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Daily-mcqs 08 May 2025
Q1:
निम्नलिखित में से कौन-कौन सी कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के अंतर्गत उचित ठहराई जा सकती है? उपरोक्त में से कितनी कार्रवाइयाँ संभावित रूप से अनुच्छेद 51 के तहत उचित ठहराई जा सकती हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: केवल तीन
D: सभी चार
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
कार्रवाइयाँ 1, 2 और 4 अनुच्छेद 51 के अंतर्गत उचित ठहराई जा सकती हैं:
• (1) हमले के बाद की गई रक्षात्मक प्रतिक्रिया
• (2) सामूहिक रक्षा (उदाहरण: 9/11 के बाद NATO द्वारा किया गया उपयोग)
• (4) कुछ विद्वान मानते हैं कि यदि खतरा आसन्न हो, तो पूर्व-खाली हमले भी उचित हो सकते हैं
(3) शांति स्थापना के लिए सुरक्षा परिषद की अनुमति आवश्यक होती है, न कि अनुच्छेद 51 के तहत। अतः तीन कार्रवाइयाँ उचित ठहरती हैं।
संयुक्त राष्ट्र चार्टर का अनुच्छेद 51 यह कहता है:
“इस चार्टर में कुछ भी ऐसा नहीं है जो किसी सदस्य राष्ट्र पर सशस्त्र हमला होने की स्थिति में, संयुक्त राष्ट्र के किसी सदस्य की व्यक्तिगत या सामूहिक आत्मरक्षा के अंतर्निहित अधिकार को प्रभावित करे, जब तक कि सुरक्षा परिषद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए आवश्यक उपाय न कर ले।”
Q2:
निम्नलिखित में से कौन-कौन सी पहलें सड़क सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र की कार्रवाई की दशक योजना (2021–2030) के प्रति भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप हैं? उपरोक्त में से कितनी पहलें अनुरूप हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: केवल तीन
D: सभी चार
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
उल्लेखित सभी पहलें भारत के 2030 तक सड़क दुर्घटना मृत्यु दर में 50% की कमी लाने के लक्ष्य का समर्थन करती हैं, जो संयुक्त राष्ट्र की सड़क सुरक्षा के लिए कार्रवाई की दशक योजना के अनुरूप है।
• e-DAR परियोजना दुर्घटनाओं पर डेटा को बेहतर बनाती है।
• कैशलेस उपचार योजना "गोल्डन आवर" के दौरान तत्काल इलाज सुनिश्चित करती है।
• सड़क सुरक्षा ऑडिट बुनियादी ढांचे से संबंधित जोखिमों को कम करते हैं।
• वाहन सुरक्षा रेटिंग (भारत NCAP) दुर्घटना-रोधी सुरक्षित वाहनों को प्रोत्साहित करती है।
Q3:
ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सही है?
कथन 1: ऑपरेशन सिंदूर भारत की पारंपरिक रक्षात्मक मुद्रा का एक उदाहरण है जो सीमा पार सैन्य रणनीति में अपनाई जाती है।
कथन 2: भारत का उद्देश्य सटीक हमलों के माध्यम से आतंक प्रायोजकों पर रणनीतिक और प्रतिष्ठात्मक लागत थोपना है।
A: दोनों कथन सही हैं, और कथन 2, कथन 1 की व्याख्या करता है।
B: दोनों कथन सही हैं, लेकिन कथन 2, कथन 1 की व्याख्या नहीं करता।
C: कथन 1 गलत है, लेकिन कथन 2 सही है।
D: दोनों कथन गलत हैं।
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
ऑपरेशन सिंदूर भारत की पारंपरिक रक्षात्मक नीति से एक बदलाव को दर्शाता है, जिसमें अब अधिक मुखर, पूर्व-खाली और प्रतिरोधात्मक सैन्य रणनीति अपनाई जा रही है—विशेषकर उरी (2016) और बालाकोट (2019) हमलों के बाद। यह अभियान कई आतंक-संबंधित ठिकानों पर समन्वित हमलों के रूप में सामने आया, जो सीमा पार खतरों के सक्रिय विघटन को प्राथमिकता देने वाले सिद्धांत परिवर्तन का संकेत है। अतः कथन 1 गलत है।
कथन 2 सही है—भारत के सैन्य अभियान राज्य और गैर-राज्य आतंक प्रायोजकों पर रणनीतिक और प्रतिष्ठात्मक लागत थोपने हेतु बनाए गए हैं, यह दर्शाने के लिए कि प्रॉक्सी युद्ध का उत्तर अब सुव्यवस्थित और उच्च प्रभाव वाले प्रतिकार के रूप में दिया जाएगा।
Q4:
निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सही है?
कथन 1: भारत–यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) में ब्रिटेन में कार्यरत भारतीय श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा में छूट शामिल है।
कथन 2: यह छूट तीन वर्षों तक लागू होती है और यह दोहरे योगदान समझौते (Double Contribution Convention) का हिस्सा है।
A: दोनों कथन सही हैं, और कथन 2, कथन 1 की व्याख्या करता है
B: दोनों कथन सही हैं, लेकिन कथन 2, कथन 1 की व्याख्या नहीं करता
C: कथन 1 सही है, लेकिन कथन 2 गलत है
D: दोनों कथन गलत हैं
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
FTA के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण प्रावधान Double Contribution Convention के रूप में शामिल किया गया है, जो ब्रिटेन में कार्यरत भारतीय श्रमिकों को तीन वर्षों तक यूके की सामाजिक सुरक्षा में योगदान देने से छूट देता है। यह प्रावधान भारतीय कर्मचारियों और विदेशी नियोक्ताओं दोनों के लिए वित्तीय बोझ को कम करता है, जिससे अल्पकालिक श्रम गतिशीलता को प्रोत्साहन मिलता है और दोहरी सामाजिक सुरक्षा कटौती की आवश्यकता समाप्त होती है।
Q5:
निम्नलिखित में से कौन-सी चिनाब की सहायक नदियाँ किश्तवाड़ और अखनूर के बीच चिनाब में मिलती हैं?
A: भूत नाला
B: लिड्डरारी
C: नीरू
D: थिरोट
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
नीरू नदी चिनाब की एक प्रमुख सहायक नदी है जो किश्तवाड़ और अखनूर के बीच चिनाब में मिलती है।
इस खंड में शामिल अन्य सहायक नदियाँ हैं: कलनै, रघी, बिचलेरी, और अंस।
थिरोट, भूत नाला और लिड्डरारी चिनाब में किश्तवाड़ से पहले, इसकी प्रारंभिक हिमालयी धारा में मिलते हैं।