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Blog / 18 Jun 2020

(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) जीपीएआई में भारत की भूमिका (Global Partnership on Artificial Intelligence (GPAI) : Role and Importance of India)

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(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) जीपीएआई में भारत की भूमिका (Global Partnership on Artificial Intelligence (GPAI) : Role and Importance of India)



हाल ही भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वैश्विक भागीदारी में संस्थापक सदस्यों में से एक के रूप में शामिल हुआ है....एक संस्थापक सदस्य के रूप में GPAI में शामिल होने से, भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इस्तेमाल के वैश्विक विकास में सक्रिय रूप से भाग लेगा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संबंधित चुनौतियों एवं अवसरों की बेहतर समझ विकसित करने के लिए GPAI अपने प्रकार की पहली पहल है।

आज DNS कर्यक्रम में अब समझेंगे GPAI क्या है और उसके उद्देश्य उसके संस्थापक सदस्य और भारत के लिए इसकी महत्वता ....

आपको बता दें...भारत Artificial Intelligence– AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के जिम्‍मेदार और मानव-केंद्रित विकास तथा उपयोग में मदद करने के लिए Global Partnership on Artificial Intelligence यानी GPAI में संस्‍थापक सदस्‍य के तौर पर सम्मिलित हो गया है....

चलिए सबसे पहले जानते है GPAI यानि Global Partnership on Artificial Intelligence क्या है....

GPAI क्या है?

GPAI, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जिम्मेदारीपूर्ण विकास और मानवाधिकारों, समावेशन, विविधता, नवाचार और आर्थिक विकास में उपयोग का मार्गदर्शन करने पर आधारित एक अंतरराष्ट्रीय और बहु-हितधारक पहल है....यह प्रतिभागी देशों के अनुभव और विविधता का उपयोग करके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी चुनौतियों और अवसरों की बेहतर समझ विकसित करने का अपने किस्म का पहला प्रयास भी है...GPAI को पेरिस में आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) में स्थित सचिवालय तथा मॉन्ट्रियल और पेरिस स्थित सहित दो विशेषज्ञता केंद्रों द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी।

GPAI में भारत के साथ मौजूद संस्थापक सदस्य

भारत के साथ शामिल होने वाले अन्य प्रमुख सदस्य देश हैं ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, जापान, मैक्सिको, न्यूजीलैंड, कोरिया गणराज्य, सिंगापुर, स्लोवेनिया, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ...

GPAI की कार्यप्रणाली

इस पहल के तहत AI से संबंधित प्राथमिकताओं पर अत्याधुनिक अनुसंधान और अनुप्रयुक्त गतिविधियों की सहायता करते हुए AI के संबंध में सिद्धांत और व्यवहार के बीच की खाई को पाटने की कोशिश की जाएगी...GPAI, AI के जिम्मेदारीपूर्ण विकास को बढ़ावा देने के लिए साझेदारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से उद्योग, नागरिक समाज, सरकारों और शिक्षाविदों के प्रमुख विशेषज्ञों को एक साथ लाएगा...यह ऐसी कार्यप्रणालियां भी विकसित करेगा, जिनसे यह दर्शाया जा सके कि कोविड-19 के मौजूदा वैश्विक संकट से बेहतर ढंग से निपटने के लिए AI का लाभ किस प्रकार उठाया जा सकता है...

वैश्विक स्तर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भारत का रुख

भारत ने हाल ही में राष्ट्रीय AI रणनीति और राष्ट्रीय AI पोर्टल लॉन्च किया था। इसने शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि, ई-कॉमर्स, दूरसंचार, वित्त इत्यादि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में AI का लाभ उठाया है। इसलिए, GPAI में शामिल होने से, भारत अपने अनुभव के साथ AI के वैश्विक विकास में मदद करेगा। AI की मुख्य समस्या यह है कि यह श्रमिक आबादी को बहुत प्रभावित करता है क्योंकि एक अच्छा विकसित ई सिस्टम कार्य बल को कम करता है। एक आबादी वाला देश होने के नाते, भारत ने AI के इस मुद्दे को संबोधित करते हुए अपनी AI संबंधित पहल शुरू की। हाल ही में शुरू की गई राष्ट्रीय AI रणनीति सहित भारत की प्रत्येक AI पहल में यह समस्या शामिल है और इसका उद्देश्य श्रम शक्ति पर इसके प्रभावों को देखते हुए AI विकसित करना है....

भारत के लिए GPAI का महत्व

GPAI में संस्थापक सदस्य के रूप में शामिल होने से भारत समावेशी विकास के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकियों के उपयोग के अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वैश्विक विकास में सक्रिय रूप से भाग लेगा...

एक नज़र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर विज्ञान की वह शाखा है जो कंप्यूटर को इंसानों की तरह बनाने से संबंधित है... AI मशीनों की सोचने, विचार करने, सीखने, समस्या हल करने और निर्णय जैसे संज्ञानात्मक कार्यों को करने की क्षमता को बताती है....