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Blog / 01 Feb 2020

(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) ऑपरेशन वनीला (Operation Vanilla)

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(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) ऑपरेशन वनीला (Operation Vanilla)


हाल ही में, मेडागास्कर की मदद के लिए भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन वनीला’ के नाम से एक मिशन लॉन्च किया है। दरअसल मेडागास्कर में चक्रवात डिआने ने काफी तबाही मचाई है जिससे वहां का जीवन बहुत अस्त-व्यस्त हो गया है। ग़ौरतलब है कि इसके पहले भी मेडागास्कर चक्रवात ‘हरूना’ और चेड्जा चक्रवात से प्रभावित हुआ था और उस वक्त भी भारत ने इसकी काफी मदद की थी।

डीएनएस में आज हम आपको ‘ऑपरेशन वनीला’ के बारे में बताएँगे और साथ ही, समझेंगे इससे जुड़े दूसरे पक्षों को भी।

बीते दिनों, ‘डिआने’ चक्रवात की वजह से मेडागास्कर में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई थी जिसके चलते वहां करीब 92 हज़ार लोगों का जीवन प्रभावित हो गया है। मेडागास्कर सरकार ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद की अपील की थी। इसके बाद, भारत सरकार ने ‘ नेवर हुड फर्स्ट’ नीति की तर्ज पर तुरंत ‘ऑपरेशन वनीला’ का ऐलान कर दिया और नौसेना के जहाज ‘ऐरावत’ को वहाँ के लिए रवाना कर दिया। इस ऑपरेशन के जरिए मेडागास्कर में दवा, कपड़े और रसद जैसे जरूरी सामानों की आपूर्ति की जा रही है।

इस मिशन को ऑपरेशन वनीला का नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि मेडागास्कर वनीला दीप समूह राष्ट्रों का हिस्सा है। यह द्वीप समूह हिंद महासागर में स्थित है जो रणनीतिक रूप से भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि वनीला द्वीप समूह दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर में स्थित छह द्वीप देशों का समूह है। जिसमें मैयट, कोमोरोस, मॉरीशस, सेशेल्स, रीयूनियन और मेडागास्कर शामिल है। इस द्वीप समूह में वनीला का उत्पादन व्यापक रूप से होता है। इसीलिए इस दीप समूह का नाम वनीला आइलैंड है।

वनस्पति जगत में वनीला ऑर्किड फैमिली का हिस्सा है। इसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के खाद्य सामग्री बनाने और आइसक्रीम में किया जाता है। वनीला में एंटी–ऑक्‍सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होता है जिससे इसका इस्तेमाल दवाओं के निर्माण में भी होता है।

दरअसल रणनीतिक रूप से हिंद महासागर भारत के लिए काफी अहमियत रखता है. दुनिया के कुल तेल व्यापार का दो-तिहाई हिस्सा और सम्पूर्ण माल-वहन का एक तिहाई हिस्सा केवल हिन्द महासागर से गुजरता है। साथ ही, दुनिया के 40 देशों की सीमा इस महासागर के साथ लगती है और दुनिया के तकरीबन 40 फ़ीसदी आबादी इसके तटीय क्षेत्र पर बसती है. हिंद महासागर में मिलने वाले समुद्री संसाधन और अन्य आर्थिक संसाधनों के दोहन की व्यापक संभावना है।

शुरुआत में भारत की दूरगामी समुद्री दृष्टिकोण काफी संकुचित थी, जिसके चलते भारत इस क्षेत्र में रणनीतिक रूप से काफी पिछड़ गया था। हालांकि पिछले कुछ सालों से समुद्री कूटनीति को प्राथमिकता देते हुए भारत सरकार के द्वारा इस दिशा में कई नीतियाँ चलाई गई हैं। नई दिल्‍ली में आयोजित एक सम्मेलन में एक सहकारी समुद्रीय सुरक्षा पहल के रूप में हिन्‍द महासागर नौसैनिक सिम्‍पोशियम (आईओएनएस) की शुरुआत की गई थी। भारत सरकार के द्वारा 2015 में नीली अर्थव्यवस्था पर ध्यान देते हुए सागर (Security And Growth for All in the Region- SAGAR) नीति के साथ-साथ सागरमाला योजना की भी शुरुआत की गई है। सागर नीति के तहत भारत हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है।

इसके साथ ही, भारत ने सॉफ्ट डिप्लोमेसी के तहत हिंद महासागरीय देशों में सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आर्थिक संबंधों को भी बढ़ाने पर जोर दिया है। पिछले कुछ सालों में बिम्सटेक देशों के साथ संबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया गया है। हिंद महासागर में चक्रवात जैसी आपदाओं समेत मौसम की गतिविधियों को नजर रखने के लिए भारत सरकार के द्वारा अंतरिक्ष कूटनीति को भी बढ़ावा दिया गया है। इसके साथ-साथ भारत के द्वारा आपदा चेतावनी प्रणाली को भी हिंद महासागर में स्थापित किया गया है जिसका मकसद सभी सदस्य हितधारको के साथ-साथ सूचनाओं को साझा करना है।

ऑपरेशन वनीला के जरिए पड़ोसी देशों में न केवल भारत की साख मजबूत होगी बल्कि चीन को भी काउंटर करने में आसानी होगी।