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Blog / 21 Feb 2020

Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 21 February 2020

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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 21 February 2020



तिलहन मिशन

  • भारत की विशाल जनसंख्या को खाद्य तेल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए लगभग 65 से 70% खाद्य तेल का आयात किया जाता है !
  • मलेशिया से पॉम ऑयल आयात पर कुछ प्रतिबंध लगाने के कारण भारत को भविष्य में खाद्य तेलों की कमी का सामना न करना पड़े तथा आयात की कीमत हमारी विदेशी मुद्रा भंडार में ज्यादा कमी न ला दे इसके लिए आवश्यक है कि हम इसका उत्पादन बढ़ाए !
  • वर्ष 2019 के आंकड़ों पर गौर करें तो हमें पता चलेगा कि तेल आयात पर सरकार द्वारा लगभग 70000 करोड रुपए खर्च किए गए हैं !
  • 2018 19 के आंकड़ों के अनुसार घरेलू खपत जहां 250 लाख टन है वही उत्पादन लगभग 100 लाख टन ही है !
  • यहाँ पर यह गौर करना आवश्यक है कि तिलहन का उत्पादन 2013-14 में जहां रिकॉर्ड 327.49 लाख हुआ था, उसके बाद से उत्पादन में कमी आई है !
  • 19 फरवरी को Soil Health Card Day के अवसर पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने घोषणा की कि सरकार जल्द ही तिलहन मिशन की घोषणा करेगी !
  • केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस तरह हमने खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त की है उसी तरह तिलहन उत्पादन में भी सरकार आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए गंभीर है !
  • मिशन के अलावा सरकार देश भर में 10000 किसान उत्पादक संगठन का निर्माण करेगा !
  • इसके लिए सरकार 6000 करोड़ रुपए खर्च करेगी !
  • अमेरिका, चीन और ब्राजील के बाद भारत विश्व की चौथी वनस्पति तेल वाली अर्थव्यवस्था है !
  • आने वाले समय में कुल फसल क्षेत्र के 13% हिस्से पर तिलहन की खेती की जाती है ! भारत में तिलहन की आपूर्ति मुख्यतः तोरिया, सरसों, तिल, अलसी, सूरजमुखी, सोयाबीन, बिनौला, इत्यादि द्वारा की जाती है !
  • तिलहन मिशन की आवश्यकता इस कारण भी है क्योंकि यह कृषि में उच्च कीमत की पैदावार की श्रेणी में आता है जिससे किसानों की आय बढ़ेगी !
  • मानसून की विफलता और कमजोर मानसून की स्थिति में यह किसी को आधार प्रदान करेगी !
  • एक ऐसा तिलहन मिशन आवश्यक है जिसका विस्तार उत्तर-दक्षिण, पूरब- पश्चिम सभी तरफ एक जैसा हो सके !
  • MSP किसी भी फसल के उत्पादन को बढ़ाने का एक प्रमुख स्रोत होता है इसी कारण मिशन में इसका प्रावधान भी किया जाना चाहिए !
  • मूंगफली-
  • मुख्यतः खरीफ की फसल
  • तापमान- 20-30 डिग्री सेल्सियस
  • वर्षा- 50-100 सेंटीमीटर
  • प्रमुख राज्य- GJ, AP, TML, KR, RJ, MH
  • सरसों-
  • रबी की फसल के साथ
  • 18-25 डिग्री सेल्सियस- तापमान
  • 75 से 100 सेंटीमीटर- वर्षा
  • राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा- प्रमुख राज्य
  • सोयाबीन-
  • खरीफ की फसल- जून से अक्टूबर
  • तापमान- 13-24 डिग्री सेल्सियस
  • वर्षा - 40-100 सेंटीमीटर
  • प्रमुख राज्य - मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान
  • सूरजमुखी-
  • उत्पादन लगभग वर्ष भर
  • तापमान- 15-25 डिग्री सेल्सियस
  • प्रमुख राज्य - KR, AP, MH, TML

State of India's Birds 2020

  • गांधीनगर, गुजरात में चल रहे CMS-COP 13 में यह रिपोर्ट 18 फरवरी 2020 को रिलीज की गई !
  • यह रिपोर्ट 867 भारतीय पक्षियों के संदर्भ में दीर्घकालिक एसेसमेंट रिपोर्ट है !
  • इसमें वर्तमान स्थिति, प्रयास, भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों, पक्षियों का वितरण, एवं चुनौतीयों तथा संभावनाओं की जानकारी होती है !
  • इस रिपोर्ट को अनेक संस्थाओं के सम्मिलित प्रयास से तैयार किया गया है ! इसमें शामिल है फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी, नेशनल बायोडायवर्सिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया, नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंस, वेटलैंड्स इंटरनेशनल आदि !
  • E-Bird नामक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का भी उपयोग किया गया जहां पर पक्षी प्रेमियों ने अपनी जानकारियां शेयर की थी !
  • 867 पक्षियों के लगभग 50% का अध्ययन किया गया जिसमें 146 पक्षी उच्च रिस्क की श्रेणी में देखे गए !
  • वेस्टर्न घाट (BD-Hotspot ) में 2000 से अब तक 75% संख्या में गिरावट आई है !
  • मोर की संख्या में वृद्धि हुई है तो साथ ही क्षेत्रीय विस्तार भी हुआ है !
  • घरेलू Sparrows की संख्या बढ़ी है !

भारत विश्व की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

  • अमेरिका के वर्ल्ड पापुलेशन रिव्यू द्वारा जारी किए गए नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है !
  • भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार इसके अनुसार 2.94 ट्रिलियन डॉलर (US) है !
  • भारत ने UK और फ्रांस को पीछे छोड़ दिया है ! और USA, चीन, जापान और जर्मनी के बाद 5 वा स्थान हासिल किया है !
  • भारत के बाद UK, फ्रांस, इटली, ब्राजील और कनाडा का स्थान है !
  • क्रीमिया विवाद और उससे उपजे अन्य विवादों के कारण रूस की अर्थव्यवस्था पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है और वह 10 अग्रणी अर्थव्यवस्था की सूची से बाहर हो चुका है !
  • भारत की अर्थव्यवस्था ने यह मुकाम इसलिए हासिल किया है क्योंकि इसने पिछले एक दशक में 6.7% औसतन वार्षिक वृद्धि दर हासिल किया है जो विश्व में सर्वाधिक बड़ी अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट है !
  • रिपोर्ट में 1990 के दशक में प्रारंभ की गई LPG मॉडल को भी इसके लिए उत्तरदायी माना गया है !
  • भारतीय अर्थव्यवस्था का खुलापन, नगरीकरण और तकनीकी प्रसार का भी रोल बताया गया है !
  • Purchasing Power Parity (PPP) के आधार पर देखे तो भारतीय अर्थव्यवस्था 10.51 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर है !
  • अर्थव्यवस्था का आकार भले ही बढ़ गया हो लेकिन अधिक जनसंख्या के कारण प्रति व्यक्ति आय बहुत कब $ 2170 प्रति व्यक्ति है जो अमेरिका के $ 62794 प्रति व्यक्ति आय से बहुत ही कम है !
  • इस अच्छी खबर के बीच एक चिंता का विषय यह भी है कि हाल के वर्षों में अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट में गिरावट आई है जिसके वजह से 5 वी अर्थव्यवस्था का दर्जा कितने समय तक रहेगा यह कहा नहीं जा सकता !
  • अर्थव्यवस्था की छलांग में FDI में वृद्धि भी शामिल है जो 2009-14 के बीच आए 190 USD से 2014-19 में 284 USD हो गया है !
  • भारत की अर्थव्यवस्था का आकार जहां 2.9 USD है तो वही USA की 21.44 ट्रिलियन USD है ! इस तरह लगभग 7 गुना अंतर है !
  • चीन की भी अर्थव्यवस्था 14.14 ट्रिलियन डॉलर के साथ भारत से बहुत बड़ी है !
  • PPP के आधार पर यह विश्व की सबसे बड़ी 27.31 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है ! अमेरिका PPP के आधार पर 21.44 ट्रिलियन के साथ दूसरे स्थान पर है !
  • जापान 5.15 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर एवं जर्मनी 3.86 ट्रिलियन USD के साथ चौथे स्थान पर है !
  • इस तरह लगभग 86.6 ट्रिलियन USD मे भारत कि हिस्सेदारी मात्र 2.94 ट्रिलियन USD है !

पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था की चुनौतियां?

  1. घटती ग्रोथ रेट हमारे लिए सबसे ज्यादा चिंताजनक बिंदु है !
  2. बेरोजगारी निम्न उत्पादकता को जन्म देती है इसलिए इसे कम करने का प्रयास तीव्र होना चाहिए !
  3. बड़ी अर्थव्यवस्था अभी शिक्षा, स्वास्थ्य, कुपोषण, कमजोर आधारभूत संरचना आदि से मुक्त नहीं हो पाई है, जबकि UK और फ्रांस जिन अर्थव्यवस्थाओं को भारत ने पीछे छोड़ा है वहां ऐसा नहीं है !
  4. विकास की प्रक्रिया जलवायु परिवर्तन की जिम्मेदारी को बढ़ाएगी इसलिए क्षेत्रीय असमानता को दूर करते समय इसका ख्याल रखा जाना चाहिए !
  5. हमारा औद्योगिक सेक्टर और कृषि सेक्टर अधिक निवेश की मांग कर रहे हैं जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है !