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Blog / 13 Dec 2019

(इनफोकस - InFocus) क्या है हार्मोनाइज्ड सिस्टम कोड? (What is Harmonized System Code?)

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(इनफोकस - InFocus) क्या है हार्मोनाइज्ड सिस्टम कोड? (What is Harmonized System Code?)



चर्चा में क्यों हैं?

  • हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (Ministryof Commerce and Industry) ने खादी उत्पादों के लिये निर्यात सुविधा को बेहतर करने के लिये अलग से एक हार्मोनाइज्ड सिस्टम कोड (HarmonizedSystem Code) आवंटित किया है।

हार्मोनाइज्ड सिस्टम कोड क्या है?

  • एचएस (Harmonized System) छह अंकों का एक पहचान कोड है जिसे विश्व सीमा शुल्क संगठन (World Customs Organization - WCO) ने विकसित किया है।
  • सीमा शुल्क अधिकारी इन अंकों का उपयोग हर उसजिंस को मंजूरी देने के लिये करते हैं जो किसी अंतर्राष्ट्रीय सीमा में जाता है या उसे पार करता है।।
  • दरअसल इस प्रणाली से किसी उत्पाद के व्यापार की प्रक्रिया में समानता बनाए रखने और उसके अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की लागत कम करने में मदद मिलती है।
  • डब्ल्यूसीओ की वेबसाइट के अनुसार, इस प्रणालीमें अब तक करीब 5000 उत्पादों के समूह हैं। हर किसी का अपना छह अंकों का कोड (HS Code) है।
  • वर्तमान में, 200 से अधिक देश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार आंकड़ों केसंग्रह के लिए एचएस कोड प्रणाली का उपयोग कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मौजूद 98 प्रतिशत से अधिक वस्तुओंको एचएस कोड के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
  • एचएस कोड का उपयोग अंतर्राष्ट्रीय संगठनऔर निजी फर्म भी करते हैं।

खादी के लिए एचएस कोड क्यों?

  • खादी एवं ग्रामीण उद्योग आयोग (Khadi and Village IndustriesCommission- KVIC) के अनुसार पूर्व में खादी के पास अलग से एचएस कोड नहीं था। परिणामस्वरूप खादी के निर्यात का आंकड़ा कपड़ा मद में आता था। अब न केवल खादी निर्यात पर नजररखा जा सकेगा बल्कि निर्यात रणनीति बनाने में भी मदद मिलेगी।
  • केंद्र सरकार ने देश और विदेश में खादी की बिक्री, मांग, उत्पादन और खपत में बढ़ोतरी का स्तर बरकरार रखने हेतु विश्व में इसकी अलग पहचान के लिए जरूरी एचएस कोड दिलानेका फैसला किया था।
  • गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बड़ी मांग है क्योंकि इसकाउत्पादन पर्यावरण के अनुकूल है।

खादी एवं ग्रामीण उद्योग आयोग

  • ग्रामीण विकास में लगे अन्य अभिकरणों से समन्वयस्थापित कर ग्रामीण क्षेत्रों में खादी और अन्य ग्रामोद्योग के विकास के लिए कार्यक्रमों की योजना बनाते हुएइसे संबंधित, संगठित तथा कार्यान्वित करना।
  • इसके कार्यो के अंतर्गत खादी और ग्रामोद्योग में लगे कारीगरों के लिए प्रशिक्षण का आयोजन तथा उनमें सहयोगात्मक प्रयासकी भावना उत्पन्न करने के अलावा, उत्पादकों की आपूर्ति हेतु कच्चा माल एवं औजारों के संग्रह को बढाना, अनिर्मित माल के रूप में कच्चा माल के प्रशोधन हेतु सामान्य सेवा सुविधा का सृजन तथा खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों केविपणन हेतु सुविधा का प्रावधान शामिल है।
  • उत्पादकता बढ़ाने, श्रम को कम करने एवं उनकी स्पर्धात्मक क्षमता बढ़ाने एवं ऐसे अनुसंधान से प्राप्त प्रमुख परिणामों के प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करने की दृष्टि से गैर-परंपरागत ऊर्जा एवं विद्युत ऊर्जा के उपयोग के साथ-साथ खादीऔर ग्रामोद्योगी क्षेत्र में उपयोग लायी जा रही उत्पादन तकनीकी एवं औजारों में अनुसंधान को प्रोत्साहित एवं संवर्द्धित करने तथा इससे संबंधित समस्याओंके अध्ययन की सुविधा प्रदान करने का उत्तरदायित्व आयोग पर है।