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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 23 January 2020

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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 23 January 2020



भारत-मलेशिया से संबंधित मुद्दे

संबंधित मुद्दे-

  • हाल ही में भारत ने मलेशिया से Palm Oil (ताड़ का तेल) के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है तथा, गैस, पेट्रोलियम, एल्यूमिनियम, द्रवित प्राकृतिक गैस (CNG), कम्प्यूटर पार्ट्स के आयात पर प्रतिबंध लगा सकता है।

प्रतिबंध लगाने के कारण-

  • मलेशिया प्रधानमंत्री महाथिर द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की आलोचना करना तथा कश्मीर को एक देश के रूप में बाताना।
  • मलेशिया के साथ भारत का व्यापान घाटा होना दरअसल भारत मलेशिया से 10.8 बिलियन डाॅलर की वस्तु एवं सेवा आयात किया जाता है, जबकि निर्यात मात्र 6.4 बिलियन डॉलर का है।
  • उदग्रवादी जाकिर मायिक को मलेशिया द्वारा संरक्षण देना तथा भारत के द्वारा नायिक का प्रत्यार्पण की अपील को मलेशिया द्वारा गम्भीरता से न लेना।
  • भारत की घरेलू Palm Oil रिफायनरी को प्रोत्साहन देना।

प्रतिबंध का मलेशियाई अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

  • दरअसल Palm Oil का मलेशिया की GDP में 2.5 तथा कुल निर्यात में 4% का योगदान है, तथा भारत 9 मिलियन टन Palm Oil मलेशिया से आयात करता है, ऐसे में भारत द्वारा मलेशिया से Palm Oil के आयात पर प्रतिबंध से वहाँ की अर्थव्यवस्था पर निम्न प्रभाव पड़ेगा।
  • जो लोग Palm Oil के क्षेत्र में काम कर रहे हैं उनकी आय नकारात्मक रूप से प्रभावित होगी।
  • मलेशिया की राष्ट्रीय आय में गिरावट आयेगी तथा भारत से निर्यात की अपेक्षा आयात में वृद्धि हो सकती है।
  • यदि मलेशिया भारत के कारवाई पर प्रतिक्रियात्मक व्यवहार करता है तो व्यापार युद्ध की स्थिति बन सकती है, जिससे मलेशिया की अर्थव्यवस्था नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकती है।

भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव-

  • ध्यातव्य है कि भारत Palm Oil का दुनिया में बड़ा आयातक है, ऐसे में आयात पर प्रतिबंध लगाने से निम्न प्रभाव अपेक्षित हैं।
  • घरेलू रिफायनरीज को प्रोत्साहन मिलेगा जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा।
  • भारत के विदेशी मुद्रा भण्डार में वृद्धि होगी।
  • इण्डोनेशिया Palm Oil का सबसे बड़ा उत्पादक है, किन्तु रिफायनरीज की संस्था मलेशिया की अपेक्षा कम है, ऐसे में इण्डोनेशिया अधिकतर कच्चा Palm Oil निर्यात करता है। इस परिस्थिति में भारतीय रिफायनरीज इण्डोनेशिया से कच्चा Palm Oil आयात कर भारत में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करने में सक्षम हो सकेगी। ध्यातव्य है कि वर्तमान में अडानी, पतंजलि जैसे ग्रुप भारत में Palm Oil बनाते हैं।

भारत एवं मलेशिया के द्विपक्षीय सम्बन्धों पर प्रभाव-

  • जैसा कि हम जानते हैं कि मलेशिया समय-समय पर (इस्लामिक नेता बनने की महत्वाकांक्षा से ) भारतीय नीतियों की आलोचना करता रहता है जैसे Sep- 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर को एक देश के रूप में बताया तथा दिसम्बर 2019 में हाल में बने नागरिकता संशोधन अधिनियम की भी आलोचना की। ऐसे भारत - मलेशिया संबंध नकारात्मक रूप से प्रभावित हुए हैं, हालांकि मलेशिया के Palm Oil से सम्बन्धित मंत्रालय ने जल्द ही विवाद सुलझाने की बात कही है।

भारत मलेशिया सम्बन्ध

  • वर्तमान समय में मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद के दादा भारतीय मूल के थे, इसके अलावा भारत-मलेशिया सांस्कृतिक एंव ऐतिहासिक रूप से प्राचीन काल से जुड़े हुए हैं।
  • दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को 2020 तक 25 बिलियन डॉलर पहुंचाने का लक्ष्य है।
  • दोनों देश राष्ट्रमण्डल के सदस्य हैं।

