होम > Blog

Blog / 05 Aug 2025

पहला बिम्सटेक पारंपरिक संगीत महोत्सव

संदर्भ:

हाल ही में भारत ने 4 अगस्त, 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में पहले बिम्सटेक पारंपरिक संगीत महोत्सव की मेजबानी की। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का शीर्षक "सप्तसुर: सात राष्ट्र, एक राग" है, जो सात बिम्सटेक देशों के बीच संगीतमय सामंजस्य का प्रतीक है।

महोत्सव का महत्व:

·        यह महोत्सव भारत की सॉफ्ट पावर और सांस्कृतिक कूटनीति को दर्शाता है, जो "पड़ोसी पहले" और "एक्ट ईस्ट" नीतियों के अनुरूप है।

·        यह आयोजन बिम्सटेक देशों की पारंपरिक संगीत परंपराओं को एक साझा सांस्कृतिक सूत्र के रूप में प्रस्तुत करते हुए क्षेत्रीय पहचान और साझा विरासत को सुदृढ़ करने का प्रयास है।

·        यह महोत्सव बिम्सटेक पारंपरिक संगीत महोत्सव का उद्घाटन संस्करण है, जिसका प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अप्रैल 2025 में थाईलैंड में आयोजित बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान रखा गया था। इसकी मेजबानी भारत द्वारा करना, क्षेत्रीय सांस्कृतिक एकीकरण में भारत की नेतृत्वकारी भूमिका को रेखांकित करता है।

·        यह लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देता है, जो ट्रैक II कूटनीति का एक अनिवार्य पहलू है। पर्यटन, शैक्षणिक आदान-प्रदान और सीमा-पार कलात्मक सहयोग को प्रोत्साहित करता है।

बिम्सटेक के बारे में:

·        बिम्सटेक का पूर्ण रूप है: बंगाल की खाड़ी के लिए बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation)

·        यह एक क्षेत्रीय संगठन है जिसकी स्थापना 1997 में हुई थी। इसका उद्देश्य दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच एक प्रभावी सेतु के रूप में कार्य करना है, तथा व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, परिवहन और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना है।

संगठनात्मक संरचना:

·        मुख्यालय: ढाका, बांग्लादेश

·        सचिवालय की स्थापना: 2014

·        नेतृत्व प्रणाली: अध्यक्षता सदस्य देशों के बीच घूर्णन आधार (rotational basis) पर स्थानांतरित होती है।

·        कार्यप्रणाली: संगठन 14 प्राथमिकता क्षेत्रों में कार्य करता है, जिनमें से प्रत्येक का नेतृत्व एक सदस्य देश करता है।

   उदाहरण: भारत "सुरक्षा और आतंकवाद-निरोध" (Security & Counter-terrorism) क्षेत्र का नेतृत्व करता है।

सदस्य देश:

बिम्सटेक में 7 सदस्य देश शामिल हैं, जो सभी बंगाल की खाड़ी के आसपास स्थित हैं:

·        बिम्सटेक में कुल सात सदस्य देश शामिल हैं, जो दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच स्थित हैं और सभी किसी न किसी रूप में बंगाल की खाड़ी से भौगोलिक रूप से जुड़े हुए हैं। ये देश हैं भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, म्यांमार और थाईलैंड

बिम्सटेक चार्टर (2022):

• 2022 में श्रीलंका द्वारा आयोजित 5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में अपनाया गया

यह बिम्सटेक को एक औपचारिक कानूनी पहचान प्रदान करता है

निर्णय लेने की प्रक्रियाओं को संस्थागत बनाता है तथा गहन एकीकरण और कार्यात्मक सहयोग को प्रोत्साहित करता है

हालिया घटनाक्रम:

·        2025 में बैंकॉक (थाईलैंड) में आयोजित 6वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया, जहाँ कनेक्टिविटी, आपदा प्रबंधन और क्षेत्रीय सुरक्षा प्रमुख विषय रहे।

बिम्सटेक का महत्व:

·        बिम्सटेक बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों को एक साझा मंच पर लाने वाला एक प्रमुख क्षेत्रीय संगठन है, जो भारत की "पड़ोस प्रथम" नीति, "एक्ट ईस्ट" दृष्टिकोण और हिंद-प्रशांत रणनीति के लिए रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

·        सार्क भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के कारण लगभग निष्क्रिय हो गया है, जबकि पाकिस्तान की अनुपस्थिति के चलते बिम्सटेक अधिक सुचारू और प्रभावी क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने में सक्षम रहा है। यह संगठन सार्क का एक व्यावहारिक विकल्प बनकर उभरा है, जो आर्थिक एकीकरण, सुरक्षा सहयोग और क्षेत्रीय संपर्क को सशक्त करता है।

निष्कर्ष:

बिम्सटेक पारंपरिक संगीत महोत्सव केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि क्षेत्रीय सहयोग, साझा विरासत और सॉफ्ट डिप्लोमेसी में भारत की नेतृत्वकारी भूमिका का प्रतीक है। 'सप्तसुर' के माध्यम से यह दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया की सांस्कृतिक एकता को दर्शाता है और भारत की सांस्कृतिक कूटनीति को मजबूत करते हुए बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में समरसता की उसकी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करता है।