(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) खेल विश्वविद्यालय (Sports University)
सुर्ख़ियों में क्यों?
- हाल ही में दिल्ली में खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने सम्बन्धी विधयेक को मंजूरी दी गई।
- इस कदम का उद्देश्य खेल में शिक्षा प्रदान कर छात्रों के करियर को सुदृढ़ करना है।
खेल विश्वविद्यालय विधेयक
- इस विधयेक के माध्यम से खेल विश्वविद्यालय खेल स्कूलों और कॉलेज की स्थापना कर सकते हैं
- छात्रों को विभिन्न खेलों जैसे क्रिकेट, फुटबॉल और हॉकी में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करेगा।
- इस विधेयक में दिल्ली खेल विश्वविद्यालय को एक राजकीय विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करने का प्रस्ताव है
- यह सीबीएसई से संबद्ध दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल होगा, जो खेल में छात्रों का करियर बनाने के लिये खेल शिक्षा प्रदान करने पर जोर देगा।
खेल विश्वविद्यालय विधेयक की संरचना
- इसे राज्य विश्वविद्यालय के तौर पर बनाया जाएगा।
- देश के नामचीन खिलाड़ी इस विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर के तौर पर नियुक्त होंगे, जबकि उपराज्यपाल पदेन चांसलर होंगे।
- यहां स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर शिक्षा के साथ खेलों में शोध भी होंगे।
- संबंधित खेलों को बढ़ावा देने के लिए विशिष्ट खेल प्रभाग बनेंगे।
- यह कोचिंग से लेकर दूसरी अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगा।
पहले के प्रयास
- पूर्व में खेल शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण हेतु राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु संबंधित विधेयक को संसद के दोनों सदनों में पारित किया गया था।
- इस विधेयक को राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय अध्यादे ,2018 की जगह पर लाया गया था जो 31 मई 2018 से प्रभावी हो चुका है।
- इस विधेयक में मणिपुर में एक राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने का प्रावधान था।
- मणिपुर राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त है।