Home > Daily-current-affair

Blog / 20 Feb 2020

Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 20 February 2020

image


Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 20 February 2020



विकासशील अर्थव्यवस्था का दर्जा भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है ?

  • 10 फरवरी 2020 को USA ने भारत, इंडोनेशिया, मलेशिया, ब्राजील, थाईलैंड, वियतनाम जैसे कुछ अन्य देशों को विकासशील अर्थव्यवस्था की सूची से बाहर कर विकसित अर्थव्यवस्था वाले देश की सूची में शामिल कर दिया !
  • USA में United States Trade Representative (USTR) एक कार्यालय के रूप मे कार्य करती हैं ! यह देशों को Developed, Developing और Least Developed कैटेगरी में विभाजित करती है !
  • इस कैटेगरी का उद्देश्य अलग-अलग दर पर टैरिफ छूट या व्यापार छूट प्रदान करना है !
  • USA का मानना है कि भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है लंबे समय से भारत ने अपने व्यापार को सतत रूप से आगे बढ़ाया है इसलिए अब भारत को किसी स्पेशल छूट की आवश्यकता नहीं है !
  • USA का मानना है कि भारत टैरिफ छूट का सबसे ज्यादा फायदा उठाता आया है क्योंकि भारत के लगभग 2000 सामानों पर टैरिफ की दर या तो कम रखी गई थी या नहीं !
  • अमेरिका ने कहा कि हमने व्यापार, ग्रॉस नेशनल पर कैपिटा इनकम, ग्रोथ रेट आदि मानकों का परीक्षण किया और यह पाया कि भारत अब विकासशील अर्थव्यवस्था के मानकों पर खरा नहीं उतराता है !
  • इस तरह जो विकासशील देश इसके हकदार हैं उनको इसका फायदा नहीं मिल पा रहा था !
  • यहां WTO के एक एग्रीमेंट- Agreement On Subsidies and Countervailing Measures (ASCM) को समझाना भी आवश्यक है !
  • इसके अनुसार विकासशील देशों को काउंटर वेलिंग ड्यूटीज (CVD) से विकसित देशों से ज्यादा छूट मिलता है !
  • इसका एक फायदा है कि विकासशील देश अपने यहां की कंपनियों को ज्यादा सब्सिडी दे सकते हैं !
  • इस एग्रीमेंट में काउंटर वेलिंग ड्यूटी लगाने की शर्तें भी बताई गई हैं !
  • इसके तहत विकासशील देशों के सामान या वस्तु पर काउंटर वेलिंग ड्यूटी कोई देश तभी लगा सकता है जब विकासशील देश अपने कुल निर्यात के मूल्य का 2% से अधिक का सब्सिडी देता है !
  • विकसित देश को यह छूट 1% तक की दी गई है !
  • इस एग्रीमेंट के अनुसार कोई भी देश स्वयं विकासशील और विकसित देश घोषित कर सकता है !
  • लेकिन USA ने अब भारत को विकासशील देश मानने से मना कर दिया है !
  • इसे कुछ समीक्षक WTO के प्रति अमेरिका की नाराजगी के रूप में भी देख रहे हैं ! दरअसल अमेरिका पिछले कुछ वर्षों से WTO पर विकासशील देशों का पक्ष लेने का आरोप लगाता आया है !
  • भारत के साथ व्यापार और अर्थव्यवस्था के संबंध में अमेरिका का नजरिया कोई नया नहीं है !
  • 31 मई 2019 को डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत को GSP का फायदा नहीं मिलेगा और इसी के तहत कुछ समय पहले भारत से यह दर्जा छीन लिया गया !
  • इसका फायदा यह होता था कि बहुत से पदार्थ बहुत कम टैरिफ पर USA की मार्केट तक अपनी पहुंच बना पाते थे !
  • GSP के तहत फायदा मिलने वाले देश (छूट जिस देश को मिला है) से बदले में किसी प्रकार की छूट प्राप्त करने की शर्त नहीं होती है !
  • अमेरिका बार-बार यही कहता आया है कि भारत अपना बाजार अमेरिका के लिए नहीं खोल रहा है ! और इसी के परिणाम के रूप में यह कदम उठाया गया है !
  • विकसित अर्थव्यवस्था और विकासशील अर्थव्यवस्था का संदर्भ WTO के Agreement on Agriculture (AOA) से भी जुड़ा है !
  • इसमें कहा गया है कि विकासशील देश अपने कुल कृषि उत्पादन के 10% से अधिक सब्सिडी नहीं दे सकते हैं ! विकसित देशों के संदर्भ में यह छूट मात्र 5% तक है !
  • इन सभी एग्रीमेंट और ऐसे ही अन्य एग्रीमेंट में भारत को जो छूट मिली है वह उसके अर्थव्यवस्था के साथ विकासशील का विशेषण जुड़ा होना है !
  • अमेरिका, यूरोपीय यूनियन, और WTO के अन्य पक्षकार यदि भारतीय अर्थव्यवस्था को विकसित मान लेते हैं इसके नकारात्मक प्रभाव व्यापक हो सकते हैं !
  • पिछले कुछ वर्षों से भारत अपने घरेलू उत्पादकों को संरक्षण देने के लिए आयात पर टैरिफ बढ़ा रहा है !
  • इसी के साथ हालिया बजट में भी टैरिफ की दर बढ़ाने की बात की गई है जो 2017-18 के 13% से बढ़ाकर 17% किया जा रहा है ! जिसे आगे और बढ़ाया जा सकता है !
  • यदि हम भारत अमेरिका के बीच व्यापार में टैरिफ की बात करें तो पिछले साल जब भारत ने अमेरिका के 29 उत्पादों पर टैरिफ की दर बढ़ाई तभी से दोनों देशों के बीच टुडे वॉर प्रारंभ हो गया था !
  • अमेरिका चीन के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है ! 2018 मे व्यापार दोनों देशों के बीच लगभग 142.6 बिलियन डॉलर का था !
  • अमेरिका को भारत के साथ व्यापारिक घाटा 2019 में 23.2 बिलियन डॉलर का था !
  • विकसित देशों के पैमाने पर भारत
  • High per capita income
  • Service and industry in GDP
  • High standard of living
  • Low growth rate of population
  • Sound infrastructure
  • Narrow income inequalities

