्रिपैनोसोमा ब्रुसेई रोडेसिएन्स – पूर्व और दक्षिणी अफ्रीका में पाया जाने वाला तीव्र (Acute) रूप
उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों (NTDs) के बारे में:
- उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NTDs) विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पहचाने गए 21 संक्रामक रोगों का एक समूह है। ये मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में रहने वाली गरीब आबादी को प्रभावित करते हैं, जहाँ स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सीमित होती है। वायरस, बैक्टीरिया, परजीवी, कवक और विषाक्त पदार्थ जैसे विभिन्न रोगजनकों से उत्पन्न ये रोग दीर्घकालिक पीड़ा, विकलांगता और मृत्यु का कारण बनते हैं, जिससे गरीबी का चक्र और भी गहरा हो जाता है।
सामान्य एनटीडी:
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- कुछ प्रमुख और व्यापक NTDs में चागास रोग, डेंगू, कुष्ठ रोग, लसीका फाइलेरियासिस, ओंकोसेरसियासिस, रेबीज, सिस्टोसोमियासिस, मृदा-संचारित कृमिरोग, ट्रेकोमा और यॉ शामिल हैं।
- ये रोग अपर्याप्त स्वच्छता और सीमित स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता वाले वातावरण में पनपते हैं तथा हाशिए पर रहने वाले समुदायों को असमान रूप से प्रभावित करते हैं।
- कुछ प्रमुख और व्यापक NTDs में चागास रोग, डेंगू, कुष्ठ रोग, लसीका फाइलेरियासिस, ओंकोसेरसियासिस, रेबीज, सिस्टोसोमियासिस, मृदा-संचारित कृमिरोग, ट्रेकोमा और यॉ शामिल हैं।
नियंत्रण और उन्मूलन रणनीतियाँ:
- NTD नियंत्रण, वैश्विक स्वास्थ्य हस्तक्षेपों में से सबसे अधिक लागत-प्रभावी उपायों में एक है। इसके अंतर्गत व्यापक औषधि वितरण, बेहतर स्वच्छता, वेक्टर नियंत्रण और स्वास्थ्य शिक्षा जैसे कदम शामिल हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन का लक्ष्य 2030 तक 100 देशों में कम से कम एक NTD को समाप्त करना है, और मई 2025 तक 56 देश यह लक्ष्य प्राप्त कर चुके हैं।
चुनौतियाँ:
मुख्य बाधाओं में वित्त पोषण में कटौती, विशेष रूप से आधिकारिक विकास सहायता (ODA) में कमी, और कई NTDs के जटिल संचरण चक्र शामिल हैं। गरीबी, कमजोर बुनियादी ढाँचा और पर्यावरणीय कारक उन्मूलन प्रयासों में अतिरिक्त चुनौतियाँ पैदा करते हैं, जिससे बहु-क्षेत्रीय और सतत कार्रवाई अनिवार्य हो जाती है।
निष्कर्ष:
केन्या में निद्रा रोग (Sleeping Sickness) का उन्मूलन एक महत्वपूर्ण जन स्वास्थ्य उपलब्धि है, जो निरंतर प्रयास, सामुदायिक सहभागिता और वैश्विक सहयोग की शक्ति को दर्शाता है। यह इस तथ्य को पुष्ट करता है कि उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग, जिन्हें लंबे समय से अफ्रीका के कई हिस्सों में स्थानिक माना जाता रहा है, सही रणनीतियों के माध्यम से समाप्त किए जा सकते हैं।