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Blog / 23 Jan 2019

(Global मुद्दे) अमेरिका में शटडाउन (Shutdown in America)

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(Global मुद्दे) अमेरिका में शटडाउन (Shutdown in America)


एंकर (Anchor): कुर्बान अली (पूर्व एडिटर, राज्य सभा टीवी)

अतिथि (Guest): अशोक सज्जनहार (पूर्व राजदूत), प्रो. हर्ष पंत (अमरीकी मामलों के जानकार)

सन्दर्भ:

अमेरिका में पिछले 22 दिंसबर से शटडाउन चल रहा है। ये अमेरिका के इतिहास का सबसे लंबा शटडाउन है, जिसके कारण अमेरिका में क़रीब एक चौथाई सरकारी कामकाज ठप पड़ा है। शटडाउन की वजह से क़रीब आठ लाख अमेरिकी कर्मचारियों को घर बैठना पड़ा हैं। इसके अलावा तमाम कर्मचारी बिना तनख़्वाह के भी काम कर रहे हैं ।

अमेरिका में शटडाउन की वजह अमेरिका -मेक्सिको बॉर्डर पर बनाई जाने वाली दीवार की फंडिंग है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दीवार के लिए 5.6 अरब डॉलर का बजट रखा है, जिसका डेमोक्रेट पार्टी के सांसद विरोध कर रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप साल 2016 से ही अमेरिका -मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने का वादा करते आये हैं। लेकिन 100 सीटों वाली सीनेट में राष्ट्रपति ट्रंप को इस बजट के लिए मंज़रूी नहीं मिल रही है।

राष्ट्रपति ट्रम्प ने दीवार के लिए फंडिंग नहीं मिलने पर अमेरिका में इमरजेंसी लगाने की भी चेतावनी दी है। ट्रम्प का कहना है कि अमेरिका- मेक्सिको सीमा पर मानवीय संकट बढ़ता जा रहा है। ये दीवार न केवल अमेरिका की सुरक्षा करेगी बल्कि मेक्सिको सीमा से आने वाले अवैध प्रवासियों और ड्रग तस्करों को भी रोकने का काम करेगी। अमेरिका मेक्सिको सीमा पर बनाई जाने वाली दीवार में कुल 8 अरब डॉलर से 67 अरब डॉलर तक का खर्च बताया जा रहा है। जबकि राष्ट्रपति ट्रम्प की ओर से फंडिंग के लिए रखा गया 5.6 अरब डॉलर का प्रस्ताव सिर्फ दीवार की शुरुआत के लिए है।

अमेरिका- मेक्सिको सीमा 3000 किलोमीटर से भी ज़्यादा लंबी है, जो कि प्रशांत महासागर से गल्फ ऑफ मेक्सिको तक फैली हुई है। USA के DEPARTMENT OF HOMELAND SECURITY की ओर से 2015 में जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक़ क़रीब सवा लाख से भी ज़्यादा लोग मेक्सिको से अमेरिका पहुंचे हैं। इसके अलावा मौजूदा वक़्त में लगभग 5.6 मिलियन मेक्सिको नागरिक अमेरिका में रह रहे हैं, जोकि अमेरिका में कुल प्रवासियों का 50 प्रतिशत है।

पिछले कई दिनों से चल रहे शटडाउन का अमेरिका पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। स्टैण्डर्ड एंड पुअर ग्लोबल एनालिस्ट के मुताबिक इस शटडाउन से अमेरिका को हर हफ्ते करीब 6.5 बिलियन डॉलर का नुकसान होगा। इसके अलावा कई अमेरिकी कम्पनियाँ भी प्रभावित होंगी। साथ ही इस शटडाउन का असर कनाडा और मेक्सिको की सरकार पर भी देखने को मिल सकता है।

अमेरिका में चल रहा शटडाउन वर्ल्ड इकॉनमी के लिहाज से भी बुरी ख़बर है। इसके अलावा अमेरिकी शटडाउन भारत को भी प्रभावित कर सकता है। राष्ट्रपति ट्रंप शुरू से ही अमेरिका फर्स्ट की नीति पर अड़े हुए हैं, जिसके कारण आने वाले वक़्त में भारतीयों को नया अमेरिकी वीज़ा मिलने में भी दिक्कत हो सकती है। शटडाउन का भारतीय स्टॉक मार्किट पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा अमेरिकी बाज़ार में मांग काम होने पर भारत की ओर से अमेरिका को किया जाने वाला निर्यात भी प्रभावित होगा।

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