संदर्भ:
हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने गुजरात के चोर्यासी टोल प्लाजा (NH-48) पर देश की पहली व्यापक मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) टोलिंग प्रणाली लागू करने के लिए ICICI बैंक के साथ समझौता किया है। यह समझौता भारत में टोलिंग प्रणाली के विकास और आधुनिकीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण विकास है।
मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) के बारे में:
· मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) टोलिंग प्रणाली एक बाधा-मुक्त इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली है, जो वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता से मुक्त करती है।
· यह प्रणाली RFID तकनीक, FASTag, और ANPR (स्वचालित नंबर प्लेट पहचान) कैमरों के माध्यम से वाहनों की पहचान कर टोल भुगतान को स्वचालित करती है।
· यह प्रणाली बिना टैग वाले वाहनों के लिए भी काम कर सकती है। इसमें वीडियो आधारित नंबर प्लेट पहचान तकनीक का उपयोग किया जाता है, जैसा कि स्टॉकहोम में भीड़भाड़ शुल्क वसूलने के लिए किया जा रहा है।
प्रयुक्त प्रमुख प्रौद्योगिकियाँ:
- आरएफआईडी: वाहन की विंडस्क्रीन पर लगे निष्क्रिय RFID टैग को गैन्ट्री-माउंटेड रीडर द्वारा पढ़ा जाता है। इसके माध्यम से टोल राशि स्वचालित रूप से लिंक किए गए बैंक खाते या वॉलेट से काट ली जाती है, जिससे संपर्क रहित और बाधा-मुक्त टोलिंग संभव होती है।
- एएनपीआर (Automatic Number Plate Recognition): इसमें उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरे वाहन की लाइसेंस प्लेट को स्कैन करते हैं। इसके बाद, ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन (OCR) सॉफ्टवेयर इस छवि को टेक्स्ट में परिवर्तित कर वाहन की पहचान करता है। यह प्रणाली गैर-फास्टैग वाहनों की निगरानी और खुले सड़क टोल में उल्लंघनों की पहचान के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
कार्यप्रणाली:
- गैन्ट्री आधारित संरचना: राजमार्गों पर ऊँचे ढांचे (गैन्ट्री) लगाए जाते हैं, जिन पर RFID रीडर और ANPR कैमरे लगे होते हैं।
- वाहन की पहचान: जैसे ही वाहन गैन्ट्री के नीचे से गुजरता है, RFID रीडर उसके FASTag को स्कैन करता है और ANPR कैमरा लाइसेंस प्लेट की पुष्टि करता है।
- स्वचालित भुगतान: वाहन के बिना रुके गुजरने पर, टोल शुल्क FASTag से जुड़े बैंक खाते से स्वतः कट जाता है।
- बाधारहित यातायात: वाहन बिना रुके राजमार्ग की सामान्य गति से चल सकते हैं, जिससे टोलिंग प्रक्रिया तेज़, आसान और कुशल हो जाती है।
लाभ:
• यातायात की भीड़भाड़ और यात्रा के समय को कम करता है ।
• ईंधन दक्षता में सुधार और उत्सर्जन कम करता है ।
• टोल संग्रह में पारदर्शिता बढ़ाता है ।
• स्मार्ट, तकनीक-सक्षम बुनियादी ढाँचे के विकास को बढ़ावा देता है ।
NHAI वित्त वर्ष 2025-26 में 25 टोल प्लाज़ा पर टोल संग्रह (MLFF) शुरू करेगा।
निष्कर्ष:
मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) प्रणाली के कार्यान्वयन से इसे पूरे देश में अपनाने का मार्ग प्रशस्त होगा, जिससे भारतीय राजमार्गों पर टोल संग्रह की पद्धति में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा। इस नवीन प्रणाली के माध्यम से भारत एक अधिक कुशल, पारदर्शी और तकनीकी रूप से उन्नत परिवहन नेटवर्क की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहा है।