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Blog / 11 Oct 2025

2025 का नोबेल शांति पुरस्कार

संदर्भ:

नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वर्ष 2025 के लिए नोबेल शांति पुरस्कार वेनेज़ुएला की प्रमुख विपक्षी नेता मारिया कोरीना मचाडो को प्रदान किया है। यह सम्मान उन्हें "वेनेज़ुएला के नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों को सुदृढ़ करने और तानाशाही शासन से लोकतांत्रिक व्यवस्था की ओर शांतिपूर्ण तथा न्यायपूर्ण बदलाव की दिशा में किए गए उनके निरंतर और साहसपूर्ण प्रयासों" के लिए दिया गया है।

मारिया कोरीना मचाडो के बारे में:

    • मारिया कोरीना मचाडो, जिन्हें "वेनेज़ुएला की आयरन लेडी" कहा जाता है, वेनेज़ुएला की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा रही हैं। उन्होंने देश में लोकतांत्रिक अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए लगातार आवाज उठाई है और उनके प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है। वे नोबेल शांति पुरस्कार पाने वाली वेनेज़ुएला की पहली नागरिक हैं।
    • उन्होंने सूमाते (Súmate) नामक संगठन की सह-स्थापना की, जो चुनावी पारदर्शिता और निगरानी पर काम करता है। वे राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की तानाशाही नीतियों की कड़ी आलोचक रही हैं। मचाडो लगातार मुक्त और निष्पक्ष चुनाव, कानून का शासन, मानवाधिकारों का सम्मान और लोकतांत्रिक शासन की मांग करती रही हैं।
    • राजनीतिक प्रतिबंधों, उत्पीड़न और कानूनी बाधाओं के बावजूद, उन्होंने अपनी आवाज कभी नहीं रोकी। 2023 में उन्होंने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के विपक्षी प्राथमिक चुनाव में जीत हासिल की, लेकिन बाद में उन्हें चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर दिया गया

The Nobel Prize on X: "BREAKING NEWS The Norwegian Nobel Committee has  decided to award the 2025 #NobelPeacePrize to Maria Corina Machado for her  tireless work promoting democratic rights for the people

नोबेल सम्मान देने के प्रमुख कारण:

नोबेल समिति ने मारिया कोरीना मचाडो को सम्मानित करने के पीछे मुख्य तीन कारण बताए हैं:

1.        लोकतांत्रिक परिवर्तन: मचाडो वेनेज़ुएला में सत्तावादी शासन से लोकतंत्र की ओर शांतिपूर्ण बदलाव की दिशा में किए गए प्रयासों का प्रतीक हैं।

2.      दमन के दौर में नागरिक साहस: धमकियों, कानूनी प्रतिबंधों और उत्पीड़न के बावजूद उन्होंने विपक्षी आंदोलन का नेतृत्व जारी रखा। उनके व्यक्तिगत जोखिम ने उनके काम के प्रतीकात्मक महत्व को और बढ़ा दिया।

3.      विपक्षी ताकतों को एकजुट करना: समिति ने यह भी ध्यान दिलाया कि उन्होंने बिखरे हुए विपक्षी गुटों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कठिन परिस्थितियों के बावजूद लोकतांत्रिक आवाजों को गति दी।

नोबेल शांति पुरस्कार के बारे में:

नोबेल शांति पुरस्कार, अल्फ्रेड नोबेल की 1895 की वसीयत के अनुसार स्थापित छह प्रमुख पुरस्कारों में से एक है। इसे हर साल उन व्यक्तियों या संगठनों को दिया जाता है जिन्होंने शांति स्थापित करने, सशस्त्र संघर्षों को कम करने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। इस पुरस्कार के साथ एक स्वर्ण पदक, प्रशस्ति पत्र और लगभग 90 लाख स्वीडिश क्रोनर (करीब 9 लाख अमेरिकी डॉलर) की धनराशि भी दी जाती है।

निष्कर्ष:

नोबेल शांति पुरस्कार को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक है, जो मानवता और शांति के लिए असाधारण योगदान को मान्यता देता है। मारिया कोरीना मचाडो को यह पुरस्कार मिलना इस बात का प्रतीक है कि एक व्यक्ति की साहसपूर्ण पहल भी लोकतंत्र और शांति की दिशा में दुनिया को प्रेरित कर सकती है। यह सम्मान उन सभी लोगों के लिए संदेश है जो दमन के बीच भी न्याय और लोकतंत्र की राह पर काम करते रहने के लिए प्रेरित करता है।