GALLIPOLI और KASHMIR

  • रिचप तैयप अर्दोगन (एर्डोगन ) ने कुछ दिन पहले पाकिस्तान की यात्रा के दौरान पाकिस्तान की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि Kashmir is Gallipoli for us.
  • तुर्की का यह पाकिस्तान प्रेम कोई नया नहीं है, इससे पहले भी वह 370, CAA तथा मानवाधिकार को लेकर भारत पर अनर्गल आरोप लगा चुका है !
  • एर्डोगन अपनी चौथी पाकिस्तान यात्रा में कश्मीर को लेकर कुछ ऐसे उदाहरण दे गए जिनकी तुलना दिखाई नहीं देती है !
  • 28 जुलाई 1914 में प्रारंभ हुआ विश्वयुद्ध 11 नवंबर 1918 तक चला जिसमें कई उतार-चढ़ाव आए !
  • इस मुद्दे में एक तरफ अलाइड शक्ति के रूप में ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, जापान और USA शामिल था !
  • सामने था सेंट्रल शक्ति समूह ! इसमें ऑस्ट्रिया , हंगरी, जर्मन और ऑटोमन साम्राज्य था !
  • प्रथम विश्वयुद्ध जब प्रारंभ हुआ तो वह पहले पश्चिमी यूरोप तक सीमित था और रुका हुआ प्रतीत हो रहा था क्योंकि किसी की भी जीत सुनिश्चित होती दिखाई नहीं दे रही थी !
  • मार्च 1915 में Winston Churchill जो उस समय ब्रिटेन नेवी के हेड थे, ने रोमन साम्राज्य पर विजय पाने के लिए Constantinople (कुस्तुनतुनिया) पर कब्जा करने का प्लान प्रस्तुत किया ! इससे अलाइड सेना उन क्षेत्रों तक पहुंच पाएगी जहां तक अभी नहीं पहुंच पाती है !
  • प्रारंभ में एलाइड सेना ने Gallipoli प्रायद्वीप के पश्चिमी भाग में नेवी के माध्यम से हमला किया लेकिन कोई बड़ा लक्ष्य प्राप्त नहीं हो सका !
  • इसके बाद नेवी ने सेना को जमीन के माध्यम से गल्लीपोली प्रायद्वीप पर कब्जा करने का प्रयास किया !
  • जमीन के माध्यम से इस प्रायद्वीप पर कब्जा करने के लिए ऊपर की ओर चढ़ना था !
  • इसके लिए एलाइट सेना ने खाइयाँ निर्मित की लेकिन वह आगे नहीं बढ़ पाए !
  • खराब मौसमी दशाओं के कारण एलाइड सेना के 35000 ब्रिटिश सेना, 10000 फ्रांसीसी सेना एवं लगभग 15000 अन्य देशों की सेना को अपनी जान गवानी पड़ी !
  • ऑटोमन साम्राज्य इस युद्ध में विजयी जरूर रहा लेकिन बहुत बड़ी मात्रा में जन-धन की हानि हुई !
  • आगे चलकर ऑटोमन साम्राज्य हार गया लेकिन मुस्तफा कमाल अतातुर्क हीरो बन गए जो आगे चलकर तुर्की के फाउंडर बने !
  • तुर्की के लोग इस लड़ाई को अपना ऐतिहासिक गौरव मानते हैं !