आगे की राह

  • विशेषज्ञों का मानना है कि मलेशिया इस्लामिक दुनिया का नेता बनना चाहता है, जैसा की क्वालालमपुर इस्लामिक समित में भी दिखा, जिसमें टर्की, मलेशिया एक स्वर में नजर आये किन्तु मलेशिया को आपसी संबन्धों पर अपनी महत्वाकांक्षा को हावी होने से बचना चाहिए।
  • दोनों देशों को भारत के व्यापार घाटे को सुलझाना चाहिए जैसा की Palm Oil से संबन्धित मलेशियाई मंत्रालय ने भी कहा है।
  • किसी देश की संवृद्धि का एक महत्वपूर्ण प्रतीक GDP को माना जाता है, हालांकि इसके कुछ अपवाद भी होते हैं।
  • GDP एवं समृद्धि का संबंध हम एक चित्र के माध्यम से समझ सकते हैं।
  • GDP उत्पादन लोगो का रोजगार आय खर्च समृद्धि
  • वहीं यदि GDP की वृद्धि दर कम हो जाये तो यह क्रम टूट जाता है।
  • GDP से एक संबंध महंगाई का भी होता है। इनके बीच एक समानुपाती संबंध हम देख सकते हैं।
  • फिलिप्स वक्र इसी संबंध को एक वक्र के माध्यम से प्रस्तुत करता है। इसके अनुसार महंगाई और बेरोजगारी में व्युत्क्रमानुपाती संबंध होता है।
  • यह विचार अर्थव्यवस्था का एक परंपरागत विचार माना जाता है। जो 1970-1980 के दशक तक काफी लोकप्रीय रहा।
  • इसमें कहा गया कि हम महंगाई और बेरोजगारी दोनों में से एक को ही नियंत्रित कर सकते हैं।
  • इस समय तक यही माना जाता था कि महंगाई तभी बढ़ेगी जब GDP बढ़े और अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिले।
  • 1970 के दशक में विश्व में एक नई स्थिति उत्पन्न हुई।
  • यह स्थिति OPEC द्वारा उत्पन्न की गई थी।
  • इसमें तेल उत्पादन में कमी लाने की घोषणा की जिससे पूरे विश्व में एक प्रकार का तेल संकट उत्पन्न हो गया।
  • इस समय तक उत्पादन और ऊर्जा का प्रमुख स्रोत तेल ही था, जिसकी मांग बहुत ज्यादा थी।
  • उत्पादन में कटौती करने से आपूर्ति बाधित हुई और कीमते तेजी से बढ़ी।
  • तेल पर निर्भर पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था में एक नया मोड़ आया।
  • देशों में उत्पादन घटा और GDP की वृद्धि दर घटी एवं महंगाई बढ़ी।
  • इस तरह बेरोजगारी बढ़ने लगी, महंगाई बढ़ने लगी लेकिन GDP की ग्रोथ रेट कम होने लगी।
  • वर्तमान समय में भी हम सामान्यतः यह देखते हैं कि तेल की कीमत बढ़ने से हमारे यहाँ महंगाई बढ़ती है लेकिन अर्थव्यवस्था की गति नकारात्मक रूप से प्रभावित होती है।
  • Stagflation से तात्पर्य ऐसी अवस्था से है जब एक ही समय में GDP की वृद्धि दर कम हो और महंगाई ज्यादा हो । यह एक असामान्य स्थिति होती है।
  • इस शब्द की व्युत्पत्ति Stagnant Growth (रूका हुआ ग्रोथ) और Inflation के सम्मिलन से हुई है।
  • इस समय यह शब्द इसलिए अधिक चर्चा में है क्योंकि भारत की GDP की ग्रोथ रेट जहाँ घटकर 4.5% तक आ गया है। वहीं कुछ दिन पहले ही यह रिपोर्ट आई कि यहाँ खुदरा महंगाई दर 7.35% के उच्च स्तर पर पहुँच गई है।
  • सैद्धांतिक तौर पर यह स्थिति यह बताती है कि भारत में Stagflation की अवस्था दिखाई दे रही है।
  • हालांकि इसका सूक्ष्म मूल्यांकन करने पर पता चलता है कि इस महंगाई में सबसे ज्यादा योगदान सब्जियों की कीमत में आई वृद्धि का है।
  • इस तरह खाद्य पदार्थ की कीमत में 14.12% की वृद्धि हुई है, जिसमें 60% का योगदान सब्जियों का है।
  • जबकि इसी अवधि में कोर इंफ्लेशन मात्र 3.7% है।

भारत का पहला ह्यूमोनोइड रोबोट व्योमित्र

  • भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान संभवतः 15 अगस्त 2022 को प्रक्षेपित किया जा सकता है।
  • इससे पहले इसरो एक हाफ ह्यूमोनोइड रोबोट व्योमित्र को अंतरिक्ष में भेजकर मानव गतिविधयों का अध्ययन करेगा।
  • यह इसरो को अपनी रिपोर्ट भेजेगा।
  • इसरो इसका प्रयोग एक परीक्षण के तौर पर कर रह है।
  • यह बहुत ही खास रोबोट है, यह बात कर सकता है, मानव को पहचान सकता है।
  • यह अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा की जाने वाले क्रिया-कलापों का नकल कर सकता है, जवाब दे सकता है।
  • इसे हाफ ह्यूमोनोइड इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसके पैर नहीं हैं।
  • यह आगे ओर पीछे झुक सकता है।
  • गगनयान का उद्देश्य भारतीयों को अंतरिक्ष में भेजकर उन्हें सुरक्षित वापस लाना है।
  • इसरो के मुताबिक एस्ट्रोनोइड को ट्रेण्ड करने के लिए एवं क्रू कैप्सूल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम बनाने के लिए रूस की मदद ली जा रही है।
  • मानव मिशन को लांच करने से पहले गगनयान के 2 मानव रहित मिशन इसरो द्वारा लांच किये जायेंगे।
  • यह दिसम्बर 2020 और जुलाई 2021 में किया जायेगा।
  • इस मिशन पर 1000 करोड़ रूपये खर्च होने की संभावना है।
  • गगनयान मिशन की घोषणा 15 अगस्त 2018 को की गयी थी।
  • गगनयान एक 3800 किलो का आटोमेटिक स्पेसक्राफ्ट है जो तीन क्रू मेम्बर्स को पृथ्वी की Low orbit ले जायेगा।
  • यह Orbit लगभग 400 किमी. ऊपर होती है, जहाँ यह यात्री 7 दिन तक पृथ्वी का चक्कर लगायेंगे।
  • इसे GSLV MARK-3 राकेट से लांच किया जायेगा, जो लांच करने के 16 मिनट बाद पृथ्वी की कक्षा में पहुँच जायेगा।