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Daily-mcqs 25 Nov 2025

डेली करंट अफेयर्स MCQs – 25 नवम्बर 2025 | Dhyeya IAS प्रीलिम्स प्रैक्टिस 25 Nov 2025

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डेली करंट अफेयर्स MCQs – 25 नवम्बर 2025 | Dhyeya IAS प्रीलिम्स प्रैक्टिस

Q1:

भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) की नियुक्ति के संवैधानिक और प्रक्रियागत ढांचे से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

1.   संविधान के अनुच्छेद 124(2) में राष्ट्रपति द्वारा परामर्श के बाद सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों, जिनमें CJI भी शामिल हैं, की नियुक्ति का प्रावधान है।

2.   वरिष्ठतम न्यायाधीश को अगला CJI नियुक्त करने का प्रचलन संविधान में स्पष्ट रूप से अनिवार्य किया गया है।

उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: 1 व 2 दोनों

D: कोई नहीं

उत्तर: A

स्पष्टीकरण:

कथन 1 – सही। अनुच्छेद 124(2) राष्ट्रपति को परामर्श के बाद सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों, जिसमें मुख्य न्यायाधीश भी शामिल हैं, की नियुक्ति का अधिकार देता है।


कथन 2 – गलत। वरिष्ठतम न्यायाधीश को CJI नियुक्त करने की व्यवस्था केवल एक प्रचलन (convention) है, कि कोई संवैधानिक प्रावधान।


                            

Q2:

इंडियाब्राज़ीलदक्षिण अफ्रीका (IBSA) संवाद मंच के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

1.   IBSA को 2003 में एक त्रिपक्षीय समूह के रूप में दक्षिणदक्षिण सहयोग और लोकतांत्रिक वैश्विक शासन को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया था।

2.   IBSA एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के तीन क्षेत्रीय शक्तियों को शामिल करता है।

3.   IBSA एक औपचारिक संधि-आधारित संगठन है, जिसका स्थायी सचिवालय नई दिल्ली में स्थित है।

उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

A: केवल 1 और 2

B: केवल 1 और 3

C: केवल 2 और 3

D: 1, 2, और 3

उत्तर: A

स्पष्टीकरण:

कथन 1 – सही। IBSA को 2003 में दक्षिणदक्षिण सहयोग, वैश्विक शासन सुधार और विकास साझेदारी को बढ़ावा देने हेतु बनाया गया था।


कथन 2 – सही। यह भारत (एशिया), ब्राज़ील (लैटिन अमेरिका) और दक्षिण अफ्रीका (अफ्रीका)तीन महाद्वीपों की प्रमुख लोकतांत्रिक और बहु-जातीय शक्तियों को जोड़ता है।


कथन 3 – गलत। IBSA कोई संधि-आधारित संगठन नहीं है, इसका कोई स्थायी सचिवालय नहीं है, और यह मुख्य रूप से शिखर सम्मेलनों, मंत्रिस्तरीय बैठकों और कार्य समूहों के माध्यम से कार्य करता है।


                            

Q3:

असम समझौते के क्लॉज़ 6 से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

1.   क्लॉज़ 6 असमिया लोगों की सांस्कृतिक, सामाजिक और भाषायी पहचान की रक्षा के लिए संवैधानिक, विधायी और प्रशासनिक सुरक्षा उपायों को अनिवार्य बनाता है।

2.   क्लॉज़ 6 के कार्यान्वयन पर उच्च स्तरीय समिति, जिसकी अध्यक्षता न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बिप्लब कुमार शर्मा ने की, ने कुल 57 सिफारिशें की थीं, जिन सभी को असम कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया है।

3.   क्लॉज़ 6 स्पष्ट रूप से यह परिभाषित करता है कि असमिया व्यक्तिकिसे माना जाएगा।

उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: केवल 2 और 3

D: 1, 2, और 3

उत्तर: A

स्पष्टीकरण:

कथन 1 – सही। क्लॉज़ 6 असमिया लोगों की पहचान की रक्षा और संवर्द्धन के लिए संवैधानिक, विधायी और प्रशासनिक संरक्षण की मांग करता है।


कथन 2 – गलत। उच्च स्तरीय समिति (HLC) ने 67 सिफारिशें दी थीं, जिनमें से 57 को असम कैबिनेट ने मंज़ूर किया है, जबकि 10 अभी केंद्र के साथ विचाराधीन हैं


कथन 3 – गलत। क्लॉज़ 6 असमिया व्यक्ति की कोई स्पष्ट परिभाषा नहीं देता, और यही अस्पष्टता इसके कार्यान्वयन में देरी का एक प्रमुख कारण रही है।


                            

Q4:

असम समझौते (1985) के निम्नलिखित प्रावधानों पर विचार करें:

1.   1 जनवरी 1966 से पहले असम में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों को नियमित किया जाना था और उन्हें पूर्ण नागरिक अधिकार दिए जाने थे।

2.   1 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1971 के बीच असम में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने थे, लेकिन पंजीकरण के 10 वर्ष बाद वे मतदान का अधिकार पुनः प्राप्त कर सकते थे।

3.   25 मार्च 1971 या उसके बाद असम में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों का कानून के अनुसार पहचान, नाम विलोपन और निष्कासन किया जाना था।

उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

A: केवल 1 और 2

B: केवल 1 और 3

C: केवल 2 और 3

D: 1, 2, और 3

उत्तर: D

स्पष्टीकरण:

कथन 1 – सही। 1 जनवरी 1966 से पहले आए लोगों को नियमित किया जाना था और पूर्ण अधिकार दिए जाने थे।


कथन 2 – सही। 1 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1971 के बीच आए व्यक्तियों को:
विदेशी अधिनियम के तहत चिन्हित किया जाना था
मतदाता सूची से नाम हटाए जाने थे
विदेशी घोषित होने की तिथि से 10 वर्ष बाद मतदान अधिकार पुनः प्राप्त हो सकता था।


कथन 3 – सही। 25 मार्च 1971 के बाद आए व्यक्तियों की पहचान, नाम विलोपन और निष्कासन कानून के अनुसार किया जाना था।


                            

Q5:

INS महे से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

1.   INS महे, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) द्वारा निर्मित महे-श्रेणी की एंटी-सबमरीन वॉरफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW-SWC) की पहली पोत है।

2.   इस पोत में स्टील्थ क्षमताओं के तहत कम ध्वनिक हस्ताक्षर (low acoustic signature) और कम रडार क्रॉस-सेक्शन (low RCS) शामिल हैं।

3.   INS महे के क्रेस्ट में कलारीपयट्टू से जुड़ी पारंपरिक उरुमि तलवार दर्शाई गई है।

उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

A: केवल 1 और 2

B: केवल 1 और 3

C: केवल 2 और 3

D: 1, 2, और 3

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

कथन 1 – गलत। INS महे का निर्माण कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL) ने किया है, MDL ने नहीं।


कथन 2 – सही। यह ASW-SWC पोत तटीय क्षेत्रों (littoral operations) के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसमें कम ध्वनिक हस्ताक्षर, कम RCS और उच्च गतिशीलता जैसी स्टील्थ विशेषताएँ शामिल हैं।


कथन 3 – सही। इसके क्रेस्ट में उरुमि, जो कि कलारीपयट्टू की पारंपरिक लचीली तलवार है, दर्शाई गई हैजो फुर्ती, सटीकता और घातक क्षमता का प्रतीक है।