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Blog / 10 Jul 2019

(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) भारत-मालदीव नौवहन सेवा (India Maldives Ferry Service)

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(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) भारत-मालदीव नौवहन सेवा (India Maldives Ferry Service)


मुख्य बिंदु:

  • मलदीव भारत के पड़ोसी देशों में बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है। हिन्द महासागर के बीच में बसे इस छोटे से Island Country का भारत के लिये रणनीति महत्त्व बहुत ही ज्यादा है।
  • मलदीव में अभी कुछ दिनों पहले ही नई सरकार के आने के बाद भारत के साथ उसकी नजदीकियाँ बढ़ी है इससे पहले ही अबदुल्ला यामीन की सरकार के साथ भारत की अनबन की खबरे चर्चा में थी। और इसका सबसे बड़ा कारण था चीन।
  • चीन की तरफ यामीन सरकार का झुकाव ज्यादा था और चीन मालदीव को अपने Debt trab का शिकार बनाकर हिन्द महासागर में अपना दबदबा कायम रखना चाहता था जो कि भारत के लिये एक चुनौतीपूर्ण विषय था।
  • बहरहाल यामीन सरकार की हार के बाद वहाँ नई पार्टी सत्ता में आई है जिसकी कमान इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के पास है। और जिनका रूख चीन की तरफ न होकर भारत की तरफ है यानि उनका नजरिया Pro-India है जो कि भारत के लिये एक अच्छा संकेत है।
  • भारत मालदीव से अपने रिश्तों को मजबूत रखने के लिये लगभग $100 Million का व्यापार मालदीव से करता है जिसमें दवायें, कपड़े, खाद्य सामान और आधुनिक तकनीक भी शामिल है।
  • अगर चीन की बात की जाए तो उसके तीन बड़े Project मालदीव में चल रहे हैं जिनकी अनुमानित कीमत लगभग $1.5 billion बताई जा रही है।

हमारे आज के DNS Programme में हम मालदीव और भारत के बीच फेरी सेवा का विश्लेषण करेंगे जिसकी मंजूरी हाल ही में मंत्रिमण्डल ने दे दी है।

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मालदीव यात्र में 8 जून 2019 को जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किये थे उनमें से फेरी सेवा भी मुख्य थी।
  • माले मालदीव का सबसे बड़ा शहर व इसकी राजधानी भी है, और कुलहूफुसी मालदीव का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। भारत और मालदीव के बीच जिस नौवहन सेवा को मंजूरी मिली है वह इन्ही दोनों शहरों से कोच्चि के बीच में चलेगी।
  • माले कोच्चि से 708 कि.मी की दूरी पर तथा कुलहूफुसी लगभग 509 कि.मी की दूरी पर है।
  • माले और कुलहूफुसी के पास कई सारे ऐसे छोटे-छोटे द्वीप है जिन पर उत्कृष्ट कोटि के रिजार्टस बने हुए है जो भारतीय पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं।
  • मालद्वीप के विकास में भारत अग्रणी साझेदार है और भारत ने व्यापार के लिये मालदीव को दीर्घकालिक और Revolving credit सहित 100 Million American Dollar की स्टैंड बाय ऋण सुविधा प्रदान की है।
  • इस नौवहन सेवा का उद्देश्य न सिर्फ दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करना है बल्कि व्यापार व पर्यटन को भी बढ़ावा देना है। तथा बीच में दोनों देशों में आई खटास को भी कम करना है।
  • मालदीव से बहुत सारे छात्र भारत के संस्थानों में उच्च शिक्षा हेतु आते है इस सेवा से शिक्षा क्षेत्र को बढ़ावा मिलने के साथ ही स्वास्थ्य एवं Welness tourism को भी बढ़ावा मिलेगा।