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Blog / 26 Apr 2025

आईएमएफ का वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक

सन्दर्भ:

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार, भारत के अगले दो वर्षों तक दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। अप्रैल 2025 में जारी आईएमएफ की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था के 2025 में 6.2 प्रतिशत और 2026 में 6.3 प्रतिशत से विकास दर रहने का अनुमान है। यह दर्शाता है कि भारत अपनी क्षेत्रीय और वैश्विक प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कहीं अधिक तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है।

वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट:

                    वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (WEO) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की एक प्रमुख रिपोर्ट है, जो वैश्विक आर्थिक रुझानों और नीतिगत चुनौतियों पर केंद्रित होती है। यह रिपोर्ट वर्ष में दो बार प्रकाशित की जाती है, साथ ही समय-समय पर इसके अद्यतन भी जारी किए जाते हैं। इसमें विकसित, उभरती और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के लिए निकट और मध्य अवधि की आर्थिक प्रवृत्तियों का विश्लेषण किया जाता है।

                    अप्रैल 2025 संस्करण के अनुसार, कई वर्षों तक एक के बाद कई चुनौतियों से निपटने के बाद, वैश्विक अर्थव्यवस्था अब "सावधानीपूर्ण स्थिरता" के चरण में प्रवेश कर चुकी है।

                    हालांकि वैश्विक आर्थिक विकास की गति अब भी धीमी बनी हुई है और जनवरी 2025 के अद्यतन की तुलना में वैश्विक उत्पादन का अनुमान घटा है। इसका मुख्य कारण टैरिफ दरों में तेज़ बढ़ोतरी, नीतिगत अनिश्चितता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में गिरावट है।

                    वैश्विक मुद्रास्फीति में गिरावट की संभावना जताई गई है, लेकिन यह प्रक्रिया पहले की अपेक्षा धीमी रहने की संभावना है। साथ ही, व्यापारिक तनाव और अस्थिर वित्तीय बाज़ार जैसे जोखिम अब भी वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण पर असर डाल रहे हैं।

World Economic Outlook Update, January 2025: Global Growth: Divergent and  Uncertain

भारत के लिए रिपोर्ट:

                    भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान अपेक्षाकृत स्थिर बना हुआ है। आईएमएफ के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था का विस्तार मुख्य रूप से मजबूत निजी खपत, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में चलते रहने की संभावना है।

                    वैश्विक अनिश्चितता और धीमी आर्थिक वृद्धि के वातावरण में भारत की मजबूती विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जो उसे वैश्विक आर्थिक गतिविधियों का एक प्रमुख प्रेरक बल बनाती है। 2025 और 2026 में भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बने रहने का अनुमान है, जिससे वह वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में अपना वर्चस्व बनाए रखेगा।

                    भारत की अर्थव्यवस्था के 2025 में 6.2 प्रतिशत और 2026 में 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है, जो कई वैश्विक प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कहीं अधिक है। आईएमएफ ने वैश्विक आर्थिक विकास दर 2025 के लिए 2.8 प्रतिशत और 2026 के लिए 3.0 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, जो भारत के असाधारण प्रदर्शन को और भी रेखांकित करता है।

प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के लिए रिपोर्ट:

                    2025 के लिए चीन की GDP वृद्धि का अनुमान घटकर 4 प्रतिशत हो गया है, जो जनवरी 2025 के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में 4.6 प्रतिशत होने की संभावना थी।

                    इसी तरह, अमेरिका की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में भी 90 आधार अंकों की कमी की गई है और अब इसके 2025 में 1.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो मंदी के संकेत देता है।

निष्कर्ष:

आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 और 2026 के लिए भारत की आर्थिक संभावनाएं प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में सबसे सकारात्मक बनी हुई हैं। वैश्विक अनिश्चितताओं और अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में विकास दर में गिरावट के बावजूद, भारत वैश्विक आर्थिक वृद्धि में अपना नेतृत्व बनाए रखने के लिए पूरी तरह तैयार है। मजबूत बुनियादी आर्थिक ढांचे और रणनीतिक सरकारी पहलों के बल पर भारत आने वाली चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने की स्थिति में है।