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Blog / 27 May 2025

गूगल ने पेश किया “AI Matryoshka”

संदर्भ:
हाल ही में 20 से 21 मई 2025 के दौरान गूगल ने आयोजित अपने वार्षिक I/O डेवलपर्स सम्मेलन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को केंद्र में रखते हुए अपनी भविष्य की रणनीति “AI Matryoshka” का अनावरण किया। यह एक क्रांतिकारी पहल है, जो तकनीक के साथ मानव जुड़ाव के तरीके को पूरी तरह से नया स्वरूप दे सकती है।

एआई मैट्रियोश्का (AI Matryoshka) क्या है?
AI Matryoshka
गूगल की एक बहु-स्तरीय एआई व्यवस्था है, जिसमें तकनीक को ऐसे ढंग से जोड़ा गया है कि आम यूज़र, डेवलपर और व्यवसाय सभी इससे लाभ उठा सकें। यह रणनीति Gemini 2.5 Pro और Flash जैसे शक्तिशाली फाउंडेशनल मॉडल्स पर आधारित है, जो तेज और गहरी सोच की क्षमता के साथ बेहतर कार्यक्षमता प्रदान करते हैं।

मुख्य विशेषताएं और तकनीकें:

  • स्तरीय संरचना: गूगल के सभी प्लेटफ़ॉर्म्स में AI को एक समान रूप से जोड़ा गया है, जिससे एक जुड़ा हुआ और बुद्धिमान अनुभव मिलता है।
  • केंद्रीय बुद्धिमत्ता: गूगल का मुख्य एआई हर स्तर (API से लेकर यूज़र ऐप्स तक) में एक केंद्रीय मस्तिष्क की तरह काम करता है।

प्रमुख तकनीकी तत्व:

  • जेमिनी 2.5 मॉडल: ये मॉडल जटिल सोच और कोडिंग कार्यों के लिए बनाए गए हैं। Pro संस्करण ने USAMO जैसी प्रतियोगिताओं में शीर्ष स्कोर प्राप्त किए हैं। Flash संस्करण कार्यक्षमता के लिए तैयार किया गया है, जो 20-30% तक बेहतर प्रदर्शन करता है और 24 भाषाओं में मल्टी-स्पीकर TTS (टेक्स्ट-टू-स्पीच) को सपोर्ट करता है।
  • आयरनवुड टीपीयू: यह गूगल की 7वीं पीढ़ी की चिप है जो 5 एक्साफ्लॉप्स की शक्ति देती है और बड़े स्तर पर एआई मॉडल ट्रेनिंग में सहायक है।
  • डेटा और मीडिया मॉडल्स: Imagen 4 (इमेज बनाने वाला), Veo 3 (वीडियो जनरेट करने वाला) और Lyria 2 (म्यूजिक क्रिएशन) जैसे मॉडल उच्च गुणवत्ता वाला कंटेंट बनाते हैं। सिंथआईडी टूल्स इन कंटेंट्स पर वॉटरमार्क लगाकर उनकी असलियत और कॉपीराइट की रक्षा करते हैं।
  • जैमिनी API और Vertex AI: ये टूल्स मॉडल कॉन्टेक्स्ट प्रोटोकॉल (MCP) का उपयोग करते हैं, जिससे एआई एजेंट्स आपस में बेहतर तरीके से संवाद कर सकते हैं। साथ ही ये 'थिंकिंग बजट्स' का प्रबंधन करते हैं, जिससे संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सके।
  • यूज़र इंटीग्रेशन: सर्च में एआई मोड अब गहरे और स्रोत-उल्लेखित (cited) परिणाम देता है। जेमिनी ऐप यूज़र के निजी डेटा का विश्लेषण कर सकता है, जिससे डेटा गोपनीयता से जुड़े अहम सवाल भी उठते हैं।

प्रभाव और संभावित उपयोग:

  • कंटेंट निर्माण: एआई द्वारा बनाए गए कंटेंट से मीडिया, मनोरंजन और विज्ञापन की दुनिया में क्रांति आ सकती है।
  • खोज और जानकारी प्राप्त करना: एआई आधारित सर्च ज़्यादा सटीक और उपयोगी जानकारी दे सकती है।
  • उत्पादकता और कार्यक्षमता: एआई उपकरण कार्यों को ऑटोमेट कर सकते हैं, निर्णयों को डेटा-आधारित बना सकते हैं और कार्य क्षमता को बढ़ा सकते हैं।

चुनौतियां और विचारणीय बातें:

  • डेटा गोपनीयता: यूज़र्स के डेटा की सुरक्षा और एआई निर्णयों में पारदर्शिता सुनिश्चित करना ज़रूरी है।
  • बौद्धिक संपदा: एआई द्वारा बनाए गए कंटेंट का कॉपीराइट और स्वामित्व कैसे तय होगा, यह एक बड़ी चुनौती है।
  • पक्षपात और निष्पक्षता: एआई मॉडल्स में संभावित पक्षपात को रोकना और निर्णयों में न्याय सुनिश्चित करना आवश्यक है।

निष्कर्ष:
AI Matryoshka, एआई के निर्माण, उपयोग और अनुभव करने के तरीके में एक बड़ा बदलाव है।
गूगल की यह नई रणनीति भविष्य की तकनीकी दुनिया को आकार दे सकती है, लेकिन इसके साथ जिम्मेदारी से काम लेना और यूज़र डेटा एवं बौद्धिक संपदा की रक्षा करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।Top of Form